सेना में निर्माण प्रोजेक्ट्स में भ्रष्टाचार पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने तीनों सैन्य प्रमुखों को कड़ी चिट्ठी लिखी है। यह पहला मौका है कि तीनों सेनाओं से जुड़े किसी मामले में सीडीएस इस तरह मुखर हुए हैं। उन्होंने पत्र में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) का हवाला देते हुए कहा है कि सीवीसी ने जवानों के लिए बनाए जा रहे आवासीय परिसरों की दुर्दशा पर जो सवाल उठाए हैं उससे मैं शर्मिंदा हूं क्योंकि मेरे पास कोई जवाब नहीं है। उन्होंने तीनों सेना प्रमुखों को कड़े शब्दों में हिदायत दी है कि इन मामलों की जांच सुनिश्चित कर भ्रष्टाचारियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। भारत और चीन के बीच चल रही सैन्य बातचीत के बावजूद हालात सामान्य होने की बजाय बिगड़ने के आसार दिख रहे हैं। सहमति और गंभीरता के साथ कोर कमांडरों के बीच पिछली दो बार की वार्ता के दौरान बीजिंग द्वारा भारत की संप्रभुता पर सवाल खड़े करने को विश्वास बहाली पर चोट माना जा रहा है। चीन के इस पैंतरे से सेना और सरकार कई स्तर पर नए सिरे से सैन्य और सामरिक हालात की समीक्षा कर रहे हैं। सेना ने पूर्वी लद्दाख समेत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के तीनों सेक्टरों में सतर्कता और बढ़ा दी है। आगे की रणनीति पर फैसले के लिए चाइना स्टडी ग्रुप (सीएसजी) की बैठक जल्द ही होगी। कोरोना वायरस के प्रसार को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन में सिलसिलेवार पाबंदियां हटाई जा रहीं हैं। सरकार ने अनलॉक-5.0 में कुछ और ढील दी है। आज से देश में स्कूल, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, मनोरंजन पार्क, स्विमिंग पूल फिर से खोले जा रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-5.0 के लिए दिशा-निर्देश 30 सितंबर को जारी कर दिए थे। इसमें मंत्रालय ने स्कूल, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, मनोरंजन पार्क, स्विमिंग पूल को 15 अक्तूबर से खोलने की अनुमति दी थी। महाराष्ट्र के मुंबई और ठाणे समेत दूसरे इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को उत्तरी कोंकण के साथ मुंबई और ठाणे के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। यहां पर भारी बारिश की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग, मुंबई ने बारिश को लेकर आज के लिए महाराष्ट्र के उत्तरी कोंकण क्षेत्र समेत मुंबई और ठाणे को रेड अलर्ट पर रखा है। उधर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अभी भी बारिश आफत बनकर बरस रही है। दोनों राज्यों में एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। दोनों राज्यों में भारी मात्रा में जान माल को नुकसान पहुंचा है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बुधवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में 25 लोगों की मौत हो गई, वहीं कर्नाटक में भारी बारिश हुई। पश्चिम बंगाल में बने गहरे दबाव के क्षेत्र के काकीनाडा तट से गुजरने के कारण दक्षिणी राज्यों में भारी तबाही हुई। वहीं, महाराष्ट्र में सोलापुर जिले के पंढरपुर में भारी बारिश के कारण दीवार ढह जाने की एक घटना में एक परिवार के चार लोगों समेत छह लोगों की मौत हो गई। भीषण बारिश और बाढ़ प्रभावित तेलंगाना के हैदराबाद में राहत एवं बचाव अभियान में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के साथ सेना भी शामिल हो गई है और बुधवार को कई फंसे हुए लोगों को निकाला गया। रक्षा विज्ञप्ति में बताया गया है कि राज्य सरकार ने सेना से अनुरोध किया था। इसके बाद सेना के कर्मियों ने बंदलगुडा इलाके में राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। सर्दियों में कोरोना वायरस का प्रसार फिर से बढ़ सकता है। कोरोना के इस दूसरे पीक को लेकर सरकार ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। एक ओर सरकार प्रसार को रोकने के लिए जनांदोलन चला रही है। वहीं गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने को लेकर सरकार ने एक लाख मीट्रिक टन ऑक्सीजन विदेशों से खरीदने की योजना बनाई है। इसे लेकर एक टेंडर भी जारी किया गया है। मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, बीते 10 अक्तूबर को कैबिनेट सचिव के साथ बैठक में ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर चर्चा की गई थी, जिसके बाद यह तय किया गया कि विदेशों से एक लाख मीट्रिक टन ऑक्सीजन को खरीदा जाए। दिल्ली वार्ता विफल होने के बाद गुरुवार को किसान भवन चंडीगढ़ में किसान संगठनों की होने वाली बैठक काफी अहम होगी। बैठक में संगठन रेल ट्रैक खोलने या न खोलने पर फैसला लेंगे। दिल्ली में वार्ता विफल होने के बाद किसान यूनियनों में खासा रोष है। दिल्ली में कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल से वार्ता विफल होने के बाद चंडीगढ़ में होने वाली किसान यूनियनों की बैठक पर सभी की नजरें टिकी हैं। करीब तीन दशक बाद यहां की राजनीति में सवर्ण राजनीति लौटती दिख रही है। टिकट बंटवारे में करीब-करीब सभी दलों ने सवर्णों को तवज्जो दी है। अमूनन राजद और जदयू दलित-पिछड़ों की राजनीति करते रहे हैं। इस बार सवर्ण का खास ख्याल रखा गया है। भाजपा ने तो खुलकर सवर्णों को टिकट दिया है। दलित-पिछड़ों की राजनीति करने वाले रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा भी सवर्णों को जोड़ने में पीछे नहीं है। हालांकि, नीतीश कुमार ने जदयू में सोशल इंजीनियरिंग के तहत अपने जनाधार वाली जातियों के अलावा महिलाओं के साथ-साथ सवर्णों को भी उम्मीदवार बनाया है। बिहार में सवर्ण राजनीति फिर लौटती दिख रही है। लद्दाख के कारगिल इलाके को कश्मीर घाटी के साथ जोड़ने वाली जोजिला टनल के निर्माण का काम बृहस्पतिवार से शुरू हो जाएगा। सामरिक अहमियत वाली इस 14.15 किलोमीटर लंबी टनल के निर्माण कार्य की शुरुआत केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पहले विस्फोट के लिए बटन दबाकर करेंगे। इसे एशिया की दो दिशा वाली सबसे लंबी टनल माना जा रहा है। इस टनल का निर्माण पूरा होने के बाद लद्दाख की राजधानी लेह और जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के बीच पूरे साल आवागमन करना संभव हो पाएगा और दोनों के बीच के सफर में तकरीबन 3 घंटे का समय कम लगेगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के प्रमुख डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने देश को आश्वस्त किया है कि हमने हर तरह की मिसाइल बनने की क्षमता हासिल कर ली है। सेना को जैसी मिसाइल चाहिए, हम उन्हें बनाकर देंगे। डीआरडीओ ने पिछले पांच सप्ताह में हाइपरसोनिक मिसाइल शौर्य, ज्यादा रेंज वाली ब्रह्मोस, परमाणु क्षमता युक्त बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी, हाइपरसोनिक मिसाइल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट व्हीकल्स, एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम-1 और सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज टॉरपीडो वेपन सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। समलैंगिक विवाह से जुड़ी दो याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा, श्अगर रीति-रिवाज समलैंगिक विवाह को मान्यता दे दें तो सभी कानून भी इसे मान लेंगे। फिर चाहे वह विशेष विवाह अधिनियम (एसएमए) हो या विदेश विवाह अधिनियम (एफएमए)। जस्टिस आरएस एंडलॉ और जस्टिस आशा मेनन की पीठ ने कहा, हमारे यहां विवाह को प्रथाओं के आधार पर परिभाषित किया गया है। जिसमें समलैंगिक विवाह मान्य नहीं है। एसएमए या एफएमए में विवाह की परिभाषा तय नहीं है। हर कोई विवाह को प्रथाओं के आधार पर पहचानता है। अगर प्रथाएं समलैंगिक विवाह को मान्यता दें तो कानून भी देगा। मौसम विभाग ने इस साल ज्यादा सर्दी पड़ने का अनुमान जताया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के मुताबिक, ला नीना के प्रभाव के कारण इस साल कड़ाके की ठंड पड़ेगी। अगर आप शीत लहर की स्थिति के लिए बड़े पैमाने पर कारक को देखते हैं तो ला नीना और अल नीनो की परिस्थितियां इसमें बड़ी अहम भूमिका निभाती हैं। ला नीना के कमजोर पड़ने से पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा ठंड पड़ने की संभावना है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद इस बार नए रंग-ढंग में है। तेजस्वी न सिर्फ अपने पिता लालू प्रसाद बल्कि उनकी सियासी शैली से भी परहेज बरत रहे हैं। हर चुनाव में सांप्रदायिकता और सामाजिक न्याय पर जोर देने वाली पार्टी इस बार रोजगार, बाढ़, पलायन जैसे मुद्दों को तरजीह दे रही है। तेजस्वी के निशाने पर इस बार पीएम मोदी नहीं बल्कि सीएम नीतीश कुमार हैं। तेजस्वी के नेतृत्व में चुनावी महासमर में उतरे राजद की नई रणनीति इस बार चर्चा में है। तेजस्वी ने अपने पिता लालू प्रसाद से एक खास तरह की दूरी बना ली है। पोस्टरों में लालू प्रसाद-राबड़ी देवी की जगह बस तेजस्वी ही छाए हुए हैं। चुनाव प्रचार में लालू प्रसाद की शैली एकदम से गायब है। चीन की मदद से जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल करने के बयान को लेकर पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। पीओके के कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने अब्दुल्ला परिवार को दोमुंहा सांप बताते हुए कश्मीरियों को उनसे सावधान रहने की सलाह दी। एक वीडियो संदेश में मिर्जा ने कहा, शेख अब्दुल्ला, फारूख अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला गद्दार हैं। उन्होंने कभी कश्मीरियों की चिंता नहीं की। उन्हें बस अपनी चिंता रही। शेख अब्दुल्ला ने कश्मीरियों को धोखा दिया। फारूक और उमर ने भी यही किया। कितनी बार उन्होंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पीओके के खिलाफ प्रस्ताव पारित कराया। जम्मू संभाग में कभी आतंकवाद के गढ़ रहे डोडा जिले के दूरदराज इलाके गुंदना से अनोखी नजीर सामने आई है। आतंकी के मारे जाने के बाद बेटे गाजी अब्दुल्ला की परवरिश श्रीनगर के अनाथालय में हुई। तमाम चुनौतियों का सामना कर इस अभागे बेटे ने मेहनत ने अपनी तकदीर खुद लिख डाली। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के बाद जम्मू-कश्मीर की सबसे प्रतिष्ठित केएएस परीक्षा पास की। भटपुरा गांव में इस होनहार के सम्मान में सेना ने विशेष समारोह आयोजित किया। 10 राष्ट्रीय राइफल्स के कार्यक्रम में गाजी अब्दुल्ला ने स्कूल विद्यार्थियों को अपने संघर्ष की कहानी सुनाकर कामयाबी का मंत्र दिया। त्योहारी सीजन के देखते हुए उत्तर रेलवे की ओर से जम्मू-कटड़ा के लिए चलाई जाने वाली विशेष ट्रेनों को फिलहाल रद्द रखने का फैसला लिया है। रेलवे ने पंजाब और हरियाणा में किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए ट्रेनों का प्रस्तावित शेड्यूल वापस ले लिया है। रेलवे ने 15 अक्तूबर से वंदे भारत सहित अन्य दो जोड़ी ट्रेनों के परिचालन को मंजूरी दी थी। कृषि बिल के विरोध में जारी किसान आंदोलन के कारण प्रदेश के लिए रेल यातायात पिछले तीन सप्ताह से प्रभावित हो रहा है।