मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने पूर्ववर्ती शिवराज सरकार में नर्मदा किनारे किये गए पौधरोपण के मामले में शिकंजा कस दिया है। सरकार ने इसे एक बड़ा घोटाला बताते हुए जांच का जिम्मा ईओडब्ल्यू को सौंप दिया है। राजधानी भोपाल में वन मंत्री उमंग सिंघार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि पौधरोपण के नाम पर जनता के पैसे का दुरुपयोग किया गया । इसमें 2 जुलाई 2017 को नर्मदा किनारे 6 करोड़ पौधे लगाने में घोर अनियमितताएं तत्कालीन सरकार और अधिकारियों द्वारा की गई थी, उसकी जांच मुख्यमंत्री के निर्देश पर EOW से कराई जाएगी। मंत्री सिंघार ने कहा अपने आप को नर्मदा पुत्र कहलाने वाले शिवराज ने जिस तरह 450 करोड़ का आर्थिक घोटाला किया है उन्होंने माँ नर्मदा का सीना छलनी किया है।