बरसात पर प्रशासन सतर्क 1. पिछले तीन दिनों से हो रही बरसात को लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। नर्मदा आ रहे उफान को ध्यान में रख जिला कलेक्टर ने सतर्क रहने की अपील की है। प्रशासनिका अमले को सतर्क कर दिया गया है। जल्द मिले रिपोर्ट 2. केंट के भाजपा विधायक अशोक रोहाणी ने भाजपा के एक प्रतिनिधि मंडल के साथ कलेक्क्टर को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में यह मांग की गई है कि जिन लेागों के कोरोना सेंपल लिये जा रहे हैं उनकी जाँच रिपोर्ट जल्द से जल्द दिये जाएं। शहर की पॉश कालोनी में भरा पानी 3. पिछले तीन दिनों से हो बरसात के चलते शहर में हालात बिगडऩे लगे हैं। शहर के पॉश इलाके तिलहरी में सी चेतन कालोन में बरसात का पानी घरों के भीतर तक भर गया। कालोनवासियों के इस समस्या से शनिवार की दोपहरत तक परेशान होना पड़ा। रेलवे में अलर्र्ट पटरियों की निगरानी बढ़ाई 4. रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार और शुक्रवार को हुई तेज बरसात को देखते हुए रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने ट्रैक सर्किट सिस्टम की निगरानी के लिए मानसून पेट्रोल मैन और वॉच मैन को पटरियों के किनारे तैनात कर दिया है। ट्रैक सर्किट सिस्टम को इस तरह से विकसित किया गया है कि यदि कहीं लगातार बारिश के बाद अगर पानी रेल पटरी के ऊपर आ जाता है तो इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के जरिए उसकी सूचना मिल जाती है और आनन-फानन में गैंगमैन पानी की निकासी का उपाय करते हैं। बीती रात हुई बारिश के बाद रेलवे ने मानसून पेट्रोल मैन और वॉच मैन को रेल पटरियों के किनारे हालात पर नजर रखने की हिदायत दी। कुल 69 जर्जर मकाने मिले 5. नगर निगम की निगाह में शहर में केवल 69 जर्जर मकान हैं जिन्हें तोड़े जाने की प्रक्रिया जारी है। अब तक उसने 10 मकान तोड़े हैं। शहर में 2 लाख 70 हजार के करीब मकान हैं। जो नगर निगम के राजस्व विभाग में दर्ज हैं। इनमें से आधे से ज्यादा बेहद पुराने आवास हैं। कई मकान तो अपनी उम्र के 100 साल या इससे ऊपर का वक्त भी निकाल चुके हैं। जब तेज बारिश होती है तो ऐसे मकान ढहकर दुर्घटना को जन्म देते हैं। जर्जर भवन की कार्रवाई नगर निगम को केवल बारिश के वक्त याद आती है। इसमें तंग गलियों में स्थित होने,न्यायालयीन प्रकरण लंबित होने से इन्हें तोड़े जाने में समस्याएं आती हैं। इसी बीच जब कोई जर्जर भवन ढह जाता है और मौतें होती हैं तो कुछ समय के लिए सक्रियता नजर आती है जिसके बाद फिर सब कुछ वैसे का वैसा चलने लगता है। बीते सप्ताह हनुमानताल थाना क्षेत्र के साठिया कु आं के पास का दो मंजिला पक्का भवन ढहने से एक ही परिवार के 3 सदस्यों की मौत हो गई थी। इसके बाद नगर निगम ने इस मकान को ढहायाथा। इसी तरह 4 मकान एक के बाद एक जर्जर होने से ढहाए गए थे। इस तरह इस सीजन में नगर निगम करीब 10 मकानों क ढहा चुका है जबकि उसकी नजर में 69 मकान ढहाए जाने लायक हैं। बस आपरेटर अपनी मांग पर अड़े 6. 1 सितंबर से बसों का संचालन शुरू होने पर संशय है। दरअसल बस आपरेटर अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी वे किसी कीमत पर बस नहीं चलाने को तैयार हैं। हालात बेहद खराब हैं,लोगों को आसपास के जिलों में जाने तक साधन नहीं मिल रहे हैं,वहीं चालक-परिचालक भी भुखमरी से जूझ रहे हैं इसके बावजूद बस आपरेटर अपनी मांगों के पूरा होने के पहले मानने के मूड में नहीं हैं। जबलपुर बस आपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल किशोर तिवारी पिंटू ने इस बारे में कहा कि हम नहीं चाहते कि बसों के पहिए थमे रहें। यह हमारी रोजी-रोटी है मगर हमारी मजबूरी को भी शासन को समझना चाहिए। एक बस पर 70 हजार से ऊपर का टैक्स उस वक्त का बकाया है जबकि बसें खड़ी रही थीं। हम इसे माफ करने की मांग कर रहे हैं जो पूरे प्रदेश में करीब 9 करोड़ रुपए होता है। इसके अलावा डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो चुकी है जिसमें वर्तमान किराए दर में बसें चलाना हमारे लिए आत्मघाती होगा। हमें किराया बढ़ाने की अनुमति मिलनी चाहिए तभी बसें चल पाएंगी। इसके बाद चैकपोस्ट पर होने वाली लूट से भी निजात दिलाई जाए। 31 घंटे का टोटल लॉकडाउन शुरू 7. कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए शनिवार की रात 10 बजे से लेकर सोमवार की सुबह 5 बजे तक जिले में 31 घंटे का टोटल लॉकडाउन लागू हाक गया है। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने अनलॉक-3 के तहत दी गई छूट में 29 अगस्त रात 10 बजे से 31 अगस्त की सुबह 5 बजे तक विराम देने के आदेश जारी किये हैं। लॉकडाउन के दौरान जिले की सीमा में शराब दुकान सहित सब कुछ बंद रहेगा। न तो फल, सब्जी, किराना, राशन, जनरल स्टोर्स खुलेंगे न ही कोई व्यक्ति बे-वजह घूम-फिर सकेगा। दो-पहिया चार पहिया वाहनों से आवाजाही पर पूर्णत: रोक रहेगी। लॉकडाउन अवधि में आवश्यक वस्तुओं में शामिल दूध, दवा, गैस, ईंधन की सप्लाई चालू रहेगी। बिजली सिस्टम खराब 8. बीती रात से बिजली ने जो आंख मिचौली शुरू की, वो शनिवार तक जारी रही। कई क्षेत्रों में रातभर बिजली का आना जाना जारी रहा। बिजली अधिकारी तकनीकी खराबी को दुरुस्त भी नहीं कर पा रहे थे क्योंकि बारिश तेज होने के कारण काम नहीं हो पा रहा था। दिनभर में करीब 500 के ऊपर बिजली शिकायत दर्ज हुई।अधीक्षण यंत्री आइ के त्रिपाठी ने बताया कि नयागांव सब स्टेशन पर तकनीकी खराबी आने की वजह से शहर के कई इलाकों में बिजली बंद हुई। करीब आधे घंटे तक दर्जनभर से ज्यादा फीडर बंद रहे। इसमें गढ़ा, यादव कॉलोनी, विजय नगर, त्रिमूर्ति नगर, सिविक सेंटर, मढ़ाताल, गोरखपुर, कटंगा समेत कई इलाके शामिल रहे। लोग बिजली बंद होने से कई बार परेशान हुए। सुबह के वक्त भी बारिश नहीं थमने से सुधार करने में परेशानी हुई। हाथीताल फीडर, भीमनगर, गोकलपुर, एसपी ऑफिस के नीचे समेत कई क्षेत्र अंधेरे में रहे। बारिश के दौरान ही कई फीडर में सप्लाई चालू हुई। इस दौरान व्यक्तिगत शिकायत भी ढेरों दर्ज हुईं। बताया जाता है कि बारिश की वजह से पोल पर चढ़कर काम करने में परेशानी आई। ऐसे में व्यक्तिगत शिकायतों के निराकरण में समय लगा। उफान पर नर्मदा 9. जिले सहित डिंडौरी व मंडला में हो रही तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। जिसका सीधा असर नर्मदा के प्रवाह पर देखा जा रहा है। बरगी बांध के जलभराव क्षेत्र में तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है। बांध के जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बरगी बांध प्रशासन ने शुक्रवार शाम पांच बजे पूर्व से खुले नौ गेटों को बढ़ाकर 17 कर दिए हैं। जिससे नर्मदा उफान पर आ गई है और पुल पुलिया व घाट डूब गये हैं। बांध प्रशासन ने जबलपुर, नरसिंहपुर और होशंगाबाद के जिला प्रशासन को भी सूचित कर बांध के निचले क्षेत्र के सभी रहवासियों से सतर्क रहने तथा घाटों एवं डूब क्षेत्र में प्रवेश न करने का आग्रह किया है। बरगी बांध में बढ़ रहे जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बांध प्रशासन ने 21 में से 17 स्पिल-वे गेट औसतन 2.59 मीटर की ऊंचाई तक खोल दिये हैं। रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना (बरगी बांध) के मुख्य अभियंता बीएस धुर्वे के मुताबिक 17 गेट से 2 लाख 33 हजार 114 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। स्कूलों में अब 30 सितम्बर तक होंगे प्रवेश 10. प्रदेश के स्कूलों में प्रवेश की अंतिम तिथि अब 30 सितंबर होगी। मप्र हाईकोर्ट ने राज्य सरकार की अर्जी पर यह निर्देश दिए। जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की सिंगल बेंच ने राज्य सरकार को आगे भी यह अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन दायर करने की छूट दी। कोर्ट ने अपने ही पूर्वादेश को संशोधित कर दिया, जिसमे प्रवेश प्रक्रिया समाप्त करने की अंतिम तारीख 12 अगस्त निर्धारित की गई थी। राज्य सरकार की ओर से यह अर्जी पेश कर उपमहाधिवक्ता स्वप्निल गांगुली ने कोर्ट को अवगत कराया कि 29 मार्च 2001 को हाइकोर्ट ने इस सम्बंध में एक याचिका का निराकरण किया था। कोर्ट ने अपने आदेश मे कहा था कि प्रदेश के स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया जुलाई माह के अंत तक पूरी कर ली जानी चाहिए। किसी भी सूरत में यह तारीख 12 अगस्त से अधिक नहीं बढ़ाई जानी चाहिए। उपमहाधिवक्ता गांगुली ने कोर्ट को बताया कि वर्तमान कोरोनाकाल में परिस्थितियों के लिहाज से स्कूल खुलना फिलहाल असम्भव है। इसे देखते हुए सरकार ने सभी निजी, सरकारी स्कूलों को 30 अगस्त तक स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं।