मानसिक विक्षिप्त महिला की डिलीवरी ट्रेन में हुई जिसे लोग देखते रहे लेकिन मदद के लिए आगे नहीं आए गुरुवार की दोपहर करीब 11:45 बजे बीना कोटा ट्रेन में शौचालय के पास एक मानसिक विक्षिप्त महिला निर्वस्त्र अवस्था में पड़ी हुई थी जिसके साथ कोई नहीं था इस दौरान यात्री महिला की मदद करने आगे नहीं आए और तमाशबीन बने रहे तब जागरूक व्यक्ति ने महिला की मदद की अशोकनगर विश्वास ब्लड हेल्प ग्रुप के सदस्य तरुण मदाना ने बताया कि वह ट्रेन में मौजूद थे कुछ समय बाद यह महिला जैसे तैसे करके शौचालय के अंदर चली गई कुछ समय बाद बच्चे की रोने की आवाज आई महिला की डिलीवरी हो चुकी थी पर कोई भी मदद करने नहीं आया इसी दौरान ट्रेन अशोकनगर स्टेशन छोड़ चुकी थी मदाना लगातार शाढ़ौरा में अपने सहयोगियों से संपर्क में थे ट्रेन को शाढ़ौरा स्टेशन पर रुकवाया और महिला एवं बच्चे को जरूरी कपड़ों की व्यवस्था कराई शाढ़ौरा रेलवे स्टाफ को सूचना के साथ 108 संजीवनी वाहन स्टेशन पर बुलाकर महिला को स्टेशन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाढ़ौरा भेजा गया महिला एवं बच्चा दोनों स्वस्थ हैं वहीं प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेज दिया गया हैं इस पुण्य कार्य में तरुण मदाना के साथ अरविंद रघुवंशी (करख्या) अर्पित रघुवंशी शाढ़ौरा एवं शाढ़ौरा रेलवे स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा