कोरोना वायरस से दुनिया में लगातार लोग प्रभावित हो रहे हैं। इसी कारण से दुनिया के कई देश फिर से पाबंदियां लगा रहे हैं। वहीं कोरोना वायरस का नया प्रकार ब्रिटेन में संक्रमण को तेजी से फैलाने के लिए जिम्मेदार है। ब्रिटेन की सरकार द्वारा वायरस के नए प्रकार के नियत्रंण से बाहर होने की चेतावनी जारी करने के बाद कड़े प्रतिबंध की घोषणा की है। ब्रिटेन ने खुद माना है कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसलिए ब्रिटेन सरकार ने टियर 4 के प्रतिबंध का एलान किया है। यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन से विमानों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया। यह कदम ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया प्रतिरूप पकड़े जाने के बाद उठाया गया है। ब्रिटेन के लिए यात्रा पर प्रतिबंध घोषित करने वाले देशों में फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, इटली और स्वीडन प्रमुख रहे। चेक रिपब्लिक ने ब्रिटेन से आने वालों के लिए कठोर क्वारंटीन घोषित किया है। पूरे यूरोप में हाई स्पीड ट्रेन संचालित करने वाले ऑपरेटर यूरोस्टार ने लंदन, ब्रसेल्स और एमस्टडर्म के बीच चलने वाली सभी ट्रेनों को सोमवार से रद्द कर दिया है। अमेरिकी ऑनलाइन पेमेंट गेटवे कंपनी पेपैल पर एफआईयू ने 96 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई एंटी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट का उल्लंघन करने पर लगाया गया। साथ ही कंपनी पर संदिग्ध वित्तीय लेनदेन को छिपाने और भारत के वित्तीय प्रणाली के श्विघटन्य को बढ़ावा देने का आरोप है। पेपैल ने भारत में नवंबर 2017 में अपना संचालन शुरू किया था। अमेरिकी कंपनी का कहना है कि वह प्रक्रियाओं का पालन करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और मामले का सावधानीपूर्वक समीक्षा कर रहा है। कंपनी पर जनहित के सिद्धांतों को निष्फल और हताश करने तथा प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रावधानों का उल्लंघन करने का आरोप है। दुनिया भर में कोरोना से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 76,680,541 हो गई है। इस वायरस से अब तक 16,92,980 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 5,37,58,431 तक पहुंची है। अमेरिका, भारत और ब्राजील में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले आए हैं। अमेरिका में कोरोना महामारी से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। यहां बीते दो दिनों से लगातार मामलों की संख्या में उछाल आ रहा है। अमेरिका में पिछले 24 घंटों में कोरोना के चार लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। इस दौरान 2500 से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई है। भारत और अमेरिका के म्युचुअल फंड उद्योग शुल्क और कोष आदि की सूचनाएं सार्वजनिक रूप से साझा करने के मामले में सर्वोत्तम स्तर का करार दिया गया है। मार्निंगस्टार की एक वैश्विक अध्यन रपट में शुल्कों ओर कोष धारिता जैसे विषयों की परदर्शिता के साथ सूचनाएं सार्वजनिक करने के मामले में भारत और अमेरिका के म्युचुअल फंड उद्योग को शीर्ष कोटि का पाया गया है। निवेशकों के अनुभव पर आधारित मार्निगस्टार की ग्लोबल इन्वेस्ट एक्सपीरियंस शीर्षक अध्ययन रपट में भारत और अमेरिका को शीर्ष स्तर पर रखा गया है। इसमें कहा गया है कि इन दोनों बाजारों में इस उद्योग में सूचना सार्वजनिक करने की परिपाटी सर्वोत्तम है।