जिसमें मौजूदा तथा संभावित ग्राहकों के लिए दो दिवसीय ग्राहक संपर्क पहल कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में कलेक्टर अजय गुप्ता ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति को उसके आर्थिक अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए। बैंकिंग धोखाधड़ी से किस प्रकार बचा जाए एवं कैसे अपनी जमा पूंजी को सुरक्षित रखा जाए यह जानना सभी के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अलावा सहकारिता बैंकों ने भारतीय कृषकों का विश्वास बैंकों पर जगाने में मदद की है। विभिन्न प्रकार के लोन कृषकों को आसानी से उपलब्ध कराकर भारतीय अर्थव्यवस्था को भी विशेष मजबूती बैंकों ने प्रदान की है। महिला स्वसहायता समूहों को लोन देकर बैंकों ने न केवल महिलाओं के भीतर छुपे उद्यमी को बाहर निकाला है, बल्कि महिला सशक्तिकरण में भी बहुमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने तकनीकी के माध्यम से बैंकिंग सुविधाओं को गांव-गांव तक पहुंचाए जाने की भी सराहना की। इस मौके पर कलेक्टर अजय गुप्ता ने महिला स्वसहायता समूहों को चैक प्रदान किए। इस अवसर पर वाहन ऋण, आवास ऋण,कृषि ऋण के लगभग 35करोड़ के ऋणों का वितरण किया गया। वही इस अवसर पर बैंक आफ़ इंडिया प्रधान कार्यालय, मुंबई के महाप्रबंधक अरविंद वर्मा ने बताया के इससे लगभग 2 हजार 500 से अधिक लाभ मिलेगा और उनकी अर्थ व्यवस्था में सुधार होगा एवम जो संस्थागत अर्थ व्यवस्था है वो बढ़ेगी और हितग्राहियों को भी काफी लाभ मिलेगा इस अवसर पर सभी बैंकों के पप्रबंधक उपस्थित रहे।