सोमवार को कारोबार के पहले दिन बीएसई 39,000 और निफ्टी 11,500 स्तर के ऊपर खुला। एचसीएल टेक के शेयर में 7ः और टेक महिंद्रा के शेयर में 3 फीसदी की बढ़त है। हफ्ते के पहले दिन बाजार में आईटी, रियल्टी और बैंक शेयर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। चीनी कंपनी बायडांस के शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार को जल्द नया साझेदार मिल सकता है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी कंपनी बायडांस ने टिकटॉक के अमेरिकी ऑपरेशन के संचालन के लिए क्लाउड कंपनी ओरेकल का चयन किया है। बायडांस ने टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के ऑफर को खारिज कर दिया है। हालांकि, अभी इस संबंध में आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बायडांस ने टिकटॉक के संचालन के लिए ओरेकल को तकनीक पार्टनर के लिए चुना है। सरकारी तेल कंपनियों ने आज फिर आज लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती की गई है। सोमवार को पेट्रोल के भाव में 14 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 16 पैसे प्रति लीटर तक की कटौती की गई है। इसके बाद राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल का दाम 81.72 रुपए और डीजल की कीमत 72.78 रुपए पर आ गई है। इससे एक दिन पहले, रविवार को कीमतों में कोई फेरबदल नहीं हुआ था। जबकि, बीते शनिवार को डीजल-पेट्रोल, दोनों सस्ते हुए थे। कोरोनावायरस महामारी के कारण देश के बंदरगाहों पर सुस्ती छाई हुई है। बंदरगाहों के शीर्ष संगठन इंडियन पोर्ट्स एसोसिएशन (आईपीए) के मुताबिक इस कारोबारी साल में अप्रैल से अगस्त तक देश के प्रमुख बंदरगाहों पर माल ढुलाई में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 16.56 फीसदी गिरावट चल रही है। इस दौरान इन बंदरगाहों पर 24.504 करोड़ टन की माल ढुलाई (कार्गो हैंडलिंग) हुई। म्यूचुअल फंड्स ने जुलाई-अगस्त में शेयर बाजार से 17,600 करोड़ रुपए निकाल लिए। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले म्यूचुअल फंड ने जनवरी-जून 2020 में शेयर बाजार में 39,755 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया था। पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस कंपनी ग्रीन पोर्टफोलियो के सह-संस्थापक दिवम शर्मा ने कहा कि हाल में शेयर बाजार से फंड की निकासी का मुख्य कारण यह हो सकता है कि जुलाई-अगस्त में इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं से निवेशकों ने पैसे निकाले हैं। लॉजिस्टिक सॉल्यूशन उपलब्ध कराने वाली कंपनी ईकॉम एक्सप्रेस अगले कुछ सप्ताह में 30 हजार अस्थायी नौकरियां पैदा करने पर विचार कर रही है। फेस्टिव सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियों की मांग बढ़ने के मद्देनजर यह तैयारी की जा रही है। कोरोनावायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन में ई-कॉमर्स कंपनियों के पास ग्रॉसरी, मेडिसिन और अन्य उत्पादों की मांग बढ़ गई थी। इन उत्पादों की डिलिवरी के लिए ईकॉम एक्सप्रेस ने पिछले कुछ महीनों में 7500 लोगों की हायरिंग की थी। कोरोना से पहले कंपनी के पास 23 हजार कर्मचारियों की वर्कफोर्स थी। अगस्त की शुरुआत में ही वर्कफोर्स बढ़कर 30,500 पर पहुंच गई थी। नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज में कटौती की है। अब 1 से अधिक और 2 साल से कम की थ्क् पर 4.90 फीसदी ब्याज मिलेगा। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों के लिए रिटेल टर्म डिपॉजिट सेगमेंट में एसबीआई वीकेयर डिपॉजिट नाम से डिपॉजिट स्कीम शुरू की थी। इसमें निवेश के लिए 30 सितंबर आखिरी तारीख तय की गई थी जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया गया है। इस स्कीम में सीनियर सिटीजंस को 5 साल या उससे ज्यादा समय के फिक्स्ड डिपॉजिट पर अतिरिक्त ब्याज दिया जा रहा है। लोगों की डिजिटल हेल्थ प्रोफाइल बनाने के मकसद से लॉन्च किया गया नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन पॉलिसीधारकों और इंश्योरेंस कंपनियों दोनों के लिए लाभदायक होगा। इससे इंश्योरेंस कंपनियों को अपने उत्पादों की बेहतर कीमत तय करने में मदद मिलेगी। हाल ही में एसोचौम की ओर से हेल्थ इंश्योरेंस पर आयोजित राष्ट्रीय ई-समिट में इरडा के सदस्य (नॉन लाइफ इंश्योरेंस) टीएल अलमालू ने कहा कि इस मिशन के लागू होने के बाद हेल्थ इंश्योरेंस उत्पादों की कीमतें कम हो सकती हैं। ईरान की मुद्रा में शनिवार को भारी गिरावट दर्ज की गई और इसने डॉलर के मुकाबले ऐतिहासिक निचला स्तर छू लिया। जून के बाद से डॉलर के मुकाबले ईरान की मुद्रा में 30 फीसदी गिरावट दर्ज की जा चुकी है। मुद्रा विनिमय करने वाले दुकानों ने शनिवार को प्रत्येक डॉलर के बदले 2,62,000 ईरानी रियाल का एक्सचेंज किया। रिटेल अब अंबानी के लिए अगला फोकस है। उनकी यह महत्वाकांक्षा है कि चीन की अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड जैसी घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी स्थापित की जाए। देश में सिलिकॉन वैली की महत्वाकांक्षाएं यूं तो अंबानी के समक्ष एक तरह से चुनौतियां पेश करती हैं, लेकिन जिस तरह से अंबानी के पास जोखिम से लड़ने की क्षमता और लोगों को साथ लेकर चलने का कौशल शामिल है उससे देखा जाए तो यह लक्ष्य उनके लिए कोई मुश्किल नहीं होगा। घरेलू फार्मा कंपनी पीरामल फार्मा में जल्द ही अमेरिकी कंपनी कार्लाइल ग्रुप की 20 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी। इस हिस्सेदारी बिक्री को लेकर दोनों कंपनियों के बीच जून में एक समझौता हुआ था। अब इस सौदे को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद दोनों कंपनियां समझौते के अनुसार ट्रांजेक्शन करेंगी। यह डील भारतीय फार्मास्युटिकल सेक्टर में सबसे बड़ी डील में से एक है।