राष्ट्रीय
18-Mar-2020

बैंगलुरु में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के धरने और गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। कैबिनेट के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान कमलनाथ का कहना है कि आखिर बीजेपी को डर किस बात का । जरुरत पड़ी तो मैं खुद बैंगलुरु जाउंगा विधायकों से मिलने।सुप्रीम कोर्ट में मामला जाने के बाद और राज्यसभा चुनाव नजदीक होने के चलते कमलनाथ सरकार बैकफूट पर आ गई है और बागियों को मनाने की कवायद में जुट गई है। वही कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि बैंगलोर में भाजपा द्वारा बंधक बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियो , विधायकों को मिलने से रोकना , उनसे अभद्र व्यवहार करना , उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है। पूरा देश आज देख रहा है कि एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिये किस प्रकार से भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है।क्यों विधायकों से मिलने नहीं दिया जा रहा है , आख़िर किस बात का डर भाजपा को है ?भाजपा द्वारा एक गंदा खेल प्रदेश में खेला जा रहा है। लोकतांत्रिक मूल्यों , संवैधानिक मूल्यों व अधिकारो का दमन किया जा रहा है।हमारे हिरासत में लिये गये नेताओ को शीघ्र रिहा किया जावे और बंधक विधायकों से मिलने की इजाज़त दी जाये। कमलनाथ ने आगे कहा कि ना अभी भाजपा के पास बहुमत है , ना शिवराज सिंह को भाजपा विधायक दल ने अपना नेता चुना है , ना भाजपा की सरकार बनी है ,ना कभी बनेगी लेकिन शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री बनने के लिये हड़बड़ाहट , बैचेनी पूरा प्रदेश देख रहा है।किस प्रकार सत्ता के लिये वे बैचेन हो रहे है। उन्हें नींद नहीं आ रही है , दिन में भी मुख्यमंत्री पद के सपने देख रहे है।अधिकारियों को धमका रहे है।उनकी स्थिति पर मुझे तरस आ रहा है।


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