क्षेत्रीय
गंभीर बीमारी या आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में लोगों के ई-पास के आवेदन निरस्त करने की शिकायतें सामने आ रही हैं। आम जनता के लिये कोई रियायत नही दिखाई दे रही है । महिदपुर निवासी बद्री वर्मा की बीमार पत्नी के लिए कांगड़ा जिले की तहसील धर्मशाला के पास शिवनगर में दवाई लेने गए उनके पुत्र गौरव वर्मा इपने दोस्त निलेश माण्डीवाल के साथ 1 माह से लाकडाउन में फंसे हुए है। जिसके कारण दवाई के अभाव में बद्री वर्मा की कैंसर ग्रसित पत्नी दवाई के अभाव में है। वहीं दोनो बालक हिमाचल प्रदेश में मध्यप्रदेश सरकार की खोखली घोषणाओं से उन्है कोई शासकीय सुविधा नही मिल रही है। इसके लिए परिजनों ने सीएम हेल्पलाइन में भी संपर्क किया लेकिन किसी प्रकार की कोई मदद नही मिल रही है।