पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय का वार्षिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान पुलिस लाईन मे आयोजित जनरल परेड में पुलिस महानिरीक्षक को सलामी दी। सलामी के उपरंात उनके द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया। जिसके बाद पुलिस लाईन मे आयोजित दरबार मे पुलिस कर्मीयों के साथ संवाद किया गया जिसके बाद पुलिस महानिरीक्षक द्वारा थाना ग्रामीण नवेगांव का निरीक्षण कर पुलिस कर्मीयो को थाने पर प्राप्त शिकायत आवेदनो पर त्वरित कार्यवाही करने एंव अपराधो पर अंकुश लगाने के लिए निर्देशित किया गया। ऑल इंडिया वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन २६ से २९ दिसम्बर तक वारासिवनी क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कायदी किया गया इस दौरान जिला स्तरीय व्हालीवाल प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें जिले की टीमें मेंहदीवाडा किरनापुर वारासिवनी पुलिस बालाघाट पुलिस सावगी सरंडी कायदी टीम ने हिस्सा लिया। इस दौरान मंच का संचालन कमल उपराडे जी द्वारा किया । इस प्रतियोगिता के संदर्भ में संजय व्हालीवाल क्लब कायदी के अध्यक्ष जितेन्द्र नगरगढे ने बताया कि २७ दिसम्बर से ऑल इंडिया वालीबॉल प्रतियोगिता आयोजित होगी। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रोत्साहन राशि का पूरा भुगतान किये जाने सहित अन्य मांगों को लेकर २३ दिस बर से जिला अस्पताल प्रांगण में अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है। यह हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। आशाओं की मांगों को जायज बताते हुये अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संगठन के जिलाध्यक्ष सजल मस्की ने धरना स्थल पर पहुंच संगठन का समर्थन दिया। लांजी क्षेत्र के ग्राम मोहझरी की करीब दो दर्जन महिलाओं ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गांव में अवैध रूप से बिक रही शराब पर रोक लगवाने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। महिलाओं ने बताया कि गांव में अवैध रूप से कच्ची शराब का विक्रय किया जा रहा है जिससे गांव के युवा वर्ग नशे के आदी हो रहे है इससे गांव का माहौल खराब हो रहा है उन्होंने मांग की है कि गांव में अवैध शराब बिक्री पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाए। दुर्घटना में पति की मौत के बाद मृतक की पत्नि व उसके दो छोटे-छोटे बच्चों के सामने जीवन-यापन करने की समस्या आ गई है। राष्ट्रीय परिवार सहायता राशि दिलाने की मांग को लेकर पीडि़त महिला अपने बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कलेक्टर से गुहार लगाई है। पीडि़त महिला ने बताया कि उसके पति की जलगांव हैदराबाद में कार्य के दौरान मौत हो गई थी। लेकिन उन्हें किसी तरह की कोई शासन से मिलने वाली सहायता राशि नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लालन-पालन के लिए सहायता राशि प्रदान की जाए।