अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग चलाने का प्रस्ताव हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (निचले सदन) में पास हो गया है। ट्रम्प पहले ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन पर पद पर रहते हुए दूसरी बार महाभियोग चलेगा। उन पर देश के खिलाफ विद्रोह भड़काने का आरोप है। कुछ रिपब्लिकन सांसदों ने भी ट्रम्प पर महाभियोग चलाने के पक्ष में वोट किया है। निचले सदन में महाभियोग चलाने का प्रस्ताव पूर्ण बहुमत से पास हुआ है। प्रस्ताव के पक्ष में 232 और विरोध में 197 वोट डाले गए। पक्ष में वोट करने वाले सांसदों का मानना है कि ट्रम्प दंगे भड़काने के आरोपी है। ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के भी 10 सांसदों ने उनके खिलाफ वोट किया है। दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 9.27 करोड़ के ज्यादा हो गया। 6 करोड़ 62 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 19 लाख 85 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 13 दिनों में 30 लाख नए संक्रमितों की पहचान हुई। इनमें से ज्यादातर लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा। इस वक्त देश के अस्पतालों पर सबसे ज्यादा दबाव है। अमेरिकी अस्पताल इस वक्त बेहद दबाव में हैं। इसकी वजह बढ़ते मामले और नए मरीजों का अस्पतालों में भर्ती होना है। कैलिफोर्निया जैसे कुछ राज्य तो ऐसे हैं जहां मेकशिफ्ट हॉस्पिटल भी कम पडऩे लगे हैं। आतंकियों के मातहत पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और हिंदुत्व को खतरा बताया है। जिस पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन को संरक्षण दिया; दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर से लेकर हाफिज सईद तक दुनिया के अधिकतर खूंखार आतंकवादियों और उनके संगठनों को पालने-पोसने का बीड़ा उठा रखा है, उसने आरएसएस और हिंदुत्व को अंतरराष्ट्रीय शांति-सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। ट्रंप प्रशासन ने शुक्रवार को एच-1बी वीजा की चयन प्रक्रिया को संशोधित करते हुए इसमें मौजूदा लॉटरी प्रक्रिया की जगह वेतन और कौशल को प्राथमिकता दी है। इस संबंध में एक अधिसूचना संघीय रजिस्टर में प्रकाशित हुई और यह 60 दिनों में लागू होगी। एच-1बी गैर-आव्रजक वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विशेषज्ञता वाले पदों पर विदेशी पेशेवरों की नियुक्ति की अनुमति देता है। इस वीजा के जरिये अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियां हजारों की संख्या में भारत और चीन के पेशेवरों की नियुक्ति करती हैं। अमेरिका में फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने सभी 50 राज्यों के पुलिस प्रमुखों को एक बुलेटिन जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 20 जनवरी को प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा का खतरा है। अमेरिका की सबसे बड़ी जांच एजेंसी ने बुलेटिन में कहा- 20 जनवरी के पहले और कुछ दिन बाद तक आप सभी हाईअलर्ट पर रहें। कट्टरपंथी हिंसा फैला सकते हैं।