मध्यप्रदेश पंचायती चुनाव को गुजरे तकरीबन एक सप्ताह हो चुका है लेकिन उस चुनाव का कटनी जिले में क्या असर हुआ उसकी कुछ ऐसी तस्वीरे समाने आई है जो शायद ही किसी ओर देश दुनिया में देखने को न मिले... मामला बहोरीबंद तहसील का है - जहां के मोहतरा गांव में पुलिस ने वो कार्यवाही की है जो तालिबानियों को भी हैरत में डाल दे– दरअसल मामला चुनाव में पुनःमतगणना का था जहां हारे हुए प्रत्याशी को जीताने का खामियाजा उन मासूमों को भी झेलना पड़ा जिन्हे चुनाव का मतलब भी नही पता सूनी सड़कें, खाली मकान और दरवाज़े में टंगे ये ताले.... इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि कटनी जिले की पुलिस ने जो यहां कोहराम मचाया है, वह किसी तालीबानी कार्यवाही से ज्यादा ओर कुछ नही है। इस गांव में 8 जुलाई को चुनाव को लेकर गिनती चल रही थी जिसमें जीत - हार का फ़ैसला महज दो वोटो में सिमट गया। और इस तमाम मामले को समेटने में पूरा प्रशासन लग गया... लोगों के मुताबिक वे मतदान करके अपने घरों में बैठे थे अचानक पुलिस का दस्ता आया और वो भूचाल कर गया जिसकी वे कल्पना भी नही कर सकते... पति पत्नी के अलावा उन तमाम बच्चों को भी शिकार बनाया गया जिन्हें यह भी नही मालूम कि लोकतंत्र ऐसा भी हो सकता है क्या? इस लोक शाही का नतीजा यह हुआ कि जो भी उन्हें दिखा वो उनकी तालिबानी पुलिसिंग का शिकार हुआ क्या बच्चे क्या बूढ़े.. गांव के जिसे घर का दरवाजा खुला मिला उस घर में तोड़-फ़ोड़ की। जिसने दरवाजे नही खोले उनके दरवाजे उखाड दिए गए। बताया जा रहा है गांव में आधा सैकड़ा से अधिक गाडियां ऐसी है जो पुलिस की दंगाई का शिकार हुई.. पहले देखिए ये तस्वीरें फ़िर सुनिए इनकी ज़ुबानी– ग्रामीणों की माने तो जिन्होंने चुनाव के बाद हंगामा किया वो तो उसी दौरान है चले गए... हम लोगो ने कुछ नही किया इसलिए शांति से घर पर बैठे थे लेकिन उन्हें छोड़ बाकी ग्रामीणों को मारने आई थी...। इस घटना का शिकार एक फौजी परिवार भी हुआ जिनका बेटा निश्चिंत होकर अपनी देश की सीमाओं को सुरक्षित करने में लगा है लेकिन उसे क्या पता है कि उसका खुद का घर हीं सुरक्षित नही है... पुलिस ने फ़ौजी के उस कमरे को भी नेस्तनाबूत कर दिया, जिसमें उसने अपने बचपन की सारी यादें समेट रखीं थी – इस तरह की तमाम तस्वीरें हैं हमारे पास जो आपको लोकतंत्र और लोकशाही से डीक्टेटरशिप की तरफ़ ले चलेंगी लेकिन हमारे जिले के एडिशनल एसपी के मुताबिक यह कोई कार्यवाही नही है... मतगणना और फ़्लैग मार्च के दौरान की गई कार्यवाही है जो कुछ खास नही है... सुनिए इनके बयान को और याद कीजिए उन तमाम तस्वीरें जो हमने आपको अभी दिखाई हैं....।