कोरोना महामारी के बीच बिजली के बढ़े हुये बिल उपभोक्ताओं को झटका दे रहे है। लोगों का कहा है कि कारोना वाइरस के चलते पिछले डेढ़ माह से उन्हे रोजगार नहीं मिला है और ऐसे में से अनाप-शनाप आये बिजली के के बिलों का वे कैसे भुगतान करेंगे। मप्र झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष मकसूद खान ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने गरीब लोगों के हितों को ध्यान में रखकर १०० यूनिट तक बिल माफ किया था, लेकिन अब भाजपा की सरकार आते ही अनाप-शनाप बिजली के बिल आ रहे है। बिना रिडिंग के ही बिल भेज दिये जा रहे है। सरकार गरीब झुग्गी वासियों के ६ माह के बिल माफ करें अन्यथा सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जायेगा। कोराना महामरी के के इस संकट के बीच शासन और प्रशासन ने लोगों को कोराना से बचाव के लिये सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने और चेहरे पर मास्क लगाने के निर्देश दिये है। लेकिन कई लोगों के द्वारा सरकार की गाईडलाईन का पालन नहीं किया जा रहा है। एसडीएम किरनापुर निकिता मंडलोई अपने दल बल के साथ सरकार के दिशा निर्देशों का पालन कराने के लिये किरनापुर के बस स्टैंड में बिना मास्क लगाए घुम रहे लोगों पर चालानी कार्रवाई की और ५०-५० रुपये का चालान काटा और कुछ से उठक बैठक लगवाकर मास्क देकर छोड़ दिया। लेेकिल इसी चालानी कार्यवाही के दौरान एसडीएम लांजी रविन्द्र परमार भी सरकारी वाहन से लांजी से बालाघाट जा रहे थे इस दौरान उनके ड्राइवर और उन्होंने स्वयं मास्क नहीं लगाया था, चैकिंग के दौरान किरनापुर एसडीएम निकिता मंडलोई द्वारा लांजी एसडीएम का वाहन रोककर ५० रूपये का चालान काटा दिया और एसडीएम ने भी अपनी भूल मानकर ५० रूपये का चालन जमा करा दिया। इसके साथ कुछ सरकारी कमचारी, आबकारी निरीक्षक और बिना मास्क लगाये घुम रहे वाहन चालको भी ५० रूपये का चालान काटा गया।। जब से भारत में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का संक्रमण दिखाई दिया है तब से लेकर आज तक जनसेवा मैं तैनात पुलिस,स्वास्थ्य अमला,तथा ग्राम कोटवार,पटवारी सभी मिलकर कोरोना वरीयर के रूप में कार्य कर रहे हैं अपने कर्तव्यों का बखूबी जनता के हित के लिए सहभागिता निभाते हुए वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के चलते देश में लांग डाउन लगते ही बॉर्डर पर तैनात आने जाने वालों पर निगाह गड़ाए हुए हैं और अपने जीवन की परवाह न करते हुए जनता को जागरूक कर रहे हैं । विश्वयापी कोरोना महामारी के बीच आशा कार्यकर्ता दिन रात एक कर लोगों को कोरोना संक्रमण से लोगों को बचा रही है। कोरोना के खतरे को लेकर सरकार की गाईड लाईन के अनुसार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों के घर-घर जाकर जागरूक कर रही है। ऐसे में आशा कार्यकर्ता को मानदेय नहीं मिलने से उनके सामने आर्थिक समस्या आ रही है। गुरुवार को मानदेय की मांग को लेकर वारासिवनी से बालाघाट कलेक्ट्रेट तक पैदल यात्रा कर सरकार से जल्द मानदेय दिलाने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर दीपक आर्य को ज्ञापन सौंपकर १० हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय दिलाने की मांग की है। जबलपुर संभाग के बालाघाट में जिला आबकारी अधिकारी की मिली भगत के कारण एमपी सरकार को करोड़ों के राजस्व की चपत लगी है। गौरतलब है कि ३१ मार्च को जिले में ठेका हुआ था, जिसमें ठेकेदार को बीस फीसदी राशि अर्थात २८ करोड़ रूपए शासन को जमा करनी थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं और धड़ल्ले से जिले में शराब की बिक्री की जा रही है, जिसमें अब जाकर कलेक्टर के माध्यम से ठेक ा कंपनी को राशि जमा करने का नोटिस दिया गया है। जबकि जिला आबकारी विभाग के आला अधिकारी के सरक्षण मे शराब ठेकेदार को सरंक्षण प्राप्त होने की बात सामने आ रही है। इन दिनों वैश्विक महामारी कोरोना भारत में संक्रमण के बचाव हेतु डॉक्टरों की टीम सक्रियता से कार्य कर रही है परंतु कुछ मानवता को शर्मसार कर देने वाले डॉक्टरों का अमानवीय चेहरा चांगोटोला क्षेत्र मे आदिवासी गर्भवती महिला के साथ अमानवीय कृत्य चांगोटोला में पदस्थ नर्स के द्वारा किया गया जोकि मानवता को शर्मसार एवं दिल को झझोर देने वाली घटना है । बताया गया कि विगत रात्रि ८ बजे प्रसूति महिला सोमकली उईके को अचानक दर्द उठा जिसकी सूचना उन्होंने नजदीकी आशा कार्यकर्ता लक्ष्मी ठाकरे को दिया जिस पर कार्यकर्ता ने कहा कि सर्दी खांसी जुकाम है तो कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं एैसा कहते हुए आदिवासी महिला को डराया धमकाया गया एवं दो हजार की भी मांग की गई । जिले में ग्रीष्म कालीन धान की फसल पककर तैयार है। वर्तमान मे व्यापारियों द्वारा खरीदी भी की जाने लगी है। किसानों को अपनी फसल बेचने मे समस्या उत्पन्न हो रही है। कोरोना संक्रामक के चलते व्यापारी खरीदी करने में असमान्जस्य उत्पन्न हो रहा है। इसी कड़ी में भारतीय किसान संघ ने प्रशासन को ज्ञापन सौपकर किसानो की धान को समर्थन मूल्य पर लिए जाने की मांग की है। कि मंडी में 1815 रूपए प्रति क्विटंल पर खरीदी की जाए। तहसील खैरलांजी के अंतर्गत ग्राम पंचायत सालेबर्डी के ग्राम दैतबर्रा में बुधवार की शाम को तेज आंधी तूफान के साथ बारिश और अचानक आकाशीय बिजली गिरने से दैतबर्रा निवासी चार सगे भाईयों के घरों में आग लग गई। कच्चे मकान होने के कारण कुछ मिनट में ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस दौरान जब तक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचती अधिकांश सामान व मकान का हिस्सा जलकर राख हो गया था। आग से जहां 3 मकान पूर्ण रूप से जल गए है वहीं एक मकान आंशिक रूप से जलना बताया जा रहा है। सभी भाइयों आग को लगभग लाखों रुपये की क्षति होना बताई जा रही है। कोरोना माहमारी को देखते हुए जहां पुलिस ,स्वास्थ्य विभाग संक्रमित लोगो की सेवा मे लगा हुआ है। ठिक उसी तरह कटंगी क्षेत्र में भी बार्डर पार आने वाले मजदूरो की जांच कर उन्हे भोजन, नाशता करवाकर घर भेजा रहा है। एैसे पुलिस और स्वाथ्य विभाग के अधिकारियो का अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के पदाधिकारियो ने पुष्प माला से स्वागत किया। गोंदिया जिले मे महिला आर्थिक विकास महामंडल के कार्यपालन अधिकारी सुनील सोसे के मार्गदर्शन मे महिला बचत गट के माध्यम से आम लोगो के लिये मास्क वितरण स्टॉल लगाकर वितरित किया जा रहा है सभी लोग लाभ ले रहे है और सस्ते दरो मे इस समय ये मास्क लोगो के लिये सहारा बन रहे है