बारिश नहीं होने से किसानों की फसल खराब हो रही है कई किसान ऐसे है जिन्होंने बारिश नहीं होने के कारण फसलों की बोवनी नहीं की थी वहीं बारिश की खेंच से किसानों की सोयाबीन की फसल मुरझा रही है। फसल अगर बर्बाद होती है तो किसान की जिंदगी और उसके बच्चों का भविष्य तबाह एवं बर्बाद होता है। किसानों तत्काल 40 हजार रुपए प्रति हैक्टयर के हिसाब से मुआवजा दिलाया जाए। उक्त मांग शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय में सैकड़ों किसानों के साथ फसलों के मुआवजे और बीमे के लिए पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेस नेता और इछावर के पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल ने कहे। उन्होंने कहा कि जब हमारी कांग्रेस सरकार थी उस समय किसानों की चिंता का नाटक करते थे लेकिन सीहोर आए तो एक भी किसान के खेत में नहीं गए सीएम शिवराज की कथनी और करनी में अंतर है।