1 वित्तीय संकट में फंसे यस बैंक के ग्राहक घबराए हुए हैं. उनकी जिंदगी भर की कमाई खतरे में है. बैंक से भगवान का भी भरोसा उठ गया है, तिरुपति बालाजी ने पिछले माह ही 1300 करोड़ रुपए निकाल लिए थे लेकिन भगवान जगन्नाथ के 592 करोड़ रुपए फंस गए हैं. 2 यस बैंक का असर शेयर बाजार पर भी दिखाई दिया. यस बैंक के शेयर में 26ः से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. वहीं स्टेट बैंक के शेयर में भी 39 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई. शेयर बाजार भी शुक्रवार को 894 अंक गिरा. जबकि निफ्टी 279 अंक नीचे आ गया. 3 यस बैंक के आर्थिक संकट को देखते हुए अब आशंका जताई जा रही है कि बैंकों का एनपीए 9.5 लाख करोड़ तक जा सकता है. भारतीय बैंकों का बीते 5 साल में एनपीए 157ः तक बढ़ गया है. बीते 18 माह में यस बैंक का मार्केट कैप 80000 से घटकर 4000 करोड़ रुपए रह गया है. 4 उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी मेसर्स अडानी पावर लिमिटेड मध्यप्रदेश में 1320 मेगावॉट का पावर प्लांट लगाएगी. प्रस्ताव के मुताबिक प्लांट लगने के बाद पहले वर्ष यानी 2026 - 27 में कंपनी राज्य सरकार को 4.79 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली बेचेगी. इस प्रस्ताव को कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है. 5 सरकारी बैंक मार्च महीने में फिर हड़ताल की तैयारी में हैं. बैंकिंग क्षेत्र की दो प्रमुख यूनियनें अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन 27 मार्च को बैंकों के महाविलय के विरोध में हड़ताल पर जाएंगी.