क्षेत्रीय
यह है नगर का वार्ड नंबर दो, जिसकी आबादी 6 हजार के करीब है, यहां पर चार हजार से ज्यादा वोटर हैं। वार्ड मेें शासकीय नौकरी और मध्यम वर्ग परिवार से जुड़े लोग रहते हैं। इस बार आरक्षण में वार्ड को ओबीसी सामान्य का दर्जा मिला है। पांच साल बाद भी जरूरी सुविधाएं लोगों को नहीं मिली हैं। इस पूरे मामले में वार्ड के पार्षद का कहना है कि उन्होंने अपने प्रयासों में कमी नही रखी है लेकिन ठेकेदार के कारण कुछ जगह नाली, जल भराव और दूसरी समस्याएं बनी हैं।