सीहोर जिले के ग्रामीण क्षेत्र से सरकार के विकास के दावों की पोल खोलती और मानवता को शर्मसार करती एक तस्वीर सामने आई है जहां एक प्रसूता महिला को डिलीवरी के लिए गांव में पक्का रास्ता नहीं होने के कारण खटिया पर लाद कर ले जाया जा रहा है क्योंकि इस गांव में कोई पक्का रास्ता नहीं है जिले के इछावर क्षेत्र की ग्राम पंचायत मोया पानी का सुआ खेड़ा गांव जिसकी आबादी लगभग 500 लोगों की है सुआं खेड़ा गांव कि लगभग 2 किलोमीटर रोड इतनी जर्जर और खराब है कि बारिश में इसमें चलना दूभर हो जाता है बारिश के दिनों में इसमें कोई भी चार पहिया वाहन नहीं पहुंच पाता है इस गांव का एक मानवता को शर्मसार करता वीडियो वायरल हो रहा जिसमें 22 जुलाई को आशा नाम की एक महिला की डिलीवरी होनी थी रास्ता खराब होने से एंबुलेंस गांव में नहीं पहुंच पाई और मजबूरन उक्त प्रसिता महिला को ग्रामीणों ने 2 किलोमीटर खटिया पर लाद कर पक्के रोड तक पहुंचाया जिसका एक वीडियो भी सामने आया है जो कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या लगभग 15 20 सालों से बनी हुई है हर वर्ष बारिश में यह काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिससे कई बीमार लोगों की मौत भी हो चुकी है