व्यापार
01-Oct-2020

कोविड-19 महामारी के कारण देश में 65 फीसदी लोगों की आय प्रभावित हुई है, जबकि 16 फीसदी की कमाई पूरी तरह खत्म हो गई है। इसका खुलासा पैसाबाजार के सर्वे में हुआ है। इसके मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में 70 फीसदी लोगों की कमाई पर असर पड़ा है, जबकि 16 फीसदी की कमाई पूरी तरह खत्म हो गई है। बंगलूरू के 67 फीसदी लोगों ने माना कि महामारी के कारण उनकी कमाई घटी है, जबकि 12 फीसदी की कमाई पूरी तरह खत्म हो गई है। हैदराबाद में यह आंकड़ा क्रमश: 63 फीसदी एवं 20 फीसदी, मुंबई में क्रमश: 63 फीसदी एवं 26 फीसदी और चेन्नई में क्रमश: 52 फीसदी एवं 9 फीसदी है। सर्वे 37 शहरों के 8,616 लोगों से बातचीत पर आधारित है, जिन पर एक लाख रुपये से ज्यादा कर्ज है। गुरुवार को कारोबार के चौथे दिन बाजार में शानदार तेजी है। बीएसई सेंसेक्स 462.40 अंक ऊपर 38,530.33 पर और निफ्टी 130.60 अंक ऊपर 11,378.15 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में बढ़ने वाले शेयरों में ऑटो और बैंकिंग शेयरों में शानदार तेजी है। निफ्टी बैंक इंडेक्स में 470 अंको की बढ़त है। इसमें इंडसइंड बैंक का शेयर 4 फीसदी से ज्यादा की बढ़त है। निफ्टी में बजाज ऑटो और बजाज फाइनेंस के शेयरों में क्रमश: 4 और 3 फीसदी की बढ़त है। जबकि सरकारी कंपनी ओएनजीसी का शेयर 2 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर राह है। लघु बचत योजना( स्माल सेविंग स्कीम) के निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही तक वर्तमान ब्याज दरें रखने का फैसला किया है। इस तरह से आपको मिलने वाली ब्याज दरों में कोई कमी नहीं आएगी। सरकार इसकी अगली समीक्षा अब दिसंबर में करेगी। इसका असर यह होगा कि पीपीएफ एनएससीएस आदि जैसी स्कीम्स पर आपको 7 प्रतिशत से ऊपर ब्याज मिलता रहेगा। अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी कंपनी सिल्वर लेक पार्टनर्स रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में 1,875 करोड़ रुपए का और निवेश करेगी। यह बात रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बुधवार को कही। इसके साथ रिलायंस रिटेल में सिल्वर लेक और उसके सहयोगी निवेशकों का कुल निवेश बढ़कर 9,375 करोड़ रुपए हो जाएगा। इससे रिलायंस रिटेल में सिल्वर लेक समूह की हिस्सेदारी बढ़कर 2.13 फीसदी हो जाएगी। केंद्र सरकार का वित्तीय घाटा (फिस्कल डिफिसिट) अगस्त के अंत में लगातार दूसरे महीने सालभर के डिफिसिट टार्गेट से ऊपर रहा। मुख्यत: रेवेन्यू कलेक्शन पर लॉकडाउन के नकारात्मक असर की वजह से देश का वित्तीय घाटा सीमा से ज्यादा बढ़ गया है। कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स (सीजीए) के आंकड़ों के मुताबिक इस कारोबारी साल में अप्रैल से अगस्त तक जितना वित्तीय घाटा हुआ, वह बजट के अनुमानित सालाना लक्ष्य का 109.3 फीसदी है। कोरोना काल में केंद्र सरकार ने करदाताओं को राहत देते हुए एसेसमेंट ईयर 2019-20 (वित्त वर्ष 2018-19) के लिए आयकर रिटर्न भरने की डेडलाइन को 30 नवंबर तक बढ़ा दिया है। इससे पहले इसकी आखिरी तारीख 30 सितंबर रखी गई थी। आयकर विभाग (इनकम टैक्स डिपार्टमेंट) ने इसकी जानकारी ट्वीट के जरिए दी। सीबीडीटी ने आयकर रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख चौथी बार बढ़ाई है। वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 31 मार्च 2020 तक आईटीआर दाखिल करना था तब इसे 30 जून तक बढ़ाया गया था। फिर इसे बढ़ाकर 31 जुलाई और इससे बाद 30 सितंबर 2020 कर दिया गया। अब इसे चौथी बार आगे बढ़ाया गया है। देश के आठ प्रमुख उद्योगों (कोर सेक्टर) में लगातार छठे महीने गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त 2020 में कोर सेक्टर के इंडेक्स में अगस्त 2019 के मुकाबले 8.5 फीसदी (प्रॉविजनल) गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल अगस्त में कोर सेक्टर में 0.2 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी। गिरावट में लगातार तीन महीने से सुधार दिखाने के बाद कोर 37सेक्टर में फिर से गिरावट बढ़ गई है। अप्रैल की रिकॉर्ड 37.9 फीसदी गिरावट के बाद मई में कोर सेक्टर में गिरावट का स्तर घटकर 21.4 फीसदी (फाइनल) पर आ गया था। इसके बाद जून में यह और घटकर 12.9 फीसदी पर और जुलाई में और घटकर 8 फीसदी (संशोधित) पर आ गया था। आयकर विभाग ने कहा कि विभाग ने एक अप्रैल से 29 सितंबर तक 33 लाख से अधिक करदाताओं को 1.18 लाख करोड़ रुपए का रिफंड जारी किया है। इसी दौरान 31.75 लाख टैक्सपेयर्स को 32,230 करोड़ रुपए का पर्सनल इनकम टैक्स रिफंड (पीआईटी) और 1.74 लाख टैक्सपेयर्स को 86,094 करोड़ रुपए कंपनी टैक्स का रिफंड किया गया है। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए जीएसटी वार्षिक रिटर्न और ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने की समय सीमा को बढ़ा दिया है। नई समय सीमा एक महीने बढ़कर 31 अक्टूबर 2020 तक कर दी गई है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने ट्वीट कर कहा है कि आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर चुनाव आयोग से उचित मंजूरी हासिल करने के बाद सरकार ने जीएसटीआर-9 और जीएसटीआर 9सी के तहत वार्षिक रिटर्न दाखिल करने की नियत तारीख को 30 सितंबर 2020 से बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2020 तक कर दिया है। धनलक्ष्मी बैंक के एमडी एवं सीईओ सुनील गुरबख्शानी के खिलाफ बैंक के 90 प्रतिशत शेयर धारकों ने वोटिंग की है। बुधवार को बैंक की एजीएम में शेयर धारकों ने पक्षपात का आरोप लगाया। शेयर धारकों ने कहा कि नए एमडी उत्तर भारतीय निवेशकों का पक्ष लेते हैं। हालांकि शेयर धारकों ने अन्य नियुक्तियों के पक्ष में वोटिंग की है। कोरोना महामारी के चलते हाउसिंग प्रॉपर्टी की बिक्री में भारी गिरावट देखने को मिली है। भारत के टॉप सात शहरों में जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान 46 फीसदी की गिरावट के साथ 29,520 यूनिट्स हो गई है। इसकी जानकारी प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक की रिपोर्ट में मिली है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी के चलते हाउसिंग प्रॉपर्टी की डिमांड में कमी आई है। पिछले साल समान अवधि में इन सातों शहरों में घरों की बिक्री 55,080 यूनिट्स पर रही थी। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जनवरी-सितंबर के दौरान घरों की बिक्री में 57 फीसदी गिरकर 87,460 यूनिट्स पर पहुंच गई थीं। जो एक साल पहले 2,02,200 यूनिट्स पर थी।


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