मध्यप्रदेश की सरकार भले ही स्वास्थ्य व्यवस्थाओ लेकर लाख दावे कर मगर मुख्यमंत्री मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर ग्राम दोराहा का एक गंभीर मामला सामने आया है जहाँ गंभीर हालत में गर्भवती को लेकर जब दोराहा के अस्पताल लेकर पहुचे तो नर्स ने की परिजनो के साथ बदसलूकी दअरसल दोराहा अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग कितना गम्भीर है जब गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए कितना गंभीर है, यह हकीकत शुक्रवार को सामने आ गई। जब दोराहा के सरकारी अस्पताल में रात 9 बजे डिलीवरी के लिए गंभीर हालत में गर्भवती को लेकर पहुंचे परिजनों को जब दोराहा अस्पताल जाकर देखा तो बहाँ कोई भी नही था पूरे अस्पताल का चक्कर लगने के बाद जब परिजन दोराहा अस्पतल के अधिकारी डॉक्टर रश्मि पटेल के पास पहुचे तो उन्होंने भी साइड में नर्स के पास पहुचा दिया परिजन जब नर्स का दरवाजा खट खटाया तो ओर डिलेवरी के बारे में बात की तो नर्स प्रीति मर्सकोले गुस्से में बाहर निकल कर परिजनों से अभद्र व्यवहार करते हुए बोली ऊपर किस्से पूछकर लेकर गई तुम ही बच्चा पैदा करवा लो। जब इस संबंध में डॉक्टर रश्मि पटेल से जानना चाहा तो उन्होंने जबाब देने से मना कर दिया कि मुझे कुछ नही मालूम आप प्रभारी से बात करो इस बीच गर्भवती महिला को दर्द तड़पती रही इतने में गांव से साथ आई दाई मौर बाई ओर उसकी जेठानी शमसाद ने खुद अस्पताल के 1st फ्लोर पर लेवर रूम में लेजाकर डिलीवरी करानी पड़ी। इस दौरान वहां कोई नहीं था। दोराहा जोड़ निवासी मकबूल बी के अनुसार रात 9 बजे तेज दर्द होने पर उनकी जेठानी शमसाद बी ओर पति जमील खान उन्हें दोराहा के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचीं। जब वे अस्पताल पहुंचीं तो यहां कोई नहीं था। मक़बूल बी के अनुसार इस दौरान उन्हें तेज दर्ज हो रहा था लेकिन उनकी हालत ऐसी नहीं थी कि उसे और कहीं ले जाया जा सके। ऐसे में वह वहीं बैठ गई। बहू की गंभीर हालत को देखते हुए जेठानी ओर साथ मे आई दाई ने 1stफ्लोर पर डिलीवरी कराई। मकबूल बी ने बच्चे को जन्म दिया। हॉस्पिटल में मौजूद फार्मासिस्ट प्रदीप रजावत ने डॉक्टर व स्टाफ को फोन किया। थोड़ी देर बार वहां स्टाप नर्स पहुंची। उसकी मदद से जच्चा-बच्चा को अंदर भर्ती किया गया। आधे घंटे बाद एम ओ डॉक्टर रश्मि पटेल अस्पताल पहुंचीं। गनीमत यह रही कि जच्चा-बच्चा को कोई नुकसान नहीं हुआ। यह शर्मसार कर देने वाली घटना है कि अस्पताल होते हुए भी गर्भवती को भर्ती नहीं किया गया। खुले में डिलीवरी हुई। मां और बच्चे को कुछ हो जाता तो जिम्मेदार कौन होता। स्वास्थ्य सेवाएं लचर हो रही हैं। मुझे जो जानकारी प्राप्त हुई है लेडी डाक्टर बहाँ मोजूद थी लेकिन उन्होंने देखा नही इस संबंध में संबंधित स्टाप नर्स ओर लेडी डाक्टर को नोटिस जारी कर bmo डॉक्टर एच पी सिंह ने कहा कि दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी