मंदसौर। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार जाते ही भाजपा की सरकार में बढ़े हुए बिजली के बिलों से आमजन बेहद परेशान है। भोपाल से मुख्यमंत्री अलग बात कर रहे है और स्थानीय स्तर पर अधिकारी अलग बात कर रहे है जिसके कारण आम उपभोक्ता परेशानी झेल रहा है। भोपाल से मुख्यमंत्री के अनुसार 100 रूपये तक के बिजली बिल का 50 रुपए, 400 रुपए तक के बिजली बिल में 100 रुपए और 400 रूपये से अधिक के बिलों का भुगतान आधा करना होगा। लेकिन स्थानीय विद्युत मंडल के अधिकारियों कहना है कि उनके पास अभी तक इस तरह का कोई आदेश नहीं आया है। मंगलवार को भी स्थानीय नूतन ग्राउण्ड के पास स्थित बिजली कम्पनी के कार्यालय में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। सभी का यही कहना था कि लाॅकडाउन में दुकानें बंद रही फिर भी हजारों रूपये के बिल आ रहे है। व्यापार - व्यवसाय कुछ नहीं है ऐसे में बड़े हुए बिजली के बिलों को भरने में समस्या आ रही है। कई लोग अपना बिजली का बिल आधा कराने के उद्देश्य से कार्यालय पहुचे तो उन्हें भी किसी अधिकारी ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। बहरहाल बिजली के बिलों को लेकर हमेशा समस्या बनी रहती है। सरकार के प्रतिनिधि कुछ कहते है और स्थानीय स्तर पर अधिकारी कुछ ऐसे में परेशानी से जूझता है तो वो है आम आदमी। विद्युत ग्रीड के उपयंत्री मणीशंकर मणी ने बताया कि आधे हुए बिजली के बिलो को लेकर अभी तक कोई आदेश नहीं आया है। कुछ बिलों में पहले से ही संसोधन होकर बिल उपभोक्ताओं तक पहुचे है। लेकिन जो बिल आधे हुए है उनका बाकी की राशि सरकार देगी या आगामी माहों में विलय होगा इसे लेकर कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ