होशंगाबाद जिले के पिपरिया विकासखंड से अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि विद्वानों द्वारा भोपाल के लिए पदयात्रा राष्ट्रीय ध्वज के साथ शुरू की गई है। अतिथि विद्वान प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में एकत्रित होकर नियमित किए जाने के लिए एक बड़ा प्लान तैयार कर रहे थे। जिसे छिंदवाड़ा जिले की पुलिस ने विफल करते हुए इन अतिथि शिक्षकों को बस में बिठा कर छिंदवाड़ा जिले की सीमा से बैक टू पवेलियन कर होशंगाबाद जिले की सीमा में छोड़ दिया। यहीं से इन शिक्षकों ने अपने आंदोलन की रणनीति तैयार कर भोपाल के लिए रवाना हो लिए। अतिथि शिक्षकों ने बताया कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने चुनाव पूर्व हम अतिथि विद्वानों से वादा किया था। कि कांग्रेस की सरकार बनते ही अतिथि विद्वानों को नियमित करेंगे। किंतु सरकार के एक वर्ष हो जाने के बावजूद भी अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण की मांग पर सरकार ने संज्ञान नहीं लिया है। इसीलिए अतिथि विद्वान अपने नियमित करने की मांग को लेकर भोपाल के लिए रवाना हुए हैं।