राष्ट्रीय
28-Jun-2023

पसमांदा मुस्लिमों पर PM मोदी के दांव के पीछे की असली वजह! | EMS TV 28-June-2023 #LokSabhaelections2024 #PasmandaMuslims #BharatiyaJanataParty पसमांदा मुस्लिमों पर PM मोदी के दांव के पीछे की असली वजह! भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का फोकस 2024 लोकसभा चुनाव से पहले पसमांदा मुस्लिम पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बीजेपी के चुनाव अभियान का आगाज करते हुए पसमांदा समाज की बदहाली की चर्चा की और उसे वोटबैंक की राजनीति का शिकार बताया है। पीएम मोदी के पसमांदा मुस्लिमों पर दांव के पीछे की असली कहानी क्या है? आइये बताते है यूपी और बिहार के साथ ही झारखंड पश्चिम बंगाल और असम में मुस्लिम मतदाता बड़ी तादाद में हैं. लोकसभा की कुल 543 सीटों में से 190 सीटें इन पांच राज्यों से ही आती हैं. इन सीटों पर मुस्लिम मतदाता जीत-हार तय करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. पसमंदा समुदाय की बात करें तो ये समाज कुल मुस्लिम आबादी में 85 फीसदी भागीदारी रखता है. इसमें दलित और बैकवर्ड मुस्लिम आते हैं जो मुस्लिम समाज में एक अलग सामाजिक लड़ाई लड़ रहे हैं. उनके कई आंदोलन हो चुके हैं. अब बीजेपी की नजर पसमांदा वोट पर क्यों है? इसका जवाब आंकड़ों और जो ताजा राजनीतिक समीकरण बन रहे हैं उनमें ही छिपा है. कुल मुस्लिम वोट में पसमंदा समाज के मतदाताओं की भागीदारी सबसे ज्यादा है. अगर मुसलमान एकजुट होकर किसी एक दल के एक उम्मीदवार के पक्ष में वोट करते हैं तो 190 लोकसभा सीटों पर बीजेपी के समीकरण जरूर बिगड़ सकते हैं. कर्नाटक के हालिया विधानसभा चुनाव नतीजे भी इस बात का सबसे ताजा उदाहरण है कि किस तरह से एकजुट मुस्लिम वोट सत्ता का समीकरण बनाने या बिगाड़ने का काम कर सकते हैं. पसमांदा मुस्लिमों की बदहाली का पिछड़ेपन का जिक्र करने के साथ ही पीएम मोदी ने ये भी कहा कि वोटबैंक की राजनीति ने इनको तबाह कर दिया है. उन्होंने ये भी कहा कि पसमांदा मुस्लिमों को उनके ही धर्म के एक वर्ग ने सम्मान नहीं दिया. इसे अब मुस्लिमों की एकजुटता तोड़ने और उन्हें भी जातियों में तोड़ने की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है. वही चुनाव नतीजों की बात करें तो रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट के उपचुनाव नतीजों ने भी बीजेपी की पसमांदा वोट से उम्मीद की चिंगारी को बड़ा रूप दिया. रामपुर सीट की बात करें तो यहां करीब आधे मुस्लिम वोटर हैं और आजम खान की संसद सदस्यता रद्द होने के बाद हुए उपचुनाव में बीजेपी की जीत ने सबको चौंका दिया था. इन सारे फैक्टर्स ने भी पसमांदा वोट को लेकर बीजेपी की उम्मीदों को पंख लगा दिए. इसके बाद पसमांदा मतदाताओं को जोड़ने के लिए बीजेपी ने पसमांदा समाज के दानिश अंसारी को मंत्री बनाया. साथ ही जगह-जगह पसमांदा अल्पसंख्यक सम्मेलन भी आयोजित किए। #LokSabhaelections2024 #PasmandaMuslims #BharatiyaJanataParty #muslimnews #PrimeMinisterNarendraModi #bhopalnews #shivrajsinghchouhan #muslimvoters


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