सप्ताह के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजार शानदार बढ़त के साथ खुला। सेंसेक्स 183 अंकों की तेजी के साथ 38,618.02 और निफ्टी 66 अंक चढ़कर कारोबार कर रहा है। आज बैंकिंग सेक्टर की कंपनियों में तेजी नजर आ रही है। कोटक बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक और एसबीआई बढ़त के साथ हरे निशान पर कारोबार कर रहा है। कोरोना महामारी से लड़खड़ाई भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार शुरू हो गया है। इसके संकेत बाजार में मांग बढ़ने के साथ नई नौकरियों के अवसर में बढ़ोतरी से मिलने लगी है। भारतीय अर्थव्यवस्था को उबारने में पांच सेक्टर अहम भूमिका निभा रहे हैं। ये एफएमसीजी, कृषि, फार्मा, आईटी और वाहन उद्योग हैं। लॉकडाउन के कारण रोजमर्रा के उपभोक्ता उत्पादों (एफएमसीजी) का उपभोग पिछले दो साल के उच्च स्तर पर रहा। पेट्रोल की कीमतों में लगी आग थमने का नाम ही नहीं ले रही है आज लगातार 5 वे दिन पेट्रोल के कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में यह प्रति लीटर 13 पैसे महंगा होकर 81.62 रुपए पर पहुंच गया है। इससे पहले रविवार को भी इसकी कीमत में 14 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी। डीजल की कीमतों में इजाफा नहीं किया गया है। पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की हरकतों के बाद सरकार चीन से आ रहे निवेश प्रस्तावों पर फूक-फूककर कदम आगे बढ़ा रही है। यही कारण है कि चीनी कंपनियों के कई प्रस्तावों को काफी समय से हरी झंडी नहीं मिली है। इनमें से कई प्रस्तावों को फिलहाल रोककर रखा गया है क्योंकि उन्हें गृह मंत्रालय की तरफ से सिक्योरिटी क्लीयरेंस नहीं मिला है। मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के मुताबिक इनमें ग्रेट वॉल मोटर्स, पेट्रोकेमिकल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी हेंगली और फोटोन चाइना के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं। कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित घरेलू उड्डयन उद्योग को अपना वजूद बचाए रखने के लिए करीब पांच अरब डॉलर के पूंजी निवेश की आवश्यकता पड़ सकती है। इसकी वजह यह है कि पूरे विमानन उद्योग को मिलाकर इस वित्त वर्ष में छह से साढ़े छह अरब डॉलर का घाटा हो सकता है। विमानन क्षेत्र में परामर्श देने वाली एक कंपनी ने यह अनुमान जताया है। भारत में डिजिटल भुगतान के 2025 तक तीन गुना बढ़कर 7,092 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। एक शोध रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय समावेश को लेकर सरकारी नीतियों और कारोबार के बढ़ते डिजिटलीकरण के कारण ऐसा होगा। रेडसीर कंसल्टिंग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश में डिजिटल भुगतान बाजार 2019-20 में लगभग 2,162 लाख करोड़ रुपये का था। बेंगलुरु स्थित प्रबंधन परामर्श फर्म ने कहा, इस समय 16 करोड़ मोबाइल उपयोगकर्ता डिजिटल भुगतान करते हैं, जिनकी संख्या 2025 तक पांच गुनी होकर 80 करोड़ हो जाएगी। सरकार ने रूल्स ऑफ ओरिजिन के प्रोविजन को लागू करने के लिए एक दिशानिर्देश जारी किया है। इसके तहत भारत का कोई भी एफटीए पार्टनर देश सिर्फ अपना लेवल लगाकर किसी तीसरे देश का माल भारत में डंप नहीं कर पाएगा। यह दिशानिर्देश मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) के तहत कम सीमा शुल्क का दावा करने वाले आयातों पर लागू होगा। जून और जुलाई के बाद अगस्त में भी भारतीय पूंजी बाजार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के लिए आकर्षक बना हुआ है। इस महीने 3 से 21 अगस्त के बीच एफपीआई ने भारतीय पूंजी बाजार (शेयर और डेट बाजार) में शुद्ध तौर पर 41,330 करोड़ रुपए का निवेश किया। नेशनल सिक्युरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के मुताबिक एफपीआई ने भारत में जुलाई में 3,301 करोड़ रुपए और जून में भी 26,009 करोड़ रुपए लगाए थे। विशेषज्ञों के मुताबिक दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में नकदी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ने से कंपनियां और स्वतंत्र उपभोक्ता किराए की वस्तुओं को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। खासतौर पर मेट्रो शहरों में यह ट्रेंड दिख रहा है। इससे किराए की फर्नीचर में मांग में भी बढ़ोतरी हुई है। फर्नीचर इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने यह बात कही है। जून में अनलॉक-1 की घोषणा होने के बाद वर्क फ्रॉम होम के लिए डेस्क के बारे में पूछताछ करने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई और सभी डेस्क की बिक्री हो गई। इस कारण तुरंत नई डेस्क का निर्माण कराना पड़ा। लांबा के अनुसार, डेस्क और कंफर्टेबल चेयर्स की ज्यादा डिमांड है। कुछ लोग रिक्लाइनर के साथ-साथ घरेलू उपकरण भी किराए पर ले रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ अमेरिका का कारोबारी संबंध पूरी तरह से खत्म करने की संभावना जताई। फॉक्स न्यूज को दिए गए एक साक्षात्कार में उन्होंने पॉलिटिकल कमेंटेटर स्टीव हिल्टन से कहा कि हमें चीन के साथ कारोबार करने की जरूरत नहीं है। यदि वे हमारे साथ उचित व्यवहार नहीं करेंगे, तो मैं चीन के साथ कारोबार पूरी तरह से बंद कर दूंगा। साक्षात्कार रविवार को प्रसारित होने वाला है। अभी इसका वीडियो टेलर जारी हुआ है। स्टीव हिल्टन ब्रिटेन के पूर्व राजनीतिक सलाहकार हैं और अब वह अमेरिकी मामलों के कमेंटेटर हैं। उन्हें डोनाल्ड ट्रंप का समर्थक भी माना जाता है। वाहनों की मांग में तेजी आ रही है लेकिन बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की अति संवेदनशीलता और हिचक से बाजार का उत्साह प्रभावित है। वाहन कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर के एक शीर्ष अधिकारी ने यह टिप्पणी की है। त्यौहारी मौसम की शुरुआत के साथ जुलाई की तुलना में अगस्त में ऑर्डर 30 फीसदी बढ़े हैं। हालांकि इससे पहले पिछले चार महीने के दौरान डीलरों के पास भंडार के जमा होने से बचने के कारण हर महीने थोक ऑर्डर में 25 फीसदी कमी लाई गई। जुलाई की तुलना में जितने ऑर्डर मिल रहे हैं, वे अधिक हैं। मैं कम से कम 20-30 प्रतिशत अधिक कहूंगा। हम जिन मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, उनमें से एक यह है कि बैंक और एनबीएफसी सहित वित्तीय कंपनियां बहुत हिचकिचा रही हैं। लॉकडाउन खुलने के बाद देशभर में आर्थिक गतिविधियां बहाल हो गई हैं। लेकिन काम उत्पादन क्षमता का आधा भी नहीं पा हो रहा है। मांग में कमी, लॉजिस्टिक की दिक्कतें और फंड की कमी के कारण उत्पादन आधा भी नहीं हो रहा है। नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन (एनएसआईसी) के आंकड़ों के मुताबिक, एक अगस्त तक देश के 6.30 करोड़ एमएसएमई यूनिटों में से 91 फीसदी ने काम करना शुरू कर दिया है। लेकिन इनमें से 25 फीसदी ही अपनी 50 फीसदी क्षमता के साथ काम कर पा रही हैं।