क्षेत्रीय
26-Sep-2020

1. पनागर विधायक सुशील तिवारीश्इंदुश् ने आज दमोहनाका स्थित कोरोना कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पहुँचकर होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना पेशेंट से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर उनके स्वास्थ्य का हालचाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। 2. कोरोना काल में कोविड शवो के संस्कार के बाद उनके राख फूल को मोक्ष टीम के द्वारा विसर्जन कर सबकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर आज तिलवारा मैं राख फूल को विसर्जित किया गया। वही जैन धर्म के जो संसकार क ये गए उनका राख फूल उनकी धर्मिक आस्था के साथ भूमिगत कर पूजन कर किया गया भिक्षुओं ओर जरूरतमंद को भोजन कराया गया । 3 जबलपुर में स्वास्थ्य महकमा कोरोना के इलाज के लिए की गई व्यवस्थाओं को भले ही बेहतर बताता हो लेकिन इसकी हकीकत बिल्कुल इसके उलट ही है।प्रशासन ने ज्यादा से ज्यादा सैम्पल की जांच के निर्देश दिए जाते है।लेकिन सैम्पल तो लिए जाते है पर उसकी रिपोर्ट आने में हप्तों लग जाते है।शुक्रवार को ऐसे की कोविड के संदिग्ध विक्टोरिया अस्पताल में अपनी रिपोर्ट का इंतजार करते नजर आए थे।इनमे सुरक्षा संस्थानों में काम करने वाले लोग भी शामिल थे जो रिपोर्ट न मिल पाने के कारण न तो अस्पताल में भरती होकर इलाज करवा सकते है और ड्यूटी ज्वाइन कर सकते है।किसी का सैम्पल 17 सितम्बर को लिया गया तो किसी का 18 सितम्बर को।हैरानी की बात है कि संदिग्धों को 3 दिनों में जांच रिपोर्ट देने का भरोसा दिया गया था। बाइट सुरेश लोधी 4 कोरोना काल मे ऑक्सीजन का जिम्मा एक धार्मिक संस्था ने स्वेच्छा से लिया है। इस संस्था ने आपस में चंदा एकत्रित करके 6 ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे हैं। एक ऑक्सीजन सिलेंडर करीब 7 हजार रूपये का आता है। अब इसे जरूरतमंद मरीजों को निशुल्क दिया जा रहा है। संस्था के पास 6 सिलेंडर हैं और इनकी लगातार बुकिंग हो रही है। जो लोग घरों में कोरोना वायरस की वजह से बीमार पड़े हुए हैं, वह इस सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। 5 कोरोना काल मे ऑक्सीजन का जिम्मा एक धार्मिक संस्था ने स्वेच्छा से लिया है। इस संस्था ने आपस में चंदा एकत्रित करके 6 ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे हैं। एक ऑक्सीजन सिलेंडर करीब 7 हजार रूपये का आता है। अब इसे जरूरतमंद मरीजों को निशुल्क दिया जा रहा है। संस्था के पास 6 सिलेंडर हैं और इनकी लगातार बुकिंग हो रही है। जो लोग घरों में कोरोना वायरस की वजह से बीमार पड़े हुए हैं, वह इस सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। 6 करोना संकट की वजह से जबलपुर में अस्पतालों और बिस्तरों की कमी है, लेकिन कुछ शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन उनका उपयोग नहीं किया जा रहा है। ऐसा ही एक शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माढोताल में स्थित है। यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह से तैयार है और इसमें मरीजों को इलाज के लिए रखा जा सकता है। तमाम सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का अमला स्वास्थ्य केंद्र का उपयोग नहीं कर रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को अपना इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल जाना पड़ रहा है, जो कि इस क्षेत्र से काफी दूर है। 7 जबलपुर जिला सहकारी बैंक मर्यादित बैंक के 113 वी वार्षिक साधारण सभा का आयोजन किया गया है जिसमें जिला कलेक्टर मुख्य रुप से उपस्थित होंगे । बैंक प्रबंधन ने इसकी जानकारी दी । 8 जबलपुर में कोरोना से स्वस्थ होने पर शुक्रवार को 206 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है । वहीं बीते चैबीस घण्टे के दौरान कोरोना के 199 नये मरीज सामने आये हैं । आज डिस्चार्ज हुये 206 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 7547 हो गई है । कल गुरुवार की शाम 6 बजे से आज शुक्रवार की शाम 6 बजे तक बीते चैबीस घण्टे के दौरान आये 199 कोरोना संक्रमितों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 9098 पहुँच गई है । बीते चैबीस घण्टे के दौरान तीन व्यक्तियों की मृत्यु की प्राप्त हुई रिपोर्ट को मिलाकर जबलपुर में कोरोना से अभी तक 139 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है । जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 1412 हो गये हैं । 9 पनागर विधायक सुशील तिवारीश्इंदुश् ने आज दमोहनाका स्थित कोरोना कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पहुँचकर होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना पेशेंट से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर उनके स्वास्थ्य का हालचाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। 10 जबलपुर में कोरोना का कहर पिछले १ महीनें से कुछ ज्यादा ही बढ़ गया हैं और पिछले हफ्तों में कोरोना से होने वाली मौतों का ग्राफ भी बढ़ा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग आंकड़ों की बाजीगिरी में लगा हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि निजी अस्पतालों में ४ से ५ मौतों का आंकड़ा पहुंच रहा हैं लेकिन निजी अस्पतालों में होने वाली मौतों का आंकड़ा का जिक्र कहीं नहीं हैं। जबकि चैहानी मुक्तिधाम में कोरोना पॉजिटिव और कोरोना सस्पेक्टेड लोगों की मृत्यु के बाद होने वाले दाह संस्कारों के आंकाड़े कुछ ओर ही कहानी कह रहे हैं। इन आकड़ों को मिला लिया जाये तो, जबलपुर में अबतक २०० से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं, लेकिन सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जबलपुर में कोरोना से पिछले ६ माह में १३९ मौतें हुई, और ये सारी मौतें मेडीकल कॉलेज में ही हुई 11 नए मंडी एक्ट के विरोध में व्यापारी, किसान और कर्मचारी खुलकर मैदान में आ गए हैं। इसकी वजह किसान और व्यापारी के बीच लेनदेन को लेकर विवाद की स्थिति होने पर सुनवाई एसडीएम कोर्ट में होगी, जबकि वर्तमान व्यवस्था में ऐसे मामले मंडी बोर्ड में ही सुलझा लिए जाते हैं। किसान कोर्ट-कचहरी के मामलों में नहीं पड़ना चाहते। इधर, मंडी बोर्ड की चिंता यह है कि जब निजी मंडियों में अनाज की खरीदी होगी तो मंडी में न व्यापारी आएंगे और न ही किसान। इस स्थिति में उसकी आय प्रभावित होगी और जब आमदनी नहीं होगी तो ८ हजार कर्मचारियों को हर महीने ३७ करोड़ ५० लाख कर्मचारियों को कैसे बांट पाएगा। साल भर में बोर्ड वेतन भुगतान पर ४५० करोड़ खर्च करता है।


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