उद्योग संगठनों ने सरकार से 10 से 15 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की मांग की थी जो अब 20 लाख करोड़ रुपए मिल गए हैं. फिक्की की अध्यक्ष डॉ संगीता रेड्डी ने कहा है कि यह पैकेज गरीबों की जरूरत पूरी करेगा. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि केंद्र द्वारा घोषित पैकेज ठप पड़ी अर्थव्यवस्था को गति देगा. अर्थशास्त्री प्रोफेसर अरुण कुमार का कहना है कि आगे और पैकेज की जरूरत पड़ेगी. उद्योगपति आनंद महिंद्रा का कहना है कि यह पैकेज परिवर्तनकारी हो सकता है. कोरोना वायरस संकट के बाद देश में निवेश बढ़ाने के लिए सरकार ने 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा निवेश करने वाली कंपनियों को 10 साल तक टैक्स में छूट देने का संकेत दिया है. मारुति के मानेसर प्लांट ने 75ः वर्ग क्षमता के साथ दोबारा उत्पादन शुरू कर दिया है. लॉक डाउन के कारण बीते 50 दिन से यहां कामकाज बंद था. गुरूग्राम प्लांट शुरू करने की घोषणा अभी नहीं हुई है. देश के औद्योगिक उत्पादन में मार्च के दौरान 16.7ः की गिरावट दर्ज की गई है. इसका मुख्य कारण कोरोना लॉक डाउन के चलते औद्योगिक गतिविधियों का बंद होना है. उपरोक्त सभी समाचार दैनिक भास्कर से कोरोनावायरस के कारण दुनिया की सबसे बड़ी अमेरिकी अर्थव्यवस्था 1939 की महामंदी के बाद सबसे खराब हालात में है. भारत में भी छह करोड़ नौजवानों की नौकरी छिन गई है. पुडुचेरी और तमिलनाडु में सबसे ज्यादा लोग बेरोजगार हुए हैं. पत्रिका