रिलायंस ने टाटा समूह को पीछे छोड़ा. रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में बीते दिनों बढ़ोतरी के कारण रिलायंस 13 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन वाली कंपनी बन गई है. 47 साल में पहली बार टाटा समूह को पीछे छोड़ रिलायंस देश का सबसे बड़ा समूह बन गया है. टाटा समूह का कुल मार्केट कैप 11.32 लाख करोड़ रुपए है. जबकि रिलायंस का 13.6 लाख करोड़ रुपए है. रिलायंस की आर्थिक शक्ति में यह बदलाव 1 अप्रैल 2019 से लेकर 22 जुलाई 2020 के बीच आया है. अप्रैल 2019 में रिलायंस समूह का मार्केट कैप 8.91 लाख करोड़ रुपए था जो बढ़कर 13.06 लाख करोड़ रुपए हो गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि टाटा समूह परंपरागत और रिलायंस भविष्य की योजनाओं पर काम कर रहा है, इसलिए यह अंतर आया है. अमेजन डॉट कॉम मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल में 9.9 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद सकती है. रिलायंस रिटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल कंपनी है. मुकेश अंबानी ने हाल में एजीएम में इस तरह की जानकारी दी थी कि वे रिटेल में हिस्सेदारी बेचेंगे. यह ठीक उसी तर्ज पर है जैसे जियो प्लेटफॉर्म में फेसबुक ने सबसे पहले 9.9 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीद कर शुरुआत की थी. शेयर बाजार 38 हजार के पार. कोरोना वैक्सीन जल्दी आने की उम्मीद में सेंसेक्स साढ़े चार माह बाद 38 हजार के स्तर को पार कर गया. गुरुवार को यह 268 अंक बढ़कर 38,140 पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 83 अंक बढ़कर 11,215 पर बंद हुआ. मार्च में निचले स्तर पर जाने और फिर पिछले चार महीनों में अच्छी रिकवरी करने वाले शेयर बाजार में अब तक लगभग 100 कंपनियों के प्रमोटर्स ने अप्रैल-जून की तिमाही के दौरान शेयर खरीदे हैं. यानी इन प्रमोटर्स ने कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है. हालांकि इसी बीच 50 प्रमोटर्स ने हिस्सेदारी में कमी की है. रघुराम राजन ने रिजर्व बैंक को चेताया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि आर्थिक सुस्ती और नकदी में भारी बढ़ोतरी के बीच रिजर्व बैंक सरकार के कर्ज खरीद रहा है और अपने बैलेंस शीट का आकार बढ़ाता जा रहा है. लेकिन फाइनेंशियल सिस्टम पर इसका असर पड़ता है और अंतिम समाधान के तौर पर हमेशा इस उपाय को नहीं अपनाया जा सकता है. नया जीएसटी ई-चालान अधिसूचित. केंद्र सरकार ने नई जीएसटी ई - चालान योजना को अधिसूचित करने का फैसला किया है. इसके अंतर्गत 500 करोड़ रुपए अथवा उससे ज्यादा के कारोबार वाली कंपनियां सेंट्रलाइज्ड गवर्नमेंट पोर्टल पर सभी चालान ऑनलाइन जनरेट कर पाएंगी. इसे 1 अक्टूबर से अनिवार्य किया जा रहा है. जीएसटी परिषद के सुझाव पर छोटे कारोबारियों को इससे मुक्त रखा गया है. कच्चे माल पर दवा कंपनियों को 20ः राहत. केंद्र सरकार दवाओं के कच्चे माल अर्थात एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंटीग्रेटेड और मेडिकल डिवाइस - एपीआई के लिए भी उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना - पीएलआई लाई है. इस योजना के अंतर्गत 53 तरह के एपीआई और 4 सेगमेंट के मेडिकल उपकरणों के उत्पादन पर 20ः तक नगद प्रोत्साहन दिया जाएगा. अभी इन एपीआई के लिए देश मुख्यतः चीन से आयात पर निर्भर है. इससे चीन पर निर्भरता घटेगी. इंडोनेशिया में पाम ऑयल उत्पादन घटा. दुनिया में सर्वाधिक पॉम ऑयल उत्पादित करने वाले इंडोनेशिया में बाढ़ से फसलों को नुकसान होने के कारण इस माह तेल का भंडार 16 महीने के निचले स्तर पर चला जाएगा. इससे भारत में तेल महंगा हो सकता है. मलेशिया के बुर्सा डेरिवेटिव्स पर पाम ऑयल की कीमत 1.6ः बढ़ी है इससे वायदा बाजार में तेल 17ः महंगा हुआ है. फ्लिपकार्ट ने वॉलमार्ट के बिजनेस को खरीदा. ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने अपनी पैरेंट कंपनी वॉलमार्ट के भारतीय होलसेल बिजनेस को खरीद लिया है. कंपनी अगस्त माह में फिलिप कार्ड होलसेल लॉन्च करेगी. इससे देश के 48.75 लाख करोड़ रुपए के किराना रिटेल मार्केट में कंपनी दाखिल हो सकेगी. इससे पहले वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में वर्ष 2018 में 1.07 लाख करोड़ रूपए निवेश कर उसकी 77ः नियंत्रक हिस्सेदारी खरीद ली थी. भारत में माइक्रोफाइनेंस बढ़ा. भारत के माइक्रोफाइनेंस उद्योग में वर्ष 2019 - 20 में सालाना 23ः की वृद्धि दर्ज की गई. अब इस क्षेत्र का सकल ऋण पोर्टफोलियो 232.2 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया है. माइक्रो फाइनेंस ने वित्तीय वर्ष 2019 - 20 की चैथी तिमाही में पिछली तिमाही के मुकाबले 3.5ः वृद्धि के साथ 65 हजार 610 करोड़ रुपए वितरित किए. सऊदी अरब बेचेगा संपत्तियां. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और कोरोनावायरस की दोहरी मार झेल रहे सऊदी अरब ने अपने खजाने की स्थिति ठीक करने के लिए अब आयकर लागू करने का फैसला किया है. दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक सऊदी अरब शिक्षा - स्वास्थ्य और जल क्षेत्रों में संपत्ति का निजीकरण करके अगले 4 से 5 सालों में 99719.19 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रहा है. सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था इस वर्ष 6.8ः सिकुड़ सकती है. एलआईसी की टाटा स्टील में हिस्सेदारी बढ़ी. बाजार की सबसे बड़ी निवेशक कंपनी एलआईसी ने टाटा स्टील में जून तिमाही में हिस्सेदारी बढ़ाकर 11.08 प्रतिशत कर ली है. इस दौरान एलआईसी ने 2 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी बढ़ाई है. अन्य कंपनियों की हिस्सेदारी मिला दें तो टाटा स्टील में बीमा कंपनियों की हिस्सेदारी 17 प्रतिशत से ऊपर हो गई है. बाजार के विश्लेषकों का मानना है कि स्टील सेक्टर इस समय तेजी में है, यही कारण है कि कंपनियां स्टील में हिस्सेदारी बढ़ा रही हैं.