जिला अस्पताल में वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरणों की खरीद के मामले में गठित की गई जाँच समिति में अब उन लोगो को भी शामिल किया गया है जिनकी कही न कही इस मामले में मिली भगत है l यानि दूध की रखवाली अब बिल्ली से कराइ जाएगी l दरअसल कोरोना संकट के बीच जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा ख़रीदे गए वेंटिलेटर घोटाले को लेकर बनाई गई जाँच समिति की रिपोर्ट कलेक्टर श्रीनिवास ने मंगलवार शाम को लौटा दी l समिति ने कलेक्टर को रिपोर्ट पेश की रिपोर्ट देखते ही कलेक्टर भड़क गए उन्होंने रिपोर्ट देने आये समिति के डॉक्टर को कहा की पूरी रिपोर्ट में कही भी वेंटिलेटर की कीमत नहीं बताई गई है यह जाँच अधूरी है l कलेक्टर ने फिर से इस घोटाले की जाँच समिति बनाई जिसमे अब माजूदा समिति के साथ कालेज के डीन स्वाथ्य विभाग के सीएमएचओ और जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को शामिल किया गया है l शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि जिन अधिकारी को जाँच समिति में लिया गया है कही न कही उनके सप्लायर से निकटतः है ऐसे में घोटाले की लीपा पोती की जा सकती है भाजपा नेता विजय पांडेय ने पुरे मामले की निष्पक्ष जाँच को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है इसके साथ ही सप्लायर फार्म तिरुपति फार्मा और अधिकारीयों के खिलाप कानूनी कारवाही को लेकर सिटी कोतवाली ठाणे में शिकायत भी की है l