1 कोविड-19 और लॉकडाउन का अर्थव्यवस्था और समाज के लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा है। नौकरी के नुकसान और वेतन कटौती के साथ ही निम्न मध्यम आय वर्ग गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। कोरोना संकट के दौरान लोगों को घर खर्च के लिए अपने दोस्तों और सगे-संबंधियों से पैसे उधार लेने पड़े। इसका खुलासा होम क्रेडिट इंडिया की एक रिपोर्ट में हुआ है।रिपोर्ट में कहा गया कि 27 फीसदी ने नौकरी जाने के बाद अपने ईएमआई का भुगतान करने के लिए पैसे उधार लिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, उधार लेने के मामले में मुंबई और भोपाल में लोगों की संख्या सबसे अधिक रही। यहां 27 प्रतिशत ने उधार लेकर चलाई अपनी गृहस्थी चलाई। इसके बाद दिल्ली में 26 फीसदी और पटना में 25 फीसदी ने घर चलाने के लिए किसी न किसी ने उधार लिया है। 2 अलीबाबा समूह के संस्थापक जैक मा की दुनिया का सबसे बड़ा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने वाली कंपनी एंट फाइनेंशियल को शंघाई और हांगकांग के शेयर बाजार में सूचीबद्ध किए जाने के कार्यक्रम को अंतिम घड़ी में मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। अलीबाबा समूह की कंपनी एंट फाइनेंशियल को पांच नवंबर को सूचीबद्ध होना था। कंपनी हाल ही में 39.7 अरब डॉलर आईपीओ लेकर आई थी। 3 कारोबार के तीसरे दिन बाजार में शानदार खरीदारी है। बीएसई सेंसेक्स में 274.64 अंक ऊपर 40,535.73 पर और निफ्टी 70.80 अंक ऊपर 11,884.30 पर कारोबार कर रहा है। बाजार की बढ़त को आईटी और फार्मा शेयर लीड कर रहे हैं। जबकि निफ्टी बैंक और मेटल इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी में सन फार्मा, इंफोसिस और अदानी पोर्ट के शेयरों में 4-4 फीसदी की बढ़त है। विप्रो और टेक महिंद्रा के शेयरों में भी 3-3 फीसदी की बढ़त है। 4 चीनी कंपनी रियलमी ने नई स्मार्टवॉच की लॉन्चिंग के साथ अपने स्मार्ट लाइफ पोर्टफोलियो को बढ़ा दिया है। मंगलवार को कंपनी ने सर्कुलर डायल के साथ अपनी पहली स्मार्टवॉच को लॉन्च किया। फिलहाल यह पाकिस्तान में ही बिक्री के लिए उपलब्ध है लेकिन जल्द ही भारतीय बाजार में भी दस्तक देगी। वहीं, दूसरी ओर नॉइज ने अपने ट्रूली वायरलेस इयरबड्स को भारत में लॉन्च कर दिया है। 5 पंजाब नेशनल बैंक ने कहा कि वह अगले महीने शेयर सेल के जरिये 7,000 करोड़ रुपए जुटाना चाहता है। देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक ने साथ ही कहा कि इस कारोबारी साल की दूसरी छमाही में उसके क्रेडिट ग्रोथ में मामूली बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। पूरे कारोबारी साल में यह वृद्धि दर 5 फीसदी से कम रह सकती है। 6 इंटरनेशनल मोनटरी फंड की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने दुनियाभर की सरकारों से इकोनॉमी में रिकवरी के लिए और राहत पैकेज देने का आग्रह किया है, जो कोविड-19 महामारी के कारण लिक्विडिटी ट्रैप में फंसी हुई है। फाइनेंशियल टाइम्स के एक आर्टिकल में गीता गोपीनाथ ने कहा कि ब्याज दरों में भारी गिरावट के बावजूद भी सेंट्रल बैंकों ने कठिन समय के लिए ब्याज दरों में और कटौती के लिए भी तैयार हैं। सोमवार को गोपीनाथ ने कहा कि वर्तमान में दुनियाभर की इकोनॉमी लिक्विडिटी ट्रैप में हैं, जहां मोनेटरी पॉलिसी के प्रभाव सीमित हैं। इसलिए हमें और योजनाओं के निर्माण पर सहमत होने की आवश्यकता है। 7 डाबर इंडिया ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे पेश कर दिए हैं। सितंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 13.7 फीसदी बढ़कर 2,516 करोड़ रुपए रहा। यह पिछले साल की समान अवधि में 2,212 करोड़ रुपए रहा था। रेवेन्यू ग्रोथ का यह आंकड़ा बीते दो सालों में सबसे अधिक है। इसके अलावा सन फार्मा का मुनाफा भी 70.4 फीसदी बढ़कर 1,813 करोड़ रुपए हो गया है। कंपनी ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 19.5 फीसदीबढ़कर 481.7 करोड़ रहा, जो पिछले साल 403 करोड़ रुपए रहा था। 8 सरकारी बैंकों में तीसरे नंबर के सबसे बड़े बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने नकदी लेन-देन की सेवाओं पर सभी बढ़े हुए चार्ज को वापस ले लिया है। यह सभी चार्ज एक नवंबर से लागू हो गए थे। उधर दूसरी ओर वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि कोई भी सरकारी बैंक किसी तरह का सेवा चार्ज नहीं बढ़ाया है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा है कि उसने सभी बढ़े हुए चार्ज को वापस ले लिया है। बैंक ने सभी शाखाओं को एक पत्र भेजकर कहा है कि सभी बढ़े हुए चार्ज जैसे नकदी जमा और निकासी किसी भी सीमा तक की जा सकती है। 9 देश के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स, रत्न व आभूषण और लेदर सेक्टर के शिपमेंट में गिरावट के कारण अक्टूबर में वस्तु निर्यात 5.4 फीसदी घटकर 24.82 अरब डॉलर पर आ गया। अक्टूबर 2019 में भारत ने 26.23 अरब डॉलर का वस्तु निर्यात किया था। आयात भी पिछले महीने 11.56 फीसदी घटकर 33.6 अरब डॉलर पर आ गया। अप्रैल-अक्टूबर अवधि में भारत से 150.07 अरब डॉलर का निर्यात हुआ। यह एक साल पहले की समान अवधि में हुए निर्यात के मुकाबले 19.05 फीसदी कम है।