फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने नवंबर में हुए व्हीकल रजिस्ट्रेशन के आंकड़े जारी कर दिए हैं। इसके मुताबिक, नवंबर में 18.28 लाख यूनिट की सेल हुई, जो साल दर साल की तुलना में 19.29 फीसदी कम है। नवंबर 2019 में 22.65 लाख यूनिट का सेलिंग हुई थी। हालांकि इस साल अब तक ट्रैक्टर की बिक्री में 30 फीसदीसे ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। कोरोना की वजह से अब तक ऑटो इंडस्ट्री उबर नहीं पाई है। इस साल फरवरी एकमात्र ऐसा महीना रहा, जब साल दर साल के आधार पर ऑटो सेल्स में 2.60 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। ऑटो सेल्स के इतिहास में पहला ऐसा मौका भी आया, जब मार्च में एक भी गाड़ी नहीं बिकी। फोर्ब्स ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली सौ महिलाओं की सूची जारी की है जिसमें भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, एचसीएल एंटरप्राइज की सीईओ रोशनी नादर मल्होत्रा और बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ शामिल हैं। इस लिस्ट में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल लगातार 10वें साल नंबर वन रही हैं। इस सूची में अमेरिका की वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस का भी नाम है। भारत की जिन शक्तिशाली महिलाओं का नाम इस सूची में रखा गया है उनमें निर्मला सीतारमण 41वें नंबर पर हैं जबकि रोशनी नादर 55वें नंबर पर हैं। फूड डिलीवरी स्टार्टअप स्विगी ने स्ट्रीट फूड वेंडर्स को फिर से कारोबार खड़ा करने में मदद के लिए सरकार के साथ करार किया है। इस करार के जरिए स्विगी सरकार की तरफ से पेश योजना पीएम स्वनिधि को बढ़ाने का काम करेगी। स्विगी ने 36,000 से ज्यादा स्ट्रीट फूड वेंडर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने कहा है कि वह इसके तहत पहले दौर में 125 शहरों के स्ट्रीट फूड वेंडर को अपने प्लेटफॉर्म पर लाएगी। कार मार्केट की लीडर कंपनी मारुति सुजुकी जनवरी से अपनी गाड़ियों की कीमत बढ़ा देगी। इसकी वजह रॉ मटेरियल की कीमतें बढ़ना है। ये कीमतें पिछले एक साल से लगातार बढ़ रही हैं। इससे कार बनाने में आने वाली लागत भी बढ़ गई है। कंपनी का कहना है कि रॉ मटेरियल की कीमतें बढ़ रही हैं। इससे कारों की लागत पर असर हो रहा है। इनपुट लागत बढ़ने से कारों की कीमतें बढ़ाना पड़ रही है। शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि अब समय आ गया है कि कुछ लागत ग्राहकों को भी वहन करना होगा। कंपनी ने कहा कि हर मॉडल पर अलग-अलग कीमत बढ़ेगी। सरकारी बैंकों के लिए जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है। खबर है कि सरकार 20 हजार करोड़ रुपए इन बैंकों में डालने की योजना बना रही है। ऐसा होने पर बैंकों के शेयरों में तेजी देखी जा सकती है। दरअसल कोरोना के चलते बड़े पैमाने पर लोन डिफॉल्ट होने की आशंका है। हालांकि अभी तक सुप्रीम कोर्ट ने नए लोन को डिफॉल्ट करने पर रोक लगा दी है। जिससे बैंक इसे घोषित नहीं कर पा रहे हैं। इस मामले में 14 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। जैसे ही कोर्ट इस पर से अपना ऑर्डर हटाएगी, तुरंत बड़े पैमाने पर डिफॉल्ट की लिस्ट आ जाएगी। ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने 5 और 6 दिसंबर को यूजर्स को फ्री एक्सिस दिया था। यानी यूजर्स को किसी भी तरह का कंटेंट देखने के लिए पैसे नहीं देने पड़े थे। नेटफ्लिक्स को इसका जमकर फायदा मिला है। नेटफ्लिक्स ने बताया कि दुनिया भर में उसके प्लेटफॉर्म पर फिल्मों के सबसे अधिक दर्शक भारत के हैं। उसने बताया कि बच्चों, नॉन-फिक्शन और कोरियाई नाटकों जैसी श्रेणियों में कंटेंट की खपत तेजी से बढ़ रही है। पिछले कुछ वर्षों में सस्ते डेटा टैरिफ और किफायती स्मार्टफोन की उपलब्धता के कारण नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम और डिजनी हॉटस्टार जैसे प्रमुख ओवर दि टॉप (ओटीटी) कंपनियों ने तेजी से वृद्धि की है। सिटीग्रुप इंक ने अपनी आधा बिलियन डॉलर की रकम को वापस हासिल करने के लिए कोर्ट का रुख किया है। सिटी ग्रुप का कहना है कि इसकी गलती से सौंदर्य प्रसाधन कंपनी रेवलॉन इंक के कर्जदाताओं को चुकाने के लिए इसने खुद का ही लगभग 90 करोड़ डॉलर की रकम का इस्तेमाल कर लिया। मैनहट्टन फेडरल कोर्ट में इस तरह का बड़ा ही दिलचस्प मामला आने से वॉल स्ट्रीट बैंकों और उनके ग्राहकों के साथ रिश्तों में बिल्कुल नया नजरिया देखने को मिल सकता है। इससे अब बैंकों को यह सुनिश्चित करने के बाद ही कोई कदम उठाना चाहिए कि फंड का ट्रांसफर कितना और कैसे हो रहा है। देश में खुदरा महंगाई की दर नवंबर में लगातार तीसरे महीने सात फीसदी से ज्यादा रह सकती है। हालांकि, यह अक्तूबर के 7.61 फीसदी के मुकाबले कम रहेगी। लेकिन, आरबीआई के लक्ष्य (दो से छह फीसदी) से ऊपर रहेगी। सरकार अगले सप्ताह खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी कर सकती है। अर्थशास्त्रियों के एक सर्वे में कहा गया है कि देश में खाद्य कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। पेट्रोल-डीजल के दाम भी पिछले 20 दिनों में काफी बढ़ गए हैं। ऐसे में नवंबर में खुदरा महंगाई की दर आरबीआई के तय लक्ष्य से ज्यादा रह सकती है। अगर नवंबर में यह दर 7 फीसदी से ज्यादा रहती है तो यह लगातार तीसरा महीना होगा, जब खुदरा महंगाई की दर 7 फीसदी से ज्यादा होगी। इससे पहले अक्तूबर में खुदरा महंगाई की दर 7.61 फीसदी रही थी, जो साढ़े छह साल का उच्च स्तर था।