सागर जिले के रहने वाले दलित युवक धन प्रसाद अहिरवार की दिल्ली में इलाज के दौरान मौत हो गई. गुरुवार को उसकी मौत दिल्ली के सफदरगंज हॉस्पिटल में हुई. इस दलित युवक का सागर में अपने पड़ोसियों से किसी मुद्दे पर झगड़ा हो गया था. इस मामले में एससी एसटी एक्ट में एक मामला दर्ज किया गया है. घटना के सामने आने के बाद बाद एमपी में राजनीतिक दलों ने काफी हंगामा किया था. बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया था कि सरकार दोषियों को बताने का प्रयास कर रही है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इसके लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया । उन्होने कहा कि आखिरकार मध्यप्रदेश में शासन प्रशासन की लापरवाही ने सागर के दलित युवक धन प्रसाद अहिरवार की जान ले ली। समय रहते कमलनाथ सरकार अगर दलित युवक की सुध ले लेती तो आज उस युवक की जान बचाई जा सकती थी। गोपाल भार्गव ने राज्य सरकार से मृतक युवक के परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता देने की मांग की है। वहीं इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि इस मामले में जिस पर आरोप है वह गिरफ्तार हो चुके है उन्होने साथ ही भाजपा पर निशाना साधा उन्होने कहा कि भाजपा इसे दलित बनाम मुस्लिम का नाम दे रही है जिसकी मैं निंदा करता हू ।