आज राज्य सभा में कैलाश सोनी द्वारा चाइल्ड पोर्नोग्राफी का मामला उठाया गया और इसके कारण किशोरों-युवाओं पर पड़ रहे दुष्प्रभावों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की गयी। भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सदस्य कैलाश सोनी ने मंगलवार को शून्यकाल के दौरान इस मामले को उठाया और कहा कि सरकार चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर रोक लगाने को लेकर गंभीर है और 857 साइट प्रतिबंधित भी कर दी गयी हैं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी फिल्में लोग इंटरनेट के माध्यम से देख रहे हैं। इसके प्रभाव में आकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिये जाने की खबरें मिलती रहती हैं। उन्होंने देहरादून, भोपाल और बिहार की कुछ आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि जांच के बाद पता चला है कि इन वारदातों के पीछे कहीं न कहीं चाइल्ड पोर्नोग्राफी भी एक कारण रही है। उन्होंने सरकार से चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर रोक लगाने के लिए और कड़ा कानून बनाने की मांग की। सभापति एम वेंकैया नायडू ने भी इस मसले पर चिंता व्यक्त की और कहा कि सांसदों की एक समिति ने इस समस्या पर विचार-विमर्श करके रिपोर्ट सौंपी है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर प्रभावी रोक लगाने के लिए और कड़े कदम उठाये जायेंगे।