अंतर्राष्ट्रीय
05-Sep-2020

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और चीन के सीमा विवाद को खतरनाक बताया है। उन्होंने कहा- दोनों देशों के बीच सीमा पर हालात बेहद खतरनाक है और चीन इसे बढ़ा रहा है। मैं इस मामले में दोनों देशों की मदद करना चाहता हूं। इस बारे में भारत और चीन से बातचीत भी की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए ट्रम्प ने कहा- नरेंद्र मोदी मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। वो शानदार तरीके से काम कर रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव में मुझे भारतीय मूल के लोगों का पूरा समर्थन मिलेगा। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि 2021 के मध्य तक ही कोरोना वैक्सीन को दुनियाभर में पहुंचाया जा सकता है। डब्ल्यूएचओ की चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 2021 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक दुनियाभर के देशों में वैक्सीन पहुंच सकती है। यह टाइमलाइन इस आधार पर तय की गई है कि दुनियाभर में जिन वैक्सीन का फेज-3 का ट्रायल चल रहा है वह इस साल के अंत तक पूरा नहीं होता दिख रहा। ट्रायल पूरा होने के बाद ही वैक्सीन का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जा सकेगा। एससीओ समिट में शामिल होने रूस दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग्हे से मुलाकात की। चीन की ओर से रक्षा मंत्रियों की मुलाकात की पहल की गई थी। लद्दाख में भारत-चीन के बीच करीब चार महीने से जारी तनाव के बीच दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की यह पहली मुलाकात है। दोनों देश के बीच सीमा पर तनाव खत्म करने को लेकर 2 घंटे 20 मिनट तक बैठक चली। राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि आज मैं फिर से दोहराता हूं कि भारत ग्लोबल सिक्योरिटी आर्किटेक्चर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। लाखों डॉलर की अघोषित संपत्ति का खुलासा होने के बाद विवादों से घिरे इमरान खान के स्पेशल एडवाइजर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) आसिम सलीम बाजवा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री इमरान के सूचना सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि इमरान ने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया। बाजवा अब चाइना पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपैक) के चेयरमैन बने रहेंगे। इसी पद को लेकर ही वो विवादों में हैं और विपक्ष उनको हटाने की मांग कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वैक्सीन पर बड़ा बयान दिया है। संगठन का कहना है कि बड़े पैमाने पर कोरोना के टीकाकरण की उम्मीद अगले साल मध्य तक भी नहीं की जा सकती। अभी भी दुनियाभर में वैक्सीन के ट्रायल पूरे नहीं हुए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रवक्ता डॉ. मारग्रेट हैरिस ने कहा, दुनियाभर की कई वैक्सीन एडवांस स्टेज के क्लीनिकल ट्रायल में हैं। इनमें से कोई भी वैक्सीन कोरोना को रोकने में 50 फीसदी तक भी असरदार साबित नहीं हुई है। महामारी के इस दौर में किसी भी वैक्सीन से यह उम्मीद की जाती है कि यह कम से कम 50 फीसदी तो असरदार हो। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ताइवान ने अपनी हवाई सीमा में घुसपैठ करने वाले चीन के सुखोई एयरक्राफ्ट को मार गिराया। इस पर ताइवान की डिफेंस मिनिस्ट्री ने ट्वीट कर कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाहें चल रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ताइवान ने चीन के सुखोई-35 फाइटर जेट को मार गिराया है। यह पूरी तरह से फेक न्यूज है। हम नेटिजन्स से अपील करते हैं कि इसे न फैलाएं। कोरोना के संक्रमण को लेकर भले ही चीन दुनिया के आरोपों से घिरा हो, मगर इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता कि आज सिर्फ चीन में ही आर्थिक गतिविधियां और सामान्य जनजीवन पूरी तरह शुरू हो चुके हैं। बाकी दुनिया में कहीं मजदूरों की कमी तो कहीं वैश्विक मांग घटी है, लेकिन चीन में निर्माण इकाइयों में पूरी क्षमता से उत्पादन हो रहा है। ज्यादातर देशों में जहां वर्क फ्रॉम होम अब न्यू नॉर्मल बन गया है, वहीं चीन में दफ्तर फिर पूरी स्टाफ क्षमता के साथ खुल चुके हैं। अमेरिका में 1 जनवरी तक 4,10,000 लोगों की मौत हो सकती है। इसका मतलब है कि अगले चार महीने में ही 2 लाख 24 हजार लोग जान गंवा सकते हैं। वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन की रिपोर्ट के मुताबिक, मास्क के इस्तेमाल से 1 लाख 22 हजार जानें बचाईं जा सकती हैं। अगर, प्रतिबंधों में ढील दी गई तो 6 लाख 20 हजार से ज्यादा मौतें हो सकती हैं। संस्था के मुताबिक, लोगों में जागरूकता की कमी के चलते दिसंबर में हर दिन करीब 3 हजार मौतें होंगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने डेमोक्रेटिक पार्टी के उस आरोप को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि ट्रम्प अमेरिका को जंग की तरफ ले जा रहे हैं। पेन्सिलवेनिया के लेट्राबो शहर में एक चुनावी रैली के दौरान ट्रम्प ने कहा- मैंने अमेरिका को युद्ध से बचाया है। नॉर्थ कोरिया का उदाहरण सामने है। इसी रैली में ट्रम्प ने एक तरह से राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोए बिडेन के हमेशा मास्क पहनने पर भी तंज कसा। कहा- मुझे तो लगता है कि उनके साथ कुछ दिमागी दिक्कत है। भारत-चीन के बीच सीमा पर सैन्य गतिरोध के बीच चीन को थाईलैंड में गंभीर झटका लगा है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि थाईलैंड सरकार ‘क्रा कैनाल प्रोजेक्ट’ को रद्द करने जा रही है जिसे बीजिंग किसी भी सूरत में पूरा करना चाहता है क्योंकि इसके बाद उसकी हिंद महासागर तक पहुंच आसान हो जाएगी। यही नहीं, इससे ठीक पहले थाई सरकार ने जनता के दबाव में आकर 72.4 करोड़ डॉलर की दो चीनी पनडुब्बियों की खरीदी में देरी करके भी उसे झटका दिया है। चीन लंबे समय से ‘क्रा कैनाल प्रोजेक्ट’ के पूरा होने की उम्मीद लगाए बैठा है। करीब 102 किलोमीटर लंबी नहर के अस्त्तिव में आने के बाद चीन दक्षिण चीन सागर और हिंद महासागर में अपने नवनिर्मित ठिकानों तक आसानी से पहुंच सकेगा। अभी उसे इसके लिए 1,100 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है।


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