क्षेत्रीय
15-May-2020

मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में मुंबई-आगरा राजमार्ग पर महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश की बॉर्डर पर सेंधवा कस्बे के पास सैकड़ों प्रवासी मजदूरों ने परिवहन और भोजन की व्यवस्था की मांग करते हुए गुरुवार को हंगामा करते हुए पथराव कर दिया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों ने यहां गुरुवार को कई बार हंगामा किया और आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा उनके परिवहन और भोजन की व्यवस्था नहीं की गई है. नाराज होकर मजदूरों ने दोपहर में पथराव कर हंगामा कर दिया हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ. प्रवासियों में गर्भवती महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक और बच्चे शामिल हैं, इनको यहां भोजन, पानी और परिवहन के अभाव में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि यहां एमपी-महाराष्ट्र की सीमा पर बड़ी संख्या में प्रवासी कई घंटे से बैठे हैं लेकिन उनके लिए परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश के सतना, रीवा, अनूपपुर और मध्य प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही अन्य प्रदेशों के लोग भी यहां फंसे हुए हैं. वहीं, बड़वानी कलेक्टर अमित तोमर ने कहा कि प्रवासियों को यहां से 135 बसों से विभिन्न जिलों में बने ट्रांजिट प्वाइंट पर भेजा गया है. जिला प्रशासन और बसों की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहा है ताकि प्रवासियों को उनके घरों तक भेजा जा सके.प्रवासियों द्वारा पथराव और हंगामा किये जाने के सवाल पर तोमर ने कहा कि कुछ बसों के रवाना होने के बाद शेष बचे प्रवासी श्रमिकों को यह लगा कि उनके लिए और बसें नहीं आएंगी लेकिन अधिकारियों के आश्वासन पर वह शांत हो गए इस बीच, प्रदेश सरकार ने भोपाल में जारी अपने बयान में कहा कि प्रवासियों का सबसे अधिक दबाव सेंधवा के निकट मध्य प्रदेश महाराष्ट्र की सीमा पर पड़ रहा है और वहां हर दिन पांच से हजार प्रवासी कामगार पहुंच रहे हैं.


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