क्षेत्रीय
08-Feb-2023

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चमोली जिले के जोशीमठ में आई आपदा के लिए एक बार फिर हरिद्वार जिला प्रशासन ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाएं हैं। हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने आज 5 ट्रकों में राहत सामग्री रवाना की है। जिसमें पीड़ितों के लिए कंबल खाने पीने का सामान इत्यादि शामिल है। साथ ही जिन लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। उनके लिए विशेष राहत सामग्री रवाना की गई है। जिससे पीड़ित लोगो को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। कांग्रेस पार्टी ने राज्य लोक सेवा आयोग के प्रस्तावित परीक्षाओं को ना कराने की मांग की है । प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि पटवारी लेखपाल की परीक्षा का पेपर लीक हुआ है । एई जेई की परीक्षा भी लीक हुई है। गोपन विभाग के अधिकारी गिरफ्तार हो चुके हैं जब तक जांच चल रही है तब तक राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं नहीं होनी चाहिए। साथी उन्होंने लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की पेशकश की है। राजधानी देहरादून में नगर निगम बिंदाल और रिस्पना नदी की सफाई के लिए अभियान चलाया जएगा साथ ही 4 माह तक स्वच्छता अभियान चेलेगा कल मेयर सुनील उनियाल गामा ने विशेष स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया था।..आपको बता दे देहरादून में 4 महीने 59 जगहों पर चलेगा अभियान...बरसात से पहले अभियान को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। महाशिवरात्रि नजदीक नजदीक आते ही हरिद्वार में बम बम की गूंज चारों और होने लगी है इसी को लेकर महाशिवरात्रि की इस मौके पर आज से महायज्ञ का आयोजन हरिद्वार के प्रेमनगर आश्रम में किया जा रहा है आयोजक रूद्र प्रताप त्रिपाठी ने बताया कि यह कार्यक्रम 8 फरवरी से लेकर 19 फरवरी तक चलेगा जिसमें महायज्ञ के आयोजन के साथ-साथ वेद और भागवत का आयोजन होगा दूर दूर से सही महापण्डित और ब्राह्मण यहां पर पहुंचे हैं अंत मे भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है उसके बाद सोमवती अमावस्या को स्नान कर सभी लोग भगवान शिव की उपासना कर घर वापस लौट जाएंगे नई खनन नीति के विरोध में आज गांधी पार्क के बाहर देवभूमि बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर एवं ट्रक ऑपरेटर्स कल्याण समिति के बैनर तले ट्रांसपोर्टरों ने धरना दिया। देवभूमि बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर्स एवं ट्रक ऑपरेटर्स कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष हरेंद्र बालियान ने आरोप लगाया कि खनन विभाग के एक उच्च अधिकारी के निजी स्वार्थ के चलते वह सरकार को गुमराह करते हुए प्रदेश में खनन नीति में बदलाव किया है जिसके कारण प्रदेश के अंदर बाहरी राज्यों से भवन निर्माण में प्रयोग होने वाली कुछ सामग्रियों को प्रतिबंध किया गया है जिसके कारण संस्था से जुड़े 500 ट्रक जिसमें लगभग 3000 व्यक्तियों का परिवार चलता है उन्हें आज समाज की नजर में चोर कहा जा रहा है आज ट्रांसपोर्टरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।


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