चिलचिलाती धूप में नेत्र रोगी धूप में बैठकर डॉक्टर साहब का कर रहे इंतजार. मौसम परिवर्तन से बच्चो मे घेर रही बीमारी ओपीडी में बढ़ रहे मरीज मोतीगार्डन पेट्रोल प प के सामने से सड़क खुदाई का कार्य प्रारंभ बालाघाट जिले के अंर्तगत तहसील मुख्यालय किरनापुर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां तपती हुई धूप में बगैर छत नीचे बुजुर्ग लोग ताला लगे दरवाजे के पास बैठे दिखाई दिए. जानकारी लेने पर बुजुर्ग महिला पुरषों द्वारा बताया गया कि उन्होंने आखों का आप्रेशन करवाया हुआ है और दूर दूर गावों से आए हुए हैं. नेत्र डाक्टर से दवाई लेने व जांच करवाने के लिए आए हुए हैं. किन्तु दिन के ११बजे के बाद व पर्ची कटवाने के बाद नेत्र जांच केंद्र के समीप डॉक्टर साहब का इंतजार कर रहे थे. किन्तु नेत्र चिकित्सक के जांच केंद्र में भी लगभग दिन के ११बजे भी ताला लगा दिखाई दिया. ऐसी ही उदासीन स्थितियो के कारण आर्थिक रुप से गरीब लोग भी प्राइवेट अस्पताल में जाकर इलाज कराने मजबूर हो जाते होंगे। गर्मी की शुरूवात होने के बाद भी मौसम में हो रहे परिवर्तन से कभी बारिश तो कभी बदली छाई रहती है। हर चार-पांच दिनों में बारिश के चलते मौसम के तापमान में उतार चढ़ाव आ रहा है। जिससे अधिकांश बच्चों को बीमारी घेर रही है। इसके अलावा मौसम परिवर्तन से बड़े बुजुर्गो के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ रहा है। पिछले एक सप्ताह से मौसम में आए परिर्वतन से सर्दी खांसी बुखार व पीलिया के मरीजों की सं या में वृद्धि हो गई है। स्थिति यह है कि जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की सं या बढ़ गई है। पर्ची बनाने वाले काउन्टर पर लोगों की भीड़ लगी रहती है। शहर के आ बेडकर चौक से मोतीनगर चौक तक अधूरी सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया है। मोतीगार्डन के समीप पेट्रोल प प के सामने से सीमेंटीकरण सड़क निर्माण के लिए सड़क खुदाई का कार्य प्रारंभ हो गया है। जिससे एक ओर से आवागमन बंद होने से लोग गार्डन के सामने वाले मार्ग से आना-जाना करते है। यह मार्ग काफी बदहाल हो गया था जिससे जरा सी बारिश होने पर पेट्रोल प प के सामने पानी भर जाता था सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है जिसके बनते ही लोगों को बारिश में सड़क पर जल भराव की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा व आवागमन में सुविधा होगी। बता दे कि उक्त मार्ग निर्माण के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के द्वारा कार्य का शुभारंभ करते ही कार्य प्रारंभ हो गया है। मामला तहसील मुख्यालय की जनपद पंचायत किरनापुर के अंर्तगत ग्राम पंचायत सारद का है.जहां सचिव डोमा पांचे द्वारा जीवित महिला को मृत घोषित कर पैंशन से अपात्र कर दिया गया.महिला बेनू बाई द्वारा बताया गया कि लगभग १०वर्ष पूर्व से पेंशन मिल रही थी . किन्तु दिसंबर २०२१ से पेंशन बंद हो गई. नव निर्वाचित सरपंच प्रतिनिधि के साथ जनपद पंचायत जाने पर कर्मचारियों के द्वारा बताया गया कि बेनु बाई मृत घोषित बताया जा रहा है. जिसके कारण पेंशन बंद हो गई है. उसके बाद लगभग डेढ़ वर्ष तक ग्राम पंचायत सचिव से जानकारी लेने पर गुमराह करते हुए पेंशन आज आ जायेंगी कल आ जायेंगी कहकर टाल मटोल करते रहा. त्रस्त होकर १८१हेल्प लाइन में शिकायत की गई तो सचिव द्वारा ३०००रूपिये की राशि और जल्दी ही वृद्धा पेंशन दिलवाने की बात कही किन्तु वर्तमान दिनांक तक भी पेंशन नहीं बनी.