मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कि सौंसर में अब शिवाजी महाराज की आदमकद प्रतिमा पूरे धूम धाम के साथ समारोहपूर्वक स्थापित की जाएगी. इतना ही नहीं सीएम कमलनाथ के बेटे और इतना ही नहीं छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने घोषणा की है कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनाने और उसकी स्थापना कराने में जो भी खर्चा आएगा उसका वहन वह खुद करेंगे. वहीं इस मामले को राजनीतिक तूल देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को सौंसर पहुचेंगे जिस पर सांसद नकुलनाथ ने उनका स्वागत किया है और छिंदवाड़ा माडल देखने का आग्रह किया साथ ही उन्हे दोपहर भोजन के लिए भी आमंत्रित किया है। साथ ही उन्होने छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर राजनीति न करने का आग्रह किया है उन्होने टवीट कर लिखा है कि छत्र पति शिवाजी महाराज हमारी आस्था के प्रतीक हैं, आपका उनके नाम को राजनीति के लिए प्रयोग करना उचित नहीं होगा. आप छिंदवाड़ा आ ही रहे हैं तो मेरे गृहग्राम शिकारपुर में भोजन के लिए भी आमंत्रित हैं. भोजन के बाद मैं चाहूंगा कि आप एक बार पूरे छिंदवाड़ा के विकास को देखकर जरूर लौटें. गौरतलब है कि गुरुवार शाम होते- होते मुख्यमंत्री कमलनाथ, विवाद के निपटारे के लिए खुद सामने आए. उन्होंने कहा, 'छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्र के गौरव हैं. ऐसे गौरव, गरिमा और शौर्य के प्रतीक छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा स्थापना एक उत्सव के रूप मे होनी चाहिये, ना कि आधी रात मे चोरी छिपे । हालांकि भाजपा इसे राजनीतिक तूल दे रही है लेकिन इस घोषणा के साथ ही छिंदवाड़ा में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति हटाने को लेकर बढ़ रहा विवाद खत्म हो गया है