1 अमेरिका के कई राज्य इस वक्त बर्फ के तूफान के साथ भीषण सर्दी से जूझ रहे हैं। इसके साथ ही बिजली और ऊर्जा संकट ने जमा देने वाली सर्दी में लोगों पर कहर ढा दिया है। दरअसल, यह संकट नॉर्थ डकोटा से लेकर ओकलाहामा तक के 14 राज्यों में दक्षिण-पश्चिमी पॉवर पूल को नियंत्रित करने वाली ग्रिड बैठने से पैदा हुआ है। इससे इन राज्यों में एनर्जी इमरजेंसी लागू करनी पड़ी। 2 लंबे इंतजार के बाद आखिरकार साउथ अफ्रीकी सरकार ने वैक्सीनेशन प्रॉसेस शुरू करने का फैसला किया है, लेकिन इससे कई लोग हैरान हैं। सरकार ने यहां जॉनसन एंड जॉनसन की अनअप्रूव्ड वैक्सीन हेल्थ वर्कर्स को देने का फैसला किया है। इसके ट्रायल अब तक जारी हैं। हेल्थ मिनिस्टर ने खुद इस बात की पुष्टि की है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, हेल्थ स्टाफ के लिए सिंगल डोज वैक्सीन के 80 हजार डोज साउथ अफ्रीका पहुंच चुके हैं। 3 फ्रांस में एक बार फिर कोरोना की नई लहर मुश्किलें पैदा करती दिख रही है। यहां दो दिन में मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। सोमवार को 724 मौतों के बाद मंगलवार को 586 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा जारी डेटा के मुताबिक, सात दिन में 381 लोगों की मौत हुई। हालांकि, जनवरी की तुलना में यह फिर भी कम है। पिछले महीने यानी जनवरी में औसतन 400 लोगों की हर दिन संक्रमण से मौत हुई थी। 4 ‘द गार्डियन’ ने अमेरिकी एविएशन एक्सपट्र्स की एक रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि देश के सिविल एविएशन सेक्टर में 1984 के बाद पिछले साल यानी 2020 में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान 60 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। 2020 में सिर्फ 368 मिलियन पैसेंजर्स ने एयरलाइंस का इस्तेमाल किया। 2019 में यही संख्या 922.6 मिलियन थी। इसके पहले 1984 में यह आंकड़ा महज 351.6 मिलियन था। एक्सपट्र्स का मानना है कि 2023 या 2024 तक ही हालात सामान्य हो पाएंगे। 5 जापान बुधवार को कोरोनोवायरस के खिलाफ टीकाकरण शुरू करने जा रहा है। ऐसा करने वाला वह आखिरी विकसित देश है। इस देरी की वजह से उसकी आलोचना भी हो रही है। जापान सरकार ने रविवार को अमेरिका निर्मित फाइजर वैक्सीन को मंजूरी दी। इसके 48 घंटे बाद वैक्सीन की पहली खेप जापान पहुंच गई है। सबसे पहले 37 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स और अन्य फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगेगा।