1 वैश्विक महामारी बन चुका कोरोना वाईरस का संक्रमण जिले मे भी धीरे-धीरे फैल रहा है। बालाघाट जिले में अब तक 15 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, इनमें से 7 मरीज ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं। आईसीएमआर जबलपुर से प्राप्त 18 सैंपल की रिपोर्ट में से 3 मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है और 15 मरीजों की रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आई है। जिन तीन लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है, उनमें वारासिवनी के दो पति-पत्नी और गजपुर पांजरा की एक 16 वर्षीय किशोरी शामिल है। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद इन्हें डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर गायखुरी, बालाघाट में उपचार के लिए शिफ्ट कर दिया गया है। 2 जिला मुख्यालय से लगे ग्राम गर्रा में सुबह उस वक्त मामला गरमा गया जब सांसद निधि से निर्मित यात्री प्रतीक्षालय सेट को नगर पालिका अध्यक्ष अनिल धवारे ने हटाने को कहा । गौरतलब है कि यात्री प्रतिक्षालय सांसद ढाल सिंह बिसेन के सौजन्य से रानी अवंती चौक ग्राम गर्रा में स्थापित किया गया था लेकिन अध्यक्ष नगर पालिका ने बताया कि उनके निजी प्लाट के समीप होने के कारण व ग्राम वासियों का कहना है कि इसे अन्यत्र स्थापित किया जाए जिसको लेकर जनपद सदस्य भाई वैभव बिसेन ने कहा कि अगर इस यात्री प्रतिक्षालय से अध्यक्ष को परेशानी हो रही है तो इस सेट को मेरे ऑफिस के समीप स्थापित कर दिया जाए 3 तहसील मुख्यालय परसवाड़ा अंतर्गत आने वाले ग्राम चीनी से भीड़ी पहुंच मार्ग का अब तक निर्माण नहीं होने से यहां से आवागमन करने वाले राहगीरों को भारी मानसिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है । ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर 2 किलोमीटर की इस सड़क पर चलना मुहाल हो गया है । बड़े-बड़े गड्ढे तथा बारिश होने से गड्ढों में पानी भर जाने के चलते कई बार इस मार्ग से आवागमन करने वाले ग्रामीण हादसे का शिकार भी हो रहे हैं । पूर्व में इस सड़क के निर्माण कराये जाने के लिए सर्वे भी किया चुका है लेकिन इसका निर्माण अब तक नहीं किया जा सका है जिसके चलते ग्राम चीनी और भीङी के ग्रामीणों में भारी आक्रोश है ! यहाँ के ग्रामीणो ने शीघ्र सङक निर्माण की मांग की है ! 4 लांजी चिचटोला से पिपलगांव मार्ग पर पुल का निर्माण किया जा रहा है, जिसे देखते हुए ग्रामीणों के लिए आवाजाही के लिए समीप ही बायपास मार्ग का निर्माण किया गया था। हाल ही में बारिश के मौसम को देखते हुए उक्त मार्ग कीचड़ से सन गया है। पुल निर्माण ठेकेदार द्वारा इस बायपास रोड़ को खोद दिया गया है, जिससे आवागमन में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है, लोगों के द्वारा सायकल कंधो में उठाकर मार्ग पार करना पड़ता है तो वहीं दूसरी ओर मोटर सायकल को पार कराने के लिए 2 लोगों की जरूरत पड़ती है, ऐसे में यहां से आवागमन में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। 5 जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर स्थित दक्षिण वन मंडल सामान्य के पूर्व वन परीक्षेत्र नानी में 1 शहीदों के लिए शासन की ओर से वृक्षों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग वायर लाखों रुपए की लागत से भिजवा गया था। जिसे वन परिक्षेत्र अधिकारी के द्वारा वृक्षों की सुरक्षा के लिए न लगाकर अपने रेंज निवास के बगल में रखा गया है । आलम यह है कि वन परीक्षेत्र अधिकारी के द्वारा फेंसिंग वायर को ना लगाते हुए वृक्षों की कटाई होते देखा जा रहा है। जानकारी के अनुसार पूर्व वन परिक्षेत्र नानजी के अंतर्गत स्थित एफसीआई कोको में पौधों की संख्या कम मात्रा में बची हुई है वही फेंसिंग जाली नहीं लगने के कारण ओपो में लगे रहो का खुलेआम कटाई माफियाओं के द्वारा की जा रही है इस पर वन परीक्षेत्र अधिकारी के द्वारा किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है 6 देश में कोरोना महामारी के फैलने की वजह से देश को 22 मार्च से लॉकडाउन कर दिया गया था देश के विभिन्न प्रदेश की सड़कों पर चलने वाली बसों के चके थम गए थे । लेकिन अब धीरे-धीरे सभी राज्यों के बाजार खुलना शुरू हो चुके हैं, लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार ने बसों को चलाने की अनुमति नहीं दी है। यदि अनुमति 30 जून के बाद बसें चलाने के लिए दी जा रही है फिर भी बस एसोसिएशन के द्वारा अपनी मांगे पूरी करने के लिए कहा जा रहा है । बस एसोसिएशन के जिला महासचिव का कहना है कि जब तक सरकार विगत 3 माह का टैक्स माफ नही करेगी तब तक हम बस नहीं चलाएंगे। 7 वन्यप्राणी बंदर इन दिनों परसवाड़ा क्षेत्रवासीयों के लिए काल बनते जा रहा है, विगत करीब 01 वर्ष से रह रह कर वह परसवाड़ा से बैहर मुख्य सड़क मार्ग पर पेट्रोल पम्प और कालेज के समीप मेनरोड पर आकर आवाजाही कर रहे वाहनों पर हमला कर उन्हें परेषान कर रहा है, इस दौरान कई ट्रेक्टर चालकों को तो उक्त बंदर ने चाटे भी जड़ दिये है, जिसकी वजह से वाहन चालकों में उक्त बंदर को लेकर काफी दहषत देखा जा रहा है, वहीं 17 जून को एक परसवाड़ा से चीनी यात्रियों को लेकर जा आटो में घुसकर पहले उत्पात मचाया फिर आटो चालक के साथ हाथापाई कर उसे आटो से उतरने को मजबूर कर दिया , जिसकी वजह से उस गरीब आटो चालक का आटो ही पलट गया, प्रत्यक्षदर्षियों के अनुसार जब बंदर वाहनों को पीछा करता और उस पर झपटा मारता है तो कई बार तो एैसा लगता है मानों बंदर खुद वाहन के आगे आकर दबकर खतम न हो जाए, मामले के सम्बन्ध में वन विभाग के अधिकारी प्रषिक्षित टीम से उक्त उत्पाती बंदर को रेस्क्यू कर पकड़ने की बात कर रहे है।