क्षेत्रीय
16-Mar-2023

मध्य प्रदेश के महू के बडगोंडा में संदिग्ध हालात में एक आदिवासी युवती की मौत के बाद उपजे उपद्रव में युवक की मौत के बाद राजनीति गरमा गई है। विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को कार्यवाही शुरू होते ही महू में आदिवासी युवती की मौत का मुद्दा गूंजा। प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस ने सदन में इस मुद्दे पर एक बार फिर बहस छेड़ दी। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब देते हुए कहा- शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि युवती की मौत करंट से हुई है। पुलिस ने भीड़ से बचने के लिए फायरिंग की। इसमें युवक की जान चली गई। नरोत्तम के जवाब के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि पुलिस को कमर के नीचे गोली चलाने के निर्देश होते हैं उसके सीने पर गोली मारी गई। पूर्व मंत्री और महेश्वर से विधायक विजयलक्ष्मी साधो ने कहा कि पुलिस लाठीचार्ज कर सकते थे सीधे गोली मार दी। गहमागहमी और हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में पहुंच गए। नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया। सदन के बाहर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि घटना पूरे मध्यप्रदेश के लिए बड़ा कलंक है। 18 साल में भाजपा सरकार ने यह हासिल किया है कि मध्यप्रदेश को आदिवासी अत्याचार के 13 मुकुट मिले हैं। बाकी 5 बार प्रदेश दूसरे नंबर पर रहा है। यह NCRB की रिपोर्ट है।


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