1 पुलिस कंट्रोल रूम में सीएसपी अशोक तिवारी , यातायात डीएसपी सुदेश सिंह , डीएसपी अजाक सुरेश पाल सिंह , एसडीएम अतुल सिंह के नेतृत्व में छिंदवाड़ा अनुभाग के तीनों थाना प्रभारी की उपस्थिति में सभी अधिकारियों द्वारा आगामी ईद और प्रकाश पर्व पर आवश्यक तैयारी पर व जुलूस की रूपरेखा और चाक चौबंद कानून व्यवस्था के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए । मीटिंग में दोनों धार्मिक बंधुओं द्वारा स्वेच्छा से एक दूसरे के पर्वों को सम्मान करते हुए जुलूस व्यवस्था व अन्य व्यवस्था को आपसी सहयोग व सामजस्य के साथ एक दूसरे के पर्वाे के जुलूस का स्वागत करने का निर्णय लिया गया, जिसकी जिला पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन द्वारा सराहनीय कदम बताते हुए दोनों धार्मिक पक्षों को बधाई दी साथ ही अयोध्या के संभावित निर्णय को देखते हुए आपस में सौहाद्र बनाये रखने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया । 2 दीपावली के बाद हो रही छुट पुट बारिश के बाद अब अनाज व्यापार करने वाले व्यापारी फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं। लेकिन इसकी मार किसान को ही पड़ रही है। वेसे भी अतिवृष्टि के चलते मक्का की फसल काफी प्रभावित हुई है। उस पर मंडी पर लाए गए मक्का को बोली के पहले व्यापारी मोईश्चराईजर मशीन में डालते हैं फिर उसे देखने के बाद बोली लगाते हैं। सूत्रों की माने तो नमी को परखने के बाद मक्के की दरे 100 से 150 रुपए तक कम हो जाती है।इस सप्ताह नया मक्का 17 सौ से 1900 रुपए प्रति क्विंटल तक बिका है। 3 युवाओं को रोजगार से जोड़ने शासन द्वारा चलाए जा रहे कौशल उन्नयन कार्यक्रम के तहत शनिवार को दक्षिण वन मंडल के ग्राम मोरडोंगरी में रोजगार मेले का आयोजन किया गया यहां बतौर अतिथि शामिल हुए पांढुर्णा विधायक नीलेश उइके ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हर संभव कोशिश कर रही है ऐसे में वन विभाग के माध्यम से वन क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं की जंगल पर निर्भरता कम करते हुए उन्हें विभिन्न कंपनियों के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराना सराहनीय कदम है कार्यक्रम में सीसीएफ केके गुरबाणी डीएफओ साहिल गर्ग एवं एसडीओ आर एस धुर्वे सहित बड़ी संख्या मे युवा उपस्थित थे 4 जब मन हुआ सड़कों को बंद करके कोई भी काम कर लिया जाता है। न नगर निगम से अनुमति ली जाती है और न ही मार्ग डायवर्ट का बोर्ड लगाया जाता है।जिससे राहगीरों को खासी परेशानी हो जाती है। शादी विवाह के सीजन शुरू होते ही बिना जानकारी दिए मार्ग तो बंद होता ही है साथ ही घरों के निर्माण के लिए भी रास्ता बंद कर दी जाती है। विशेष रूप से छापाखाना क्षेत्र में करीब आधा दर्जन स्थानों पर रेत एवं गिट्टी पड़ी है । जहां कभी भी काम शुरू हो जाता है। इसके लिए निगम से अनुमति भी नहीं ली जाती है। बता दें कि सड़क पर पड़े बिल्डिंग मटेरियल को उठाने के निर्देशों के बाद भी इनका पालन नहीं किया जाता है।