मरने के बाद जिंदा हो गया हर्रई का श्याम... जिले के आदिवासी अंचलो में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह ठप है। भले ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक पार्टी के नेता आदिवासी वोट बैंक साधने के लिए छिंदवाड़ा जिले में लाख प्रयास करे लेकिन यहां पर आदिवासी अंचलों में व्यवस्थाओं की खासी कमी है। आलम यह है कि यदि आदिवासी अंचल के अस्पतालों में मरीज उपचार करने पहुंचे तो पहले उसे घंटों इंतजार करना पड़ता है। इसके बाद बिना देखे ही चिकित्सक जिंदा मरीज को मृत घोषित कर देते हैं। जबकि शव को ले जाने के एंबुलेंस की जगह हाथ ठेले का उपयोग करना लोगों की मजबूरी है। छिंदवाड़ा जिले में ऐसी ही हृदय विदारक घटना हर्रई अंचल में देखने को मिली है। मिली जानकारी के मुताबिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हर्रई में सोमवार सुबह वार्ड नंबर 8 में रहने वाले श्याम कहार को सांस लेने में दिक्कत के कारण सुबह 4:30 बजे स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था जहां पर कोई भी चिकित्सक ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे लगभग 7:00 बजे बीएमओ मरीज को चेक करने पहुंचे। जिन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं जब मृत मरीज को उसके परिजन हाथ ठेले में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए लेकर जाने लगे तो अचानक श्याम की धड़कन चलने लगी और उसने अपने परिजनों से पानी मांगा। पानी पिलाने के कुछ देर बाद श्याम की मौत हो गई। इस मामले में आदिवासी अंचल में मरीजों का इलाज किस तरह चिकित्सक कर रहे हैं इसे लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जबकि मरीज के परिजनों ने भी जिंदा व्यक्ति को मृत बताने वाले बीएमओ पर कार्रवाई करने की मांग की हैं। परिजनों का आरोप है कि यदि वक्त पर श्याम का इलाज हो जाता तो आज वह जिंदा होता। हड़ताल पर रहेंगे डॉक्टर शासकीय और स्वशासी चिकित्सक महासंघ के प्रदेश व्यापी आंदोलन के तहत छिंदवाड़ा जिले में भी 3 मई को सभी चिकित्सक हड़ताल पर रहेंगे। बता दें कि 3 सूत्रीय मांगों को लेकर चिकित्सक हड़ताल पर जा रहे है। इससे पहले उनके द्वारा 1 मई को विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर काम किया गया था जबकि आज 2 घंटे 11:00 से 1:00 तक संकेतिक रूप से काम बंद किया गया। अब 3 मई से चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ रहे हैं। जनसुनवाई में आए 130 आवेदन:- राज्य शासन के जनसुनवाई कार्यक्रम के अंतर्गत प्रति सप्ताह मंगलवार को आम नागरिकों की समस्याओं की सुनवाई की जाती है और संबंधित विभाग के अधिकारियों से इन समस्याओं का त्वरित निराकरण कराया जाता है । कलेक्टर शीतला पटले के मार्गदर्शन में संयुक्त कलेक्टर ज्योति ठाकुर ने आज जनसुनवाई कार्यक्रम के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जनसुनवाई में 130 आवेदकों की समस्यायें सुनी । इस दौरान जिले के शहरी और ग्रामीण दूरस्थ अंचलों से आये आवेदकों ने सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपनी समस्याओं के निराकरण के लिये आवेदन प्रस्तुत किये। गर्ल्स कॉलेज में मनाया गया लाडली लक्ष्मी उत्सव प्रदेश सरकार के निर्देश पर आज गर्ल्स कॉलेज के सभागार में लाडली लक्ष्मी उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ लेने वाली समस्त हितग्राही महिलाएं उपस्थित थी। कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू सहित अन्य भाजपा नेता और कलेक्टर शीतला पटले भी मौजूद रही। मिलेट्स जागरूकता रैली को कलेक्टर ने दिखाई हरी झंडी अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के परिप्रेक्ष्य में किसानों को प्रोत्साहित व जागरूक करने और ज़िले के आम जनों को मिलेट्स के पोषक तत्वों के महत्व को बताने के लिये आज जिला प्रशासन के सहयोग से कृषि विभाग द्वारा कलेक्ट्रेट प्रांगण से मिलेट्स जागरूकता रैली निकाली गई। इस मिलेट्स जागरूकता रैली को कलेक्टर शीतला पटले ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । कलेक्टर श्रीमती पटले ने मिलेट्स वैज्ञानिक डॉ.ध्रुव श्रीवास्तव द्वारा श्रीअन्न के अभिनंदन पर केन्द्रित “श्री अनाज हैं शान देश की” कविता पोस्टर का विमोचन भी किया । इस अवसर पर एसडीएम छिंदवाड़ा अतुल सिंह एसडीएम जुन्नारदेव मनोज प्रजापति डिप्टी कलेक्टर सुधीर कुमार जैन उप संचालक कृषि जितेन्द्र कुमार सिंह उद्यानिकी महाविद्यालय के डीन एवं आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र के प्रमुख डॉ.विजय कुमार पराड़कर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। खेल शिविर का शुभारंभ 1 मई से निशुल्क ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ 6:30 पुलिस लाइन मैदान में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में एसपी विनायक वर्मा मौजूद थे। जिन्होंने मैराथन रैली को हरी झंडी दिखाकर 180 खिलाड़ियों को रवाना किया। सड़क बनाने ग्रामीणों ने दिया ज्ञापन मोहखेड जनपद अंतर्गत ग्राम भुड़कुम माल के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के नाम ज्ञापन सौंपकर गांव में सड़क बनाने कि मांग की। ग्रामीणों का कहना था कि उनके गांव में सामान्य दिनों में आवागमन में कठिनाई होती है। लेकिन बरसात के दिनों में रास्ता बंद हो जाता है सिर्फ पैदल रास्ता ही चालू होता है। इसलिए ग्रामीणों के द्वारा जिला प्रशासन से गांव में जल्द सड़क बनाने की मांग की।