क्षेत्रीय
20-Apr-2020

कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इस समय फैली इस वैश्विक महामारी की मार मप्र के शिवपुरी के 20 हजार से ज्यादा कामगार मजदूरों पर पड़ी है। शिवपुरी के ऐसे 20 हजार से ज्यादा मजूदर हैं जो गुजरात, मुंबई, दिल्ली, जयपुर, इंदौर या अन्य बड़े शहरों में काम कर रहे थे। कोरोना के कारण जारी लॉक डाउन के बाद अब यह 20 हजार से ज्यादा मजदूर अपने गांवों में इस समय लौट आए हैं। इन मजदूरों के पास आज खाने तक के लाले पड़े हुए हैं। स्थानीय स्तर पर ग्रामीण क्षेत्र व गांवों में रोजगार न होने पर यह लोग काम की तलाश में बड़े शहरों की ओर रूख कर गए वहां पर जैसे-तैसे काम मिल गया और वहां यह रूखी-सूखी में अपना गुजर बसर करने लगे लेकिन इस समय फैली इस महामारी ने इनका सबकुछ चौपट कर दिया है। जैसे-तैसे जान बचाकर कोई पैदल चला, कोई किसी साधन से आया। यहां आ तो गया है लेकिन आने वाला समय इनके लिए संकट का है। एक साथ हजारों कामगारों का एकाएक जिले में आना संकट का समय है। इन्हें यहां पर ऐसी कोई मजदूरी आने वाले समय में मिलना संभव नहीं कि इनका गुजर बसर हो सके। शिवपुरी में पहले ही पत्थर की खदानें बंद हो गईं साथ ही दूसरे रोजगार के साधन हैं नहीं। ऐसे में अब यहां पर रोजगार की आस लगाना समुद्ध में पत्थर तलाशने जैसा है।


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