कोरोना महामारी के बीच बालघाट ऐसे जिलों में शुमार है जिसे ग्रीन जोन कहा जाता है, और यह प्रशासन का कड़ाई से लॉक डाउन का पालन कराने के कारन संभव हो पाया है कोरोना महामारी को देखते हुये जिले को सुरक्षित रखने के लिये केेंद्र सरकार की गाईड लाईन के मुताबिक कदम उठाये गये थे, दूसरे शहरों से आने वालों पर नजर रखी गई, इसी का नतीजा है हमारा शहर फिलहाल मौजूदा कोरोना संकट से बचा हुआ है। कलेक्टर दीपक आर्य ने ईएमएस से कहा कि अभी भी सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि आने वाले दिनों में पहले की तरह सभी लोग कोरोना महामारी से बचे रहे। इसमें किसी भी तरह की लापारवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। पुलिस के बारे में आमतौर पर लोगों की धारणा बनती-बिगड़ती रहती है। कोरोना वायरस की महामारी के दौरान लोगों में उनकी छवि बेहद लोकप्रिय और विश्वसनीय बनकर उभरी है। पुलिस कर्मी इस संकट के समय अपना घर-परिवार सबकुछ छोडक़र अपनी जान दांव पर लगाकर आम जनता की रक्षा में जुटे हुए हैं। इस बारे में ईएमएस टीवी से चर्चा में पुलिस अधीक्षक बालाघाट अभिषेक तिवारी ने लॉक डाउन में तैनात पुलिस जवानों को इमानदारी से ड्यूटी करने पर उनकी प्रशंसा की है। उन्होंने कहा की सभी जवानों में अच्छा काम किया है। उनकी लोगों से अपील है कि वनिा किसी काम के घर से बाहर ना निकले और सुरक्षित रहे और अपने परिवार को भी सुरक्षित रखे। बालाघाट में एक बड़ी लापारवाही सामने आई है। इसमें शराब दुकानों में बिक्री के साथ ही सोशल डिस्टेंसिग का माखौल उड़ाया गया, जो कोरोना महामारी को देखते हुये बेहद खतरनाक माना जा रहा है। बुधवार को जैसे ही शराब दुकानों में बिक्री शुरू हुई, उसमें कई तरह खामियां देखने को मिली। इसमें जहां पुराने रेट की शराब नये रेट पर बेंचने का काम किया गया, वहीं दुकानों में रेट सूची भी नहीं लगाई गई थी। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के चलते पूरा देश वैसे ही परेशान है और ऐसी भयावह स्थिति में पेयजल की पूर्ण व्यवस्था ना होना भी चिंताजनक है प्रशासन के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में नल जल योजना लागू कर पेयजल को हर घर तक पहुंचाना लक्ष्य है लेकिन रियान वाटर फिल्टर प्लांट देवसर्रा के द्वारा ग्रामीणों को पिछले ६ माह पूर्व से सही से लाभ नहीं दिया जा रहा है । वही नल जल योजना के अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही से ग्रामीणों को सही मात्रा में पेयजल की सुविधा से वंचित कर सही तरह समय पर पानी का वितरण नहीं किया जा रहा है जिससे ग्रामीणों को पेयजल जैसी परेशानी से जूझना पड़ रहा है । पूरे दुनिया में तबाह मचाने वाली वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में स्थिति डगमगा रही है इसे देखते हुए प्रशासनऔर समाजसेवियों के द्वारा आगे आकर मानवता की मिसाल पेश करते हुए चांगोटोला क्षेत्रीय युवाओं का संगठन अपना परिवार ने जरूरतमंदो को राशन वितरण किया। अपना परिवार युवा संगठन के संयुक्त तत्वाधान में चांगोटोला क्षेत्र के ग्राम बटुआ, बसेगाव, कुमझर, बैगाटोला, कुकडाटोला आदि ग्रामों में दर्जनों परिवार को दिया गया राहत सामग्री एवं वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचने के बताए गए उपाय सोशल डिस्टेंसिंग एवं समय-समय पर हाथ धोने को कहां गया बाहर से आए हुए व्यक्तियों की पंचायत या पुलिस प्रशासन को सूचित करने को कहा गया । कोरोना वायरस को हराने पिछले डेढ़ माह से हमारे देश के तीन योद्घाओं द्वारा अंगद की तरह जमे रहकर अपने कार्य को पूरा करने में लगे है। जिसमें पुलिस विभाग स्वास्थ्य विभाग और सफाई कर्मचारी शामिल है। इन योद्घाओं को चित्रकारी के माध्यम से तिरोड़ी तहसील के हीरापुर गांव की रहने वाली नर्सिग कॉलेज की छात्रा वैशाली साखरे ने बताया कि चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस के कारण भारत देश के अलावा अन्य देश में लाखों लोग इसकी चपेट में आए और कई लोगों की जान चली गई। ऐसे समय में निरंतर अस्पताल में मरीजों को इलाज करते रहने वाले डॉक्टर नर्से समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मचारीगण जिले व देश की बॉर्डर में सेवाएं देने वाले पुलिस जवान और सफाई कर्मचारी अपने कार्य में लापरवाही ना बरतकर काम में जुटे है। इन कर्मचारियों के काम की कर्तव्य निष्ठा देखकर उसने चित्रकारी बनाई है।