1 पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने नई शिक्षा नीति को बेहतर बताते हुए कहा कि इसे इसे लागू कराने की जवाबदारी राज्यों में कंधे पर है। राज्य सरकार को इसे लागू करने में में जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए। राज्य पहले अपनी वर्तमान शिक्षा व्यवस्था की मजबूती और कमजोरी का आंकलन करें। उनमें चरणबद्ध तरीके से सुधार करें फिर नई शिक्षा नीति को लागू करें। विश्नोई ने नई शिक्षा नीति के सम्बन्ध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को पत्र लिखकर सुझाव भेजे हैं। उन्होंने सेंट्रल टेक्स्ट बुक रेगुलेटरी बोर्ड गठित करने की भी मांग की है।मंत्री विश्नोई ने कहा कि राज्य में योग्य शिक्षकों का अभाव है। अंग्रेजी-गणित-विज्ञान विषय के शिक्षक नहीं है। शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शाला में छात्रों की कमी है। अभिभावक इनमें अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजना नहीं चाहते। सरकार को पहले शिक्षकों को शिक्षण कार्य में रूचि और समर्पण का भाव पैदा करना होगी। छात्रों की संभावनाओं को पहचानने और विकसित करने की क्षमता शिक्षकों में होना अत्यावश्यक है। 2 शहर में प्रतिदिन जरूरतमंदों को जीवन रक्षक मास्क वितरण का व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। संभाग क्रमांक 1 गढ़ा, 4 गोरखपुर, 7 अधारताल, 11 सिविल लाइन, और 13 मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले 5 व्यस्तम चैराहों पर केनोपी लगाकर आम नागरिकों एवं राहगीरों को अभियान के समन्वय अधिकारी एवं नगर निगम के अपर आयुक्त वित्त रोहित सिंह कौशल की उपस्थिति में संभागीय अधिकारियों द्वारा टीम के साथ निरूशुल्क रूप से मास्क का वितरण किया गया। इस संबंध में श्री कौशल ने बताया कि आज प्रशासक एवं निगमायुक्त के निर्देशानुसार शासन द्वारा संचालित एक मास्क अनेक जिन्दगी जनजागरूकता अभियान के अंतर्गत शहर के प्रमुख और व्यस्तम चैराहे क्रमशरू 1 मेडीकल, 4 आदिशंकराचार्य चैक (छोटी लाईन फाटक), 7 आधारताल चैक, 11 के मालगोदाम चैक एवं 13 के मालवीय चैक पर केनोपी लगाकर बड़े पैमाने पर आम नागरिकों को निरूशुल्क मास्क वितरण कार्यक्रम चलाया गया। 3 आयुध निर्माणियों में 12 अक्टूबर से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल टालने के प्रयास किए जाएं। निर्माणियों के वरिष्ठ महाप्रबंधक, महाप्रबंधक इस विषय को गंभीरता से लेकर यूनियनों के साथ बैठक करें। बैठक की रिपोर्ट बनाकर 13 अगस्त तक भेजी जाए। आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) मुख्यालय ने देश की सभी 41 आयुध निर्माणियों के वरिष्ठ महाप्रबंधक, महाप्रबंधकों को इस आशय के निर्देश दिए हैं। निर्देश में कहा है कि आयुध निर्माणियों में विभिन्न कर्मचारी यूनियनों और उच्च स्तर पर फेडरेशनों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल के नोटिस दिए जा रहे हैं। यह हड़ताल टालने के लिए संबंधित निर्माणी, इकाई के वरिष्ठ महाप्रबंधक, महाप्रबंधक द्वारा प्रयास किए जाएं। वहीं आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के विरोध में आयुध कर्मियों ने एआईडीईएफ, आईएनडीडब्ल्यूएफ, बीपीएमएस से संबद्ध यूनियनों के पदाधिकारियों ने शनिवार को भी आयुध निर्माणी खमरिया परिसर में आज भी लंच का बहिष्कार किया। जन जागरण अभियान के तहत चलाये जा रहे अभियान में रक्षा संस्थानों की 41 आयुध निर्माणियां 6 अगस्त से विरोध दिवस मना रही है. 4 नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने अहम आदेश में कहा कि सभी डेयरियां शहरी सीमा से बाहर व नदी-तालाब से कम से 500 मीटर की दूरी पर ही होनी चाहिए। कोर्ट ने डेयरियों की राष्ट्रीय राजमार्ग से दूरी कम से कम 200 मीटर व राज्यमार्ग से 100 मीटर निर्धारित कर दी। बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों को डेयरियों से पूरी तरह मुक्त रखने का भी दिशा-निर्देश दिया गया। कोर्ट ने कहा कि डेयरियों के प्रदूषण पर नियंत्रण में नाकाम रहने वाले कर्मियों की वार्षिक गोपनीय चरित्रावली में उनकी यह नाकामी दर्ज की जाए। डेयरी संचालकों ने शहर से डेयरी हटाने के खिलाफ एनजीटी की शरण ली थी। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच जबलपुर के प्रांताध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे व एनजीटी के अधिवक्ता प्रभात यादव ने डेयरी संचालकों की मांग का विरोध करते हुए तर्क दिया कि नगर निगम सीमा के भीतर डेयरियां संचालित होने से प्रदूषण फैलता है, जो विभिन्न बीमारियों का सबब बनता है। एनजीटी ने इस तर्क को गम्भीरता से लेते हुए डेयरी संचालकों की मांग नामंजूर कर दी। 5 कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इस समय साफ-सफाई और सावधानी की ज्यादा जरूरत है, ऐसे समय में भी एसडीएम-तहसील कार्यालय में गंदगी का ढेर लगा हुआ है। दूसरी तरफ दफ्तर बंद होने के बाद यहाँ शराबखोरी भी शुरू हो जाती है। आलम यह है कि आधे शहर का एरिया कव्हर करने वाले विजयनगर हाट बाजार स्थित कार्यालय में एसडीएम और तहसीलदार सहित कई जिम्मेदारी अधिकारी बैठते हैं। लोगों का कहना है कि जिन अधिकारियों के ऊपर शहर की जिम्मेदारी है वे अपनी नाक के नीचे हो रही गंदगी और शराबखोरी पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। विजयनगर स्थित हाट बाजार में शराब खोरी हमेशा से होती रही है। लोगों ने बताया कि शराब खोरी में ऑफिस के कर्मचारी और यहाँ दलाली का काम करने वाले ही करते हैं। ऑफिस के बाहर गंदगी के ढेर के साथ ही शराब की बोतलें भी यहाँ-वहाँ पड़ी रहती हैं। वहीं नगर निगम द्वारा गंदगी मिलने पर चालानी कार्यवाही की जा रही है लेकिन इन जिम्मेदार अधिकारियों पर कौन जुर्माना लगाएगा। 6 कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इस समय साफ-सफाई और सावधानी की ज्यादा जरूरत है, ऐसे समय में भी एसडीएम-तहसील कार्यालय में गंदगी का ढेर लगा हुआ है। दूसरी तरफ दफ्तर बंद होने के बाद यहाँ शराबखोरी भी शुरू हो जाती है। आलम यह है कि आधे शहर का एरिया कव्हर करने वाले विजयनगर हाट बाजार स्थित कार्यालय में एसडीएम और तहसीलदार सहित कई जिम्मेदारी अधिकारी बैठते हैं। लोगों का कहना है कि जिन अधिकारियों के ऊपर शहर की जिम्मेदारी है वे अपनी नाक के नीचे हो रही गंदगी और शराबखोरी पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। विजयनगर स्थित हाट बाजार में शराब खोरी हमेशा से होती रही है। लोगों ने बताया कि शराब खोरी में ऑफिस के कर्मचारी और यहाँ दलाली का काम करने वाले ही करते हैं। ऑफिस के बाहर गंदगी के ढेर के साथ ही शराब की बोतलें भी यहाँ-वहाँ पड़ी रहती हैं। वहीं नगर निगम द्वारा गंदगी मिलने पर चालानी कार्यवाही की जा रही है लेकिन इन जिम्मेदार अधिकारियों पर कौन जुर्माना लगाएगा। 7 नयागाँव सोसायटी में तेंदुआ एक बार फिर सक्रिय हो गया है। इलाके में वाले होटल व्यवसायी अनिल पचैरी गुरुवार की रात करीब साढ़े 11 बजे घर लौट रहे थे। सोसायटी के गेट नं 2 के पास बीच सड़क पर जमावड़ा लगाकर जोर-जोर से कुत्ते भौंक रहे थे, लिहाजा श्री पचैरी ने 15 मीटर पहले कार रोककर हॉर्न बजाया, कार की लाइट कुत्तों के झुंड पर थी, तभी अचानक ठाकुरताल की पहाड़ी की तरफ से एक तेंदुए ने 20 फीट लंबी छलांग मारी और झुंड में मौजूद एक हेवी वेट कुत्ते को चूहे की तरह जबड़े में फँसा लिया। जैसे ही तेंदुए ने कुत्ते को दबोचा दूसरे कुत्ते यहाँ-वहाँ भाग निकले, श्री पचैरी के अनुसार तेंदुआ देखकर उन्होंने मोबाइल उठाया और जब तक वीडियो बनाना शुरू किया तेंदुआ कुत्ते को जबड़े में दबोचकर फुर्ती के साथ जंगल की तरफ चला गया। पहले ठाकुरताल में 2 जवान तेंदुए थे, लेकिन अब इनकी संख्या 4 हो गई है। पहले तेंदुओं का मूवमेंट होने पर वन विभाग ने कॉलोनी में पेट्रोलिंग टीमें तैनात की थीं, तेंदुओं को पकडने के लिए पिंजरे भी लगाए थे और जगह-जगह ट्रैप कैमरे। लेकिन समय बीतने के साथ ट्रैप कैमरे तो पहले ही हटा लिए गए थे और अब तो पेट्रोलिंग टीमें भी नहीं रहतीं। 8 नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों की कई जाँचें प्राइवेट लैब से कराई जा रही हैं जबकि कोरोना संकट शुरू होने के दौरान ही जाँचों के लिए किटें तथा रीजेंट मेडिकल में मँगवा लिए गए थे। ये तथ्य समझ से परे हैं कि जब मेडिकल में जाँचों की सुविधा है तो उसे लोकल निजी लैब से कराने की क्या जरुरत है? गंभीर मरीजों के इलाज में कई तरहों की खून की जाँचों की आवश्यकता होती है, इनमें ऑक्सीजन लेवल से लेकर फेफड़ों तथा अन्य ऑर्गन्स की स्थिति का पता किया जाता है। दूसरी ओर प्रबंधन का कहना है कि निजी लैब से वही जाँचें कराई जा रही हैं जो मेडिकल में नहीं हो सकतीं पर मेडिकल कॉलेज की सेंट्रल लैब सहित अन्य लैबों में अत्याधुनिक मशीनें हैं, कई तो ऐसी हैं जो निजी पैथोलॉजी लैब में नहीं हैं। ऐसे में यह कहना कि मेडिकल में कोविड मरीजों के लिए जरूरी जाँच की सुविधा नहीं है, हास्यास्पद लगता है। 9 स्ट्रीट वेंडर यानि ठेले या सड़क किनारे दुकान चलाने वाले भी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ ले सकेंगे, जिनके पास पहचान पत्र और विक्रय प्रमाण पत्र नहीं है। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को इसके लिए अनुशंसा पत्र (एलओआर) व्यवस्था की शुरूआत की है। इस योजना के तहत ठेले, खोमचे वाले 10,000 रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं। आधिकारिक बयान के अनुसार केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने इस सुविधा की शुरूआत की और कहा कि पात्र रेहड़ी-पटरी वाले स्थानीय शहरी निकाय अनुशंसा पत्र के लिए अनुरोध कर सकता है। सड़क किनारे ठेले पर दुकान लगाने वालों के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना शुरू की गई है। इसके तहत ठेले, खोमचे वाले 10,000 रुपये तक कार्यशील पूंजी कर्ज ले सकते हैं। इस कर्ज को एक साल में मासिक किस्त में लौटाना होगा। 10 ट्रैफिक एसआई अमित शिववनसी ने कहा कि वरिष्ट अदिकारियो के निर्देशानुसार कोरोना महामारी को देखते हुए व यातायात के नियमो का पालन न करने वालों के ऊपर उन्हें चलानी कारवाही के लिए निर्देशित किया गया था जिसके चलते चेकिंग पॉइंट लगा कर नियमो का उलंघन करने वालो के ऊपर कारवाही की जा रही है। 11 रेलवे द्वारा किसान रेल का आज शुभारंभ हो गया है। जबलपुर सब्जी बाजार में कारोबार करने वालों का कहना है कि अगर जबलपुर के सब्जी कारोबारियों ने रूचि दिखाई तो यह ट्रेन संस्कारधानी के सब्जी बाजार में बड़ा परिवर्तन लाएगी। इस ट्रेन का जबलपुर में स्टापेज रखा गया है। अर्थात शहर में जब यह ट्रेप उतरेगी तो उसमें सब्जी और फल भी बड़ी मात्रा में उतारे जाएंगे। सब्जियों की अधिक आमद का सीधा अर्थ होगा दाम घटेंगे। सूत्रों ने बताया कि जबलपुर में इलाहाबाद से कुम्हडा और अन्य सब्जियां आती हैं। डीजल के बढ़े दामों के कारण ट्रक वाले ज्यादा भाड़ा ले रहे हैं तो सब्जी बाजार में मंहगी बिक रही है। बताया गया कि पटना से अनानास, पपीता और कुछ सब्जियां जबलपुर आएंगी। इलाहाबाद में भी माल का लदान होगा तो आलू के दाम घटेंगे। सतना स्टेशन पर भी ट्रेन रूकेगी। सतना मेें टमाटर और अदरक की बड़ी मंडी बन चुकी है तो यहंा से टमाटर और अदरक लोड होकर जबलपुर आएगा। 12 मध्यप्रदेश जागरूक खेल संघ के ऑन लाइनर स्पोर्टस क्लास लगाने की मांग की है। संघ के राबर्ट मार्टिन ने कहा है कि कोरोना संक्रमण काल में सरकारी और निजी स्कूलों में वीडियो और डिजीलैप के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है वहीं खेल के नाम पर कोई गतिविधि संचालित नहीं की जा रहीं हैं। जो थोड़ी बहुत गतिविधियां हो भी रही है तो उन्हें खेल से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। जो विद्यार्थी खेल में रूचि लेते हैं उन्हें कोई जानकारी ही नही ंमिल पा रही है। इस तरह खिलाड़ी छात्रों और उनके पालकों में रोष व्याप्त है। संघ ने बताया कि शासकीय और अशासकीय दोनों ही किस्म के स्कूलों में व्यायाम शिक्षक हैं जो अपने खेलों में दक्षता रखते हैं। यदि उनके द्वारा ऑनलाइन माध्यम से खेल प्रशिक्षण दिया जाता है तो स्कूलों में अध्ययरत छात्रों को इसका लाभ मिलेगा और होम ट्रेनिंग के माध्यम से सीख सकेंगे। 13 जबलपुर स्थित कमिश्नर कार्यालय में युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा आज ब्लॉक अध्यक्ष अचलनाथ चैधरी के नेतृत्व में अप्पर आयुक्त को ज्ञापन देते हुए शिवपुरी के पिछोर नगर में डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा खंडित कर नुकसान पहुँचाया गया उसके बावजूद भी अभी तक ऐसे तत्व खुलेआम घूम रहे है वही ऐसे दोषियों के ऊपर शक्त कार्यवाही की मांग युवक कांग्रेस के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने की है। 14 संस्कारधानी को पूरे सावन भर सूखा रखने के बाद आज भादों में सुबह-सुबह बादल झूमकर बरसे। करीब पाँच बजे शुरू हुआ बारिस का सिलसिला कभी तेज तेज तो कभी धीमा दोपहर करीब 12 बजे तक चलता रहा। इस बरसात से मौसम सुहाना हो गया और वातावरण में ठंडक घुल गई। मौसम विभाग ने बताया कि दोपहर बारह बजे तक दो इंच पानी बरसा। शाम तक आकाश में काले मेघ उमड-घुमड रहे थे। 15 कोरोना काल मे जबलपुर मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टर्स ने कॉलेज प्रबंधन व सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसके चलते नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएम पासआउट 122 मेडिकल इंटर्न डॉक्टर्स अपनी बुनियादी मांगो को लेकर हड़ताल पर चले गए है। इंटर्न डॉक्टर्स की मांग है कि कोरोना संक्रमण काल मे मरीजो के इलाज के दौरान उन्हें ग्लब्ज, मास्क , पीपीई किट ओर सेनेटाइजर उपलब्ध नही कराए जा रहे है, जिसके कारण जान जोखिम में डाल कर उन्हें इलाज करना पड़ रहा है, साथ ही चार महीने से स्टायपेंड न मिलने और वार्ड में ड्यूटी करने के बाद 7 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन होने की भी नहीं अनुमति नही दी जा रही है। जिसके कारण कई डॉक्टर्स कोरोना का शिकार हो चुके है,जबकि 40 से ज्यादा क्वॉरेंटाइन हो गए हैं। लिहाजा इन सभी मांगो का एक पत्र अस्पताल के डीन को दिया गया है, और जब तक मांग पूरी नही की जाती तब तक हड़ताल पर रहने की बात कही गयी है। बाइट--डॉ पंकज सिंह--जूड़ा अध्यक्ष