१. घेऊन जा रे नारबोद, खासी खोखला , और कोरोना बिमारी को ले जा री नारबोद के नारे से समूचा जिला बुधवार की सुबह गूंज उठा। दरअसल महाराष्ट्र के विदर्भ की सीमा से लगे बालाघाट जिले में लोग पोला पर्व के बाद नारबोद पर्व मनाते हैं। इस मौके पर शनिवार को प्रतिवर्ष की परंपरानुसार मारबत के पुतले का दहन किया गया। हालांकि बालाघाट मे भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जिले मे कई तरह के प्रतिबंध जारी है। 2 बालाघाट में हर साल गणेश चतुर्थी के पावन मौके पर मूर्ति कलाकार इस आश में यहां आते हैं कि मूर्ति कला के माध्यम से उनके घर की रोजी रोटी संतोषजनक से चल सके, लेकिन इस बार कोरोना माहमारी और बेतोड़ महंगाई की मार ने इनके अरमानों पर पानी फेर दिया है और हालात इतने बदतर हो गये हैं कि इनके सामने पूंजी खड़ा करने का संकट खड़ा हो गया है, उससे कलाकारों के सामने गंभीर आॢथक संकट व्याप्त हो गया है। 3 जिले के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र बिरसा विकासखंड के अंतर्गत टाडा नदी पर ३ करोड़ का पुल बनाने वन विभाग ने एनओसी प्रदान नही करने की वजह से आज बारिश के दिनो में लगभग २५ गंाव का संपर्क कट गया है। यही नही यदि किसी ग्रामीण की तबीयत खराब हो जाए तो वह अपना ईलाज कराने नदी पार करने के बताए अपने ही घर पर दम तोड़ देते है। फिर भी आज तक आज तक इस करोड़ो का पुल वन विभाग की एनओसी का इंतजार कर रहा है। जिसके चलते वन विभाग के द्वारा एनओसी प्रदान नही की जा रही है। 4 . बालाघाटमुख्यालय परसवाङा के कुरेन्डा मार्ग पर स्थित एक शिक्षक के घर में उस वक्त हङकंप मच गया जब घर के अंदर एक जहरीला काला नाग दिखाई पड़ा। वही आनन फानन में उपस्थित घर के सदस्यों द्वारा वन विभाग की टीम को सुचित कर तत्काल बुलवाया गया । जिन्होने रेक्सयू टीम और ग्रामीणो के सहयोग से उक्त जहरीले सर्प को पकड़ लिया। 5 नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड न ५ लहरी नगर मे बुधवार को नारबोद पर्व के अवसर पर वार्डवासियो ने वार्ड मे साफ सफाई करते हुए इस स्वच्छता का परिचय दिया। इस संबध में वार्डवासियो ने बताया कि वार्ड में कचरा साफ करना और वार्ड को स्वच्छ रखना हमारी प्राथमिकता है। जिसके चलते छुट्टी के दिन मे सभी लोग एकजूट होकर वार्ड मे सफाई अभियान चलाकर सफाई करते है।