जबलपुर संभाग के कमिश्नर महेश चन्द्र चौधरी ने बालाघाट जिले के प्रवास के दौरान जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया और कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए रेंजर्स कालेज के छात्रावास में बनाये गये कोविड केयर सेंटर एवं कोरोना पाजेटिव मरीजों के उपचार के लिए सरदार पटेल होम्योपेथिक कालेज गायखुरी में बनाये गये कोविड अस्पताल का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह, सहायक कलेक्टर अक्षय तेम्रावाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडे, सिविल सर्जन डॉ आर के मिश्रा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ परेश उपलप एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। कमिश्नर चौधरी ने जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी सुरक्षा उपकरणों, कोरोना टेस्ट किट एवं दवाओं आदि के बारे में जानकारी ली।
बालाघाट। सरकार चाहे मजदूरो को बसो और ट्रेनो से लाने के कितने ही बड़े बड़े दावे कर ले लेकिन मजदूरो की इस यात्रा के सामने सरकार के वादे विफल साबित होते हुए नजर आ रहे है। इसी तरह का एक ताजा मामला तेंलागना से ३५०० रूपए मे दो मजदूर पहुचे सिवनी और सिवनी से कंजई डम्पर मे यात्रा कर अपने घर पहुंचे जहां कंजई बार्डर पर तैनात कर्मीयो के द्वारा जांच के नाम पर जहां औपचारिता तो निभाई लेकिन उन्हे भूखे पेट ही अपने घर जाने के लिए कह दिया। जिसके कारण दोनो मजदूर सडक़ किनारे पोहा खाकर अपना पेटकर अपने घर की ओर गए।
जिले की तिरोड़ी तहसील की महकेपार ग्राम पंचायत मे ग्रामीण महिलाओं ने शराब दुकान के विस्थापन पर विरोध जाहिर कर दुकान को बंद करने की मांग की है।
वही इस मामले मेें ग्रामीणों की मांग है कि गांव में शराब दुकान को पूरी तरह से बंद किया जाना चाहिए बिगड़ती स्थिति को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंची। जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर दुकान बंद कराने की मांग की है। इस संबध में प्रदर्शनकारियो ने बताया कि विगत माह से शराब ठेकेदारो के द्वारा महकेपार मे शराब दुकान संचालित की हुई है। जिससे ग्राम का वातावरण अत्यधिक खराब हो चुका है। वही दूसरी ओर शुराप्रेमियो के द्वारा सुबह और शाम को शराब का सेवन कर घरो मे लड़ाई झगड़े होना भी प्रांरभ हो गए है।
कोरोना वाईरस की महामारी में लॉकडाउन के चलते जिले में हजारों मजदूर अन्य राज्यों और महानगरों में फंसे हुए है। यहा भूख से जूझ रहे अपने घरों तक पहुंचने के लिए जद्दों जहद कर रहे है। सरकार के द्वारा कोई मदद नहीं मिलने से मजदूरों में आक्रोश है ऐसे में सैकड़ों मजदूरों जमा हुये और हंगामा कर दिया। तमिलनाडु के न्यू त्रिपुर जिले में बालाघाट के लगभग २००० हजार मजदूर अपने घर आने के लिये परेशान है। उनका कहना है कि यहां वे एक फैक्टरी में काम करने आये हुए थे, लेकिन अब फैक्टरी बंद होने से उनके पास राशन और रूपये भी नहीं बचे है। ऐसे में कोरोना से तो नहीं लेकिन भूखे रहने से उनकी मौत जरूर हो जायेगी। यहां का स्थानीय प्रशासन से भी उन्हे कोई मदद नहीं मिल पा रही है।
केरल के तटीय भाग से दक्षिण-पूर्वी अरब सागर पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। जिसके कारण विपरीत दिशा की हवाएं आपस में टकरा रही हैं। इस कारण देश के कई राज्यों में जोरदार बारिश हो रही है। इसी के चलते शुक्रवार को दोपरह ३ बजे बालाघाट जिले के अलावा लामता, चांगोटोला क्ष्ेात्र के तेज तुफान सहित जोरदार बारिश हुर्ई। यह बारिश लगभग आधा से एक घंटे तक चली। इस चक्रवती तुफान की वजह से लगभग आधा दर्जनो के मकानो की छत उड़ गई जिसके बाद बालाघाट मुख्यालय मे भी तुफान के साथ बारिश हुर्ई। हालांकि इस संबध मे मौसम विभाग के अधिकारियो का कहना है कि इस चक्रवती हवाओं के चलते आपस मे टकरा रही है। जिसकी वजह से तुृफान और बारिश के आसार नजर आ रहे है और कुछ कुछ जगह पर भारी बारिश भी होने की संभावना है।