बालाघाट जिला ग्रीन जोन में है जिससे बालाघाट जिले के नगर वासियों को एक आश थी कि इस लॉक डाउन में 20 अप्रैल के बाद कुछ छूट मिलेगी लेकिन बालाघाट कलेक्टर दीपक आर्य ने यह जानकारी दी की। संक्रमण को रोकने के लिए जिले के नगरी क्षेत्रों में लोग डाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा। जिले में किसी प्रकार की कोई रियायत नहीं दी जाएगी। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लॉक डाउन के दौरान शासकीय निर्माण कार्य में छूट प्रदान की गई है जिले में अब तक कोरोना संक्रमण का एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है जिसके चलते बालाघाट को ग्रीन जोन में रखा गया है लेकिन कलेक्टर का कहना है कि ग्रीन जोन में होने के कारण हम लॉक डाउन में किसी प्रकार की छूट देना नहीं चाहते। ग्रीन जोन में होने कारण जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय योजनाओं के निर्माण कार्यों एवं सड़कों के कार्यों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई है ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार मूल्य कार्यों के अंतर्गत मनरेगा से जल संरक्षण के कार्यों को प्रारंभ किया गया है।फारेस्ट एरिया में तेंदूपत्ता तोड़ने में छूट दी गई है और उद्योगों में भी उन्हें छूट दी गई है जो अपने लेबरों को सोसल डिस्टेंस के साथ रखने की व्यवस्था करे और वाहनों के द्वारा ही मजदूरों को लाने लेजाने का काम करे उन्हें छूट दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनवाड़ी भवन स्कूल भवन जैसे निर्माण कार्यों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत अनुमति दी गई है इसी प्रकार रेलवे को भी ब्रिज व अन्य कार्य प्रारंभ करने की अनुमति दी गई है स्कूलों को सड़क से जुड़ने के लिए मनरेगा से कम दूरी की सीसी सड़क एवं अधिक दूरी के लिए ग्रेवल सड़क का भी कार्य कराया जाएगा।