1. कोरोना की बिगड़ती स्थिति को लेकर शहर में अब लोग सड़क पर उतरने लगे है। लोगों का आरोप है कि इलाज का सही इंतजाम नहीं है और मरीज लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। विक्टोरिया अस्पताल में आज जबर्दस्त पदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियेां का आरोप है कि कोरेाना से लडने कोई इतजाम सरकारी अस्पतालों में नहीं है। 2 मेडीकल अस्पताल में कोरोनेा से हो रही मौतों को लेकर लोग अब सड़क पर उतरने लगे हैं। कोरोना से हो रही मौत को लेकर जबलपुर में प्रदर्शन किया गया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हुई है। 3 कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने आरोप लगाया है कि जबलपुर में कोरेाना संक्रमण बेकाबू हो गया है और कोरोना से निपटने कोई इंतजाम जबलपुर में नहीं है। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में लूटमार मची हुई है। 4 कोरोना कॉल के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में बने प्रधानमंत्री आवासों के हितग्राहियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में डिजिटली गृह प्रवेश कराया। गृह प्रवेश के इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान भोपाल से जुड़े थे. कार्यक्रम से ऑनलाइन जुडने के लिये की जबलपुर जिले से भी बड़ी संख्या में लोगों ने पंजीयन कराया थावहीं कलेक्टर कार्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने प्रदेश के कुछ हितग्राहियों से चर्चा भी इस कार्यक्रम के माध्यम से की. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नवनिर्मित आवासों के ऑनलाइन कार्यक्रम में जबलपुर जिले में कोरोना कॉल के दौरान पूर्ण हुये 2912 आवासों के हितग्राहियों ने भी गृह प्रवेश किया। 6. जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए बजट होने के बाद भी शासन एंटी वायरल रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं खरीद पा रहा। क्योंकि मप्र मेडिकल कॉर्पोरेशन में रेमडेसिविर इंजेक्शन सूचीबद्ध नहीं हैं। इस कारण सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल इसकी खरीदी नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए अब समाजसेवियों की मदद से इंजेक्शन की खरीदी की जाएगी। संभाग के के जिलों के ज्यादातर अस्पतालों में मेडिकल कॉलेज की देखरेख में कोविड केयर सेंटरों में संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है। संभागायुक्त मेडिकल कॉलेजों की प्रशासकीय समिति के अध्यक्ष होते हैं। लिहाजासंभागायुक्त की देखरेख में दान की राशि से रेमडेसिविर इंजेक्शन की व्यवस्था कराई जा रही है। 7 नये पैटर्न के तहत हुये एक्जाम के रिजल्ट आ गये है। जबलपुर में दो लोगों के नये पैटर्न पर हुई परीक्षा में दस में से दस नंबर मिले हैं। परीक्षा परिणाम में पास होने वालेे छात्र आज कलेक्टर से मिलने पहुंचे।. 8 दमोहनाका से बायपास को जोडने वाले माढ़ोताल तिराहा थाने का मालखाना बन गया है। माढ़ोताल थाने में वाहन रखने की जगह नहीं है, जिससे ये जब्ती के वाहन सड़क पर खड़े किए जा रहे हैं। इन वाहनों के जमावड़े से तिराहे पर जाम के हालात बन रहे हैं। उधर, सडक पर पसरे अतिक्रमण और अवैध पार्किंग से कॉलोनी की ओर जाने वाले रास्ते पर दुर्घटना की आशंका है।माढ़ोताल चैकी को अपडेट करने के बाद इसे थाना बनाया गया है। यह चैकी पहले कटंगी और पाटन जाने वाले रास्ते के बीच में थी। क्षेत्र में अपराध नियंत्रण करने की दृष्टि से इसका विस्तार करके थाना बनाया है और इसे पाटन रोड के किनारे जगह दी गई है। यहां हालत यह है कि थाने के बरांडे में टेबल डालकर स्टॉफ बैठता है। थाने के अन्य कमरों में टीआई, लॉकअप सहित अन्य जगह बनाई गई है। हालत यह है कि यहां जब्त की गई सामग्री, दो पहिया वाहन थाने के परिसर में डाल दिए जा रहे हैं। 9 कुंडम के मुख्य तालाब में मगर पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से मगर तालाब में दिख रहा है। इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग की टीम को दी गई है। अभी तक मगर को पकडने के लिए वन विभाग ने रेस्क्यू शुरू नहीं किया है। अभी तक मगर तीन दिनों में एक मवेशी व एक कुत्ते को अपना शिकार बना चुका है। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिनों पहले टोरी बांच में मगरमच्छ दिखा था। इसके बाद वहां से मगरमच्छ गायब हो गया। फिर सदाफल गांव के तालाब में मगरमच्छ को देखा गया। अब तीन दिनों से कुंडम स्थित तालाब में मगर को देखा जा रहा है। ग्रामीणों ने इसका वीडियो भी बनाया है। 10 मण्डला और कैचमेंट एरिया के जंगली इलाके में पिछले 24 घण्टों में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई जिसका असर यह हुआ है कि बरगी बाँध के गेटों को फिर से खोलना पड़ा। शक्रवार को मण्डला एरिया में दो इंच के करीब बरसात हुई जिसके बाद शाम 6 बजे 3 गेट और रात 9 बजे 2 और गेट खोले गये। इस तरह अब 5 गेटों से बरगी बाँध से पानी छोड़ा जा रहा है। गेटों को आधा-आधा मीटर की सीमा तक खोलकर 400, पॉवर जनरेशन के बाद 200 इस तरह कुल 600 घनमीटर प्रति सेकेण्ड की रफ्तार से पानी छोड़ा जा रहा है। बाँध में इतनी ही रफ्तार से पानी आ रहा है। संभव है कि जो बारिश हुई है उससे बाँध में पानी आने की रफ्तार और बढ़े और शनिवार को और गेट खोले जा सकते हैं। लौटते हुये मानसून से इस बार ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है। 11 लंबे समय बाद जबलपुर से रवाना होने वाली दयोदय एक्सप्रेस में लगातार बुकिंग की संख्या बढ़ती जा रही है। मुख्य रेलवे स्टेशन से शुरू होकर अजमेर तक जाने वाली दयोदय एक्सप्रेस शनिवार को रवाना होगी। इस संबंध में सीनियर डीसीएम विश्वरंजन ने बताया कि दयोदय अपने पूर्व निर्धारित समय से रवाना होगी।यह ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर छह से रवाना होगी। इसके लिए अब तक करीब 60 से 70 प्रतिशत तक की बुकिंग हो गई है। 12 लार्डगंज थाना क्षेत्र में रानीताल स्थित स्मिता गृह उघोग के पास गली में पुलिस ने गुरुवार की रात दबिश देकर जिंदाबली खिला रहे छुई मोहल्ला निवासी राजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया। वहीं मौके पर जिंदाबली खेल रहे लोगों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 8 हजार 10 रुपये जब्त किए गए। इस खेल में जमीन पर जीरो से लेकर 9 अंक लिखा चार्ट बिछाकर उस पर अंकों पर दंाव लगवाया जाता है। ताश के पत्तों के से नंबर का फैसला होता है और 1 रूपये के बदले 9 रूपये दिये जाते हैं। इस खेल में तुंरत फैसला होता है। इसलिये इसे जिंदाबली कहते हैं। हालांकि इस खेल में हमेशा खिलाने वाला ही फायदे में रहता है। 13 कटनी से अब कोरोना के सैम्पल अहमदाबाद की निजी लैब सुप्राटेक नहीं भेजे जा रहे हैं, वहीं जबलपुर में भी इस तरह की तैयारी चल रही है। हालिया तौर पर आरटीपीसीआर सैम्पलिंग को कम करने तथा रैपिड एंटीजन किट से जाँच को बढ़ाने के मौखिक निर्देश स्वास्थ्य विभाग को मिले हैं। रैपिड टेस्ट बढने से आरटीपीसीआर के नमूने कम लिए जाएँगे और ये मेडिकल कॉलेज की लैब में जाँचे जाएँगे। दरअसल सुप्राटेक से सैम्पलिंग कराने में सरकार को बड़ी रकम का भुगतान करना पड़ रहा है, वहीं एंटीजन किट की उपलब्धता होने पर अब सरकारी लैब से ही कोविड जाँच कराने की तैयारी की जा रही है।सरकारी लैबों में जाँच क्षमता कम होने पर दो माह पहले स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के सैम्पलों को सुप्राटेक लैब में जाँच कराने का अनुबंध किया था। इसके लिए उसे प्रति सैम्पल 1980 रुपए का भुगतान करना था। जबलपुर में 10 जुलाई से इस लैब में सैम्पल भेजने की शुरूआत हुई, अभी तक लगभग 50 हजार सैम्पल इस निजी लैब में जाँचे जा चुके हैं जिनका करोड़ों में भुगतान हुआ है। 14 पाटन विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर किसानों की व्यथा बताई है। उन्होंने कहा कि जबलपुर में मूंग, उड़द और सोयाबीन की फसल शत-प्रतिशत बर्बाद हुई है। जबलपुर में सोयाबीन अधिसूचित फसल नहीं है इसलिए उसका सर्वे हो गया है। मूंग और उड़द अधिसूचित फसल है इसलिए उनका बीमा प्रधानमंत्री फसल बीमा में हुआ है। विधायक ने बताया कि कमलनाथ सरकार के समय लोन माफी की आस में बैठे किसानों को बैंक ने डिफाल्टर घोषित किया है जिस वजह से उन्हें प्रधानमंत्री फसल बीमा का लाभ नहीं मिल पाएगा। ऐसे किसानों को प्रशासन से आरबीसी से राहत देना है। ऐसे किसानों का सर्वे जल्द हो जाए तो वे नष्ट फसल को अलग कर दूसरी फसल की बुआई कर सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग रखी है कि जबलपुर के प्रशासन को निर्देश दें कि जल्द आरबीसी तथा डिफाल्ट किसानों की मूंग और उड़द की फसल का सर्वे प्रारंभ हो 15 पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोपित सूरज पाठक को गिरफ्तार कर लिया है। फर्जी कंपनी एमकेएस कंस्ट्रक्शन के नाम पर शहर के कई बड़े उद्योगपतियों से कंस्ट्रक्शन सामग्री लेकर उन्हें अपनी मां एवं पत्नी के चेक पकड़ा दिए थे। सूरज पाठक के ऊपर 138 चेक बाउंस का प्रकरण लगाया गया है, किंतु पारिवारिक पृष्ठभूमि पुलिस की होने से एवं इनके कई रिश्तेदारों के जबलपुर पुलिस में प्रभावशाली पदों पर रहने से ये लगातार लोगों के साथ निर्बाध रूप से जालसाजी करते रहे और लोगों की मेहनत की कमाई को उड़ाते रहे। इसके पिता स्वयं भी जबलपुर पुलिस में प्रभावशाली पद पर रहे हैं, जिसके प्रभाव में एक डॉक्टर महिला से शादी की फिर उसके भी रुपये पैसे जेवर हड़प कर मारपीट करते रहे। महिला डॉक्टर ने दहेज प्रताडना का प्रकरण इनके ऊपर लगा रखा है। 16 रेत व्यवसाय में निवेश कर मुनाफे का लालच देकर नेपियर टाउन निवासी 50 वर्षीय व्यक्तिके छतरपुर निवासी दोस्त ने 20 से 25 लाख रुपए हड़प लिए। पीडि़त की शिकायत पर मदन महल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। 17 प्रशासन ने अब तक कालेजों में कक्षाओं की शुरूआत करने का ऐलान तो नहीं किया पर ऑन लाइन क्लास लगाने का फरमान जारी हो गया है। इस फरमान के बीच रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय धर्म संकट में फंसा नजर आ रहा है। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय सहित सभी कॉलेजों में अक्टूबर से नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित होंगी। लेकिन, अभी तक जिले में करीब 60 फीसदी कॉलेजों में इसकी तैयारी ही नहीं हुई है। न तो कॉलेजों को तकनीकी रूप से अपग्रेड किया गया है न ही प्राध्यापकों को। यदि अक्टूबर से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो भी जाती हैं तो वे औपचारिकता तक सीमित रहेंगी। वजय यह है कि आने वाले समय में विवि के 200 प्राध्यापक सेवा निवृत्त्त होने वाले हैं। जब प्राध्यापक ही नहीं रहेंगे तो ऑन लाइन पढ़ाई करायेगा कौन? 18 बस ऑपरेटर्स ने छोटे रूट की बसों को तो चालू कर दिया है, लेकिन बड़े रूटों पर अब भी बसों की कमी है। किसी भी लंबे रूट पर दो सप्ताह बाद तक बसें शुरू नहीं की गई। जिस कारण यात्री परेशान हो रहे हैं। हर रोज दर्जनों यात्री आईएसबीटी पूछताछ के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन बसें न होने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी नागपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट आने-जाने वाले यात्रियों को हो रही है। इसके अलावा जबलपुर से रीवा, इंदौर, भोपाल और इलाहाबाद तक की बस सेवा भी बंद है।