इस साल सोने ने निवेशकों को 32 फीसदी रिटर्न दिया। पिछले साल दिवाली पर यह आंकड़ा 21 फीसदी था। 2020 में अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर और कोरोना वैक्सीन की उम्मीद से सोने के भाव काफी ऊपर.नीचे हुए। मंगलवार को भी सोना वायदा मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर 11 रुपए बढ़कर 50ए841 प्रति 10 ग्राम ;तोलाद्ध पर बंद हुआ। रिटर्न के लिहाज से सोने ने इस साल दिवाली पर 9 साल का सबसे बेहतर रिटर्न दिया। 2011 में सोने ने निवेशकों को 38 फीसदी का रिटर्न दिया था। 2011 में दिवाली पर सोने का भाव 27ए359 रुपए प्रति 10 ग्राम थाए जो इस साल 50ए679 रुपए प्रति 10 ग्राम रहा। इस लिहाज से सोने में निवेशकों को बीते 10 सालों में 85 फीसदी का रिटर्न मिला। विप्रो ने कहा कि उसके शेयरधारकों ने उसके 9ए500 करोड़ रुपए तक के शेयर बायबैक प्लान को मंजूरी दे दी है। विप्रो के बोर्ड ने पिछले महीने बायबैक के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। बायबैक योजना के तहत कंपनी 400 रुपए प्रति शेयर की दर से अधिकतम 23ण्75 करोड़ शेयर खरीदेगीए जिसपर 9ए500 करोड़ रुपए तक का खर्च आएगा। कंपनी ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि शेयरधारकों ने रिमोट ई.वोटिंग प्रक्रिया से पोस्टल बैलेट के जरिए जरूरी बहुमत के साथ प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। वोटिंग 18 अक्टूबर को शुरू हुआ था और यह 16 नवंबर को समाप्त हुआ। 99ण्78 फीसदी वोट बायबैक ऑफर के पक्ष में पड़े। आर्थिक संकट में फंसे लक्ष्मी विलास बैंक का अब मामला खत्म होता नजर आ रहा है। खबर है कि इसे डीबीएस के साथ मिला दिया जाएगा। एक महीने का मोरेटोरियम खत्म होने के बाद इसकी मर्जर की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए डीबीएस 2ए500 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। लक्ष्मी विलास बैंक पर लगा मोरेटोरियम 16 दिसंबर को खत्म होगा। डीबीएस बैंक इंडिया ने एक बयान में कहा कि प्रस्तावित मर्जर लक्ष्मी विलास बैंक के जमाकर्ताओंए ग्राहकों और कर्मचारियों के हित में होगा। मर्जर के लिए जरूरी रकम डीबीएस के मौजूदा संसाधनों ने जुटाई जाएगी। लक्ष्मी विलास बैंक के ग्राहकों को झटका लगा है। केंद्र सरकार ने लक्ष्मी विलास बैंक से पैसे निकालने की सीमा तय कर दी है। इसके तहत 16 दिसंबर तक बैंक से ग्राहक केवल 25 हजार रुपए ही निकाल सकेंगे। यह जानकारी एक बयान के जरिए वित्त मंत्रालय ने दी है। यह फैसला सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक की सलाह पर लिया है। बैंक ने डिपॉजिटर्स को भरोसा दिलाया है कि उनका पैसा सुरक्षित है और वे किसी भी अफवाह या घबराहट में न आएं। वित्त वर्ष 2021 के लिए भारत के आर्थिक विकास दर के आकलन को सुधारते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था में .10ण्3 फीसदी ग्रोथ का पूर्वानुमान किया गया है। रेटिंग एजेंसी मूडीज के बाद गोल्डमैन सैश ने भी वित्त वर्ष 2020.21 के लिए भारत की जीडीपी के अनुमान में सुधार किया है। ग्लोबल रिसर्च फर्म और रेटिंग एजेंसी गोल्डमैन सैश ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन के अपने पूर्वानुमान .14ण्8 फीसदी को सुधारकर.10ण्3 फीसदी कर दिया है। मलेशिया की बजट कैरियर एयरलाइंस कंपनी एअर एशिया भारत में अपना ऑपरेशन बंद कर सकती है। कंपनी ने कहा है कि वह भारत में निवेश की समीक्षा कर रही है। भारत में कंपनी ज्वाइंट वेंचर के तहत अपना कारोबार करती है। समूह ने एक बयान में कहा कि औरों की तरह भारत में इसके ऑपरेशन से पैसे की तेज निकासी हो रही है। जैसा कि अब जापान में भी बिजनेस बंद हो गया है। इससे ग्रुप पर अर्थिक दबाव में इजाफा हो रहा है।बयान में कहा गया है कि लागत को नियंत्रण में रखना और कैश को कम करनाए इसकी प्रमुख प्राथमिकताएं हैं। इसके साथ साथ एअर एशिया जापान और एअर एशिया भारत में हमारे निवेश की समीक्षा जारी है। सहारा ग्रुप ने पूंजी बाजार नियामक सेबी पर बड़ा आरोप लगाया है। सहारा ने कहा है कि उसने 8 सालों में सेबी को 22 हजार करोड़ रुपए दिया है। जबकि सेबी ने निवेशकों को केवल 106ण्10 करोड़ रुपए दिया है। सहारा केवल सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहा है। सहारा इंडिया परिवार की ओर से अखबारों में दिए गए विज्ञापन में कहा गया है कि कंपनी के प्रमुख सुब्रतो राय सहारा या सहारा इंडिया परिवार के खिलाफ केवल एक आरोप है। वह आरोप यह है कि वह निवेशकों का पैसा चुकाने में समय ले रहा है। हालांकि वह इस देरी का ब्याज भी दे रहा है। म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने अक्टूबर महीने में 4ण्11 लाख से ज्यादा फोलियो जोड़े हैं। इसके साथ ही म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में कुल फोलियो की संख्या 9ण्37 करोड़ के पार पहुंच गई है। फोलियो के आंकड़े में यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से ऋण या बॉन्ड योजनाओं से योगदान बढ़ने के चलते हुई है। सितंबर महीने में 7ण्37 लाख फोलियो जुड़े थे। इस तरह सितंबर के मुकाबले अक्टूबर महीने में नए फोलियो में करीब 79 फीसदी की कमी आई है। निजी क्षेत्र के बैंकए आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर को एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के आदेश को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की अथॉरिटी ने खारिज कर दिया। इससे चंदा कोचर को वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज को लोन देने के मामले में क्लीन चिट मिल गई है। इसके साथ ही ईडी अब चंदा कोचर की प्रॉपर्टी जब्त नहीं करेगी। बता दें कि इस फैसले से इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी एक्ट के सेक्शन 12ए के तहत वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज डेट रिस्ट्रक्चरिंग के लिए अब आवेदन कर सकती है। वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत ने कहा कि उनका आवेदन फिलहाल कमिटी ऑफ क्रेटिडर्स के पास लंबित पड़ा है। जल्दी ही इस आवेदन पर क्रेडिटर्स वोटिंग करने वाले हैं। दवा कंपनी फाइजर इंक और इसकी ग्रुप कंपनीज ने अमेरिकी कोर्ट में अरबिंदो फार्मा और डॉण् रेड्डीज लैबोरेट्रीज के खिलाफ याचिका दायर की है। फाइजर का आरोप है कि यह दोनों कंपनियां पेटेंट नियमों का उल्लंघन कर उसकी अरबों डॉलर की दवा इब्रांस का जेनेरिक वर्जन लाने की तैयारी कर रही है। जबकि इब्रांस का पेटेंट अभी एक्सपायर नहीं हुआ है। सेनापति ;कृषद्ध गोपालकृष्णन भारतीय रिजर्व बैंक के इनोवेशन हब के पहले चेयरमैन बने हैं। कृष आईटी कंपनी इंफोसिस के सह.संस्थापक हैं। गोपालकृष्णन फिलहाल स्टार्टअप विलेज के चीफ मेंटर हैं। अगस्त में त्ठप् ने आरबीआई इनोवेशन हब की स्थापना की थी। इस इनोवेशन हब की स्थापना इसलिए की थी ताकि टेक्नोलॉजी का फायदा उठाते हुए पूरे फाइनेंशियल सेक्टर में इनोवेशन को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही इसके जरिए ऐसा एक माहौल बनाया जाए जिससे इनोवेशन को तेजी दी जा सके। रिजर्व बैंक ने एक बयान में कृष की नियुक्ति की जानकारी दी है। देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस इन दिनों यात्रियों की कमी का सामना कर रही है। यात्री न मिलने की वजह से दिल्ली.लखनऊ और अहमदाबाद.मुंबई के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है। बता दें कि यह तेजस को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा संचालन किया जाता है। नई दिल्ली से लखनऊ के बीच दौड़ने वाली तेजस एक्सप्रेस का ऑपरेशन आगामी 23 नवंबर से तो अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन आगामी 24 नवंबर से बंद होगा। अमेरिकी यूनिर्वसिटी में पिछले 16 साल में सबसे कम अंतरराष्ट्रीय छात्रों ने एनरोलमेंट कराया है। हालांकि एनरोलमेंट की यह तादाद कोरोना महामारी के पहले की है। इससे यह पता चलता है कि ट्रम्प प्रशासन की आव्रजन नीतियों ने अमेरिकी उच्च शिक्षा को किस तरह से चोट पहुँचाई है। गैर.लाभकारी संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन द्वारा जारी ओपन डोर्स की रिपोर्ट के अनुसारए 2019.20 के शैक्षणिक वर्ष में विदेशी छात्रों के अटेंडेंस में 1ण्8 फीसदी की गिरावट आई है। 70 साल के इतिहास में यह तीसरी सबसे बड़ी गिरावट है। सैनफ्रांसिस्को विश्वविद्यालय में प्रोफेसर डोनाल्ड हेलर ने कहा कि यह काफी हद तक ट्रम्प सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से हुआ है।