त्योहारी सीजन से पहले रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बैठक के नतीजों का ऐलान हो गया है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि सभी सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि अब कोविड रोकने से ज्यादा फोकस रिवाइवल पर है. इस दौरान उन्होंने बताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. मतलब ये कि रेपो रेट चार फीसदी पर बरकरार है. त्योहारी सीजन को देखते हुए ये उम्मीद की जा रही थी कि आरबीआई डिमांड बढ़ाने के लिए रेपो रेट पर कैंची चला सकता है. हालांकि, ऐसा कुछ नहीं हुआ है. बता दें कि बीते अगस्त महीने में आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था. हालांकि, केंद्रीय बैंक इससे पहले पिछली दो बैठकों में रेपो रेट में 1.15 प्रतिशत की कटौती कर चुका है. फिलहाल रेपो दर चार प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत है. सप्ताह में कारोबार के आखिरी दिन बाजार में हल्की गिरावट है। बीएसई सेंसेक्स 25.61 अंक नीचे 40,157.06 और निफ्टी 9.60 अंक नीचे 11,825.00 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। बाजार में ऑटो और मेटल शेयरों में खरीदारी है। जबकि बैंकिंग और आईटी शेयरों में गिरावट है। इसके अलावा एलएंडटी और टाटा स्टील के शेयरों में भी 1-1 फीसदी की बढ़त है। जबकि एचयूएल और टीसीएस के शेयरों में 1-1 फीसदी की गिरावट है। सुबह बीएसई 43.58 अंक ऊपर 40,226.25 पर और निफ्टी 17.45 अंक ऊपर 11,852.05 के स्तर पर खुला। आईपीओ बाजार में कुछ उन कंपनियों का नंबर आ सकता है, जिनके बारे में आप बहुत ज्यादा जानते हैं। जिन कंपनियों की सेवाओं और प्रोडक्ट का आप ज्यादा उपयोग करते हैं। इनमें प्रमुख रूप से फ्लिपकार्ट, पेटीएम, जोमैटो, बिग बॉस्केट और अन्य कंपनियां हैं। यह कंपनियां वित्त वर्ष 2021 में या 2022 में आईपीओ ला सकती हैं। एक ग्लोबल ब्रोकरेज की रिपोर्ट के मुताबिक यह सभी भारतीय यूनिकॉर्न प्रथम और दूसरे स्तर के शहरों में देश में काफी प्रसिद्ध हैं। इनके प्रोडक्ट काफी फेमस हैं। इनकी बाजार में अच्छी खासी हिस्सेदारी है। वेदांता को डिलिस्ट करने के लिए चल रही रिवर्स बुक बिल्डिंग की प्रक्रिया का शुक्रवार को आखिरी दिन है। प्रमोटर्स की बायबैक योजना के तहत गत 4 दिनों में निवेशकों ने सिर्फ करीब 73.76 करोड़ शेयर ही ऑफर किए हैं। डिलिस्टिंग तभी सफल होगी, जब छोटे निवेशकों के पास मौजूद कुल 169.73 करोड़ शेयरों में से कम से कम 86 फीसदी या 134 करोड़ शेयर ऑफर किए जाएंगे। स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक 73.76 करोड़ शेयर 87.25 रुपए से 999 रुपए के प्राइस रेंज में ऑफर किए गए हैं। निवेशकों ने सितंबर महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड से पैसे निकाले हैं। इसमें मल्टीकैप स्कीम से सबसे ज्यादा राशि निकाली गई है। इस स्कीम से 1,143.86 करोड़ रुपए की निकासी की गई है। लिक्विड फंड से 65 हजार करोड़ की निकासी की गई है। जबकि लॉर्ज कैप, मिड कैप, फोकस्ड फंड्स और ईएलएसएस से भी पैसे निकाले गए हैं। यह जानकारी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एंफी) ने दी। एंफी ने गुरुवार को म्यूचुअल फंड का आंकड़ा जारी किया। देश के आयरन ओर सेक्टर ने कोरोनावायरस संकट से बाहर निकलने का ठोस संकेत दिया। देश की सबसे बड़ी आयरन ओर उत्पादक कंपनी एनएमडीसी ने गत माह (सितंबर) आयरन ओर के उत्पादन और बिक्री में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज की। साथ ही कंपनी ने अपने आयरन ओर की कीमत भी बढ़ा दी। पिछले महीने कंपनी का आयरन ओर उत्पादन 11 फीसदी बढ़कर 18.3 लाख टन पर पहुंच गया, जो सितंबर 2019 में 16.4 लाख टन था। पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पेटीएम मिनी ऐप स्टोर के डेवलपर्स पर 10 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इस प्लेटफॉर्म को हाल में लांच किया गया था। जब गूगल ने प्ले स्टोर से पेटीएम को निकाल दिया था, उसी के बाद यह ऐप लांच किया गया था। विजय शेखर शर्मा ने कहा कि जो लोग हमारे प्लेटफॉर्म पर मिनी ऐप को डेवलप करना चाहते हैं उनको इक्विटी निवेश के रूप में यह सुविधा मिलेगी। कंपनी इसके लिए वर्कशॉप और वेबिनार भी आयोजित करेगी। इससे मिनी ऐप स्टोर पर बेहतर ऑफरिंग मिल पाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में आयोजित श्इंवेस्टमेंट इंडिया कॉन्फ्रेंसश् संबोधित करते हुए कहा कि भारत आज मार्केट के लिहाज से तेजी से बदल रहा है। भारत हर किसी के लिए निवेश और कारोबार करने के लिहाज से बेहतर है। कारोबार में ग्रोथ करने का मौका है। उन्होंने कहा कि आपके सभी सवालों का जवाब भारत में है। यहां सभी लोगों के लिए अवसर है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के लिए फार्मेसी के रूप में काम कर रहा है, हमने कई देशों को दवाइयां भेजी हैं। भारत बाजार के साथ-साथ मानसिकता में तेजी से बदलाव कर रहा है। रियल सेक्टर में रिकवरी लौटी है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रेजिडेंशियल यूनिट्स की बिक्री में बढ़त देखने को मिली है। नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के आठ प्रमुख शहरों में रेजिडेंशियल बिक्री पहली तिमाही के मुकाबले 246 फीसदी तक बढ़कर 33,403 यूनिट्स हो गई है। इसमें कोलकाता, चेन्नई, मुंबई, पुणे, बैंगलुरु, हैदराबाद, दिल्ली एनसीआर और अहमदाबाद शहर शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में कुल 33,403 यूनिट्स की बिक्री हुई, जो वित्त वर्ष 20 की चौथी तिमाही में रेजिडेंशियल बिक्री से 33 फीसदी कम है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के सीएमडी मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कहा कि रिलायंस जियो के लांच होने के बाद गत 4 साल में देश का डाटा कंजंप्शन जियो से पहले की खपत के मुकाबले 30 गुने से ज्यादा बढ़ गया है। आज भारत हर महीने 6 एक्साबाइट से ज्यादा की डाटा खपत करता है। जियो के लांच होने के पहले भारत की मासिक डाटा खपत महज 0.2 अरब गीगाबाइट थी। टीएम फोरम के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वर्ल्ड सीरीज 2020 वर्चुअल कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि आज दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल डाटा की खपत भारत में होती है। अनलॉक लागू होने के बाद सितंबर में देश में कारोबारी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। आर्थिक गतिविधियों के अधिकांश संकेतकों में सितंबर महीने में सुधार दर्ज किया गया है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की रिसर्च रिपोर्ट श्अनलॉक के बाद चार महीनेश् में यह बात कही गई है। सितंबर में एपल मोबिलिटी, आरटीओ ट्रांजेक्शन, बिजली खपत, पीएमआई मैन्युफैक्चरिंग एंड सर्विसेज, पेट्रोल की खपत, वाहनों की बिक्री, खाद्य पदार्थों की उपलब्धता और कीमत, एयर क्वालिटी जैसे प्रमुख आर्थिक संकेतों में सुधार हुआ है। कोविड-19 को देखते हुए बेवरेजेस उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान कोका-कोला बेवरेजेस (एचसीसीबी) ने अपने कर्मचारियों के लिए नई पॉलिसी जारी की है। इस पॉलिसी में स्थायी रूप से वर्क फ्रॉम होम का विकल्प पेश किया गया है। इस विकल्प का लाभ उन कर्मचारियों को मिलेगा, जिनकी ऑफिस में फिजिकल रूप से उपस्थिति जरूरी नहीं है। एचसीसीबी ने एक बयान में कहा गया है कि नई पॉलिसी में कर्मचारियों की सुरक्षा, उनकी भावनात्मक और शारीरिक भलाई के साथ-साथ वर्क फ्रॉम स्पेस को उपयुक्त बनाने के लिए सहायता सहायता की पेशकश की गई है। दिग्गज टेक कंपनी गूगल के ऊपर अपनी पोजिशन का गलत फायदा उठाने का आरोप लगा है। इसमें कहा गया है कि गूगल अपनी मजबूत एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम स्थिति का दुरुपयोग कर रही है। इससे भारत का स्मार्ट टीवी मार्केट प्रभावित हो रहा है। इससे पहले भी गूगल पर उसकी नीतियों पर सवाल खड़ा किया चुका है। एंटीट्रस्ट मामलों के दो भारतीय वकील क्षितिज आर्य और पुरुषोत्तम आनंद ने गूगल पर यह केस दायर किया है। दोनों ने गूगल के खिलाफ स्मार्ट टीवी मार्केट में कथित दुर्व्यवहार के लिए मामला दर्ज कराया है। रॉयटर्स के मुताबिक सीसीआई ने आरोपों पर गूगल से लिखित जवाब मांगा है, जिस पर गूगल ने समय मांगा है।